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Congo: कांगो में गृहयुद्ध तेज; 'तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाएं', भारतीय नागरिकों के लिए दूतावास की एडवाइजरी
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, जोहान्सबर्ग
Published by: पवन पांडेय
Updated Sun, 02 Feb 2025 11:11 PM IST
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सार
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में रवांडा समर्थित एम23 विद्रोहियों ने पूर्वी कांगो शहर गोमा पर कब्जा कर लिया है और वे अपने नियंत्रण क्षेत्र का विस्तार करने पर विचार कर रहे हैं। वहीं भारतीय दूतावास ने दिन में तीन सलाह जारी की और सभी को आपातकालीन योजना तैयार करने की सलाह दी।

रवांडा समर्थित एम23 विद्रोही
- फोटो : ANI
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विस्तार
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के किंशासा में भारतीय दूतावास ने रविवार को कहा कि वह मध्य अफ्रीकी देश में सुरक्षा स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और बुकावु में सभी भारतीय नागरिकों से 'तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा।' दूतावास ने दिन में तीन सलाह जारी की और सभी को आपातकालीन योजना तैयार करने की सलाह दी। कांगो में करीब 1,000 भारतीय नागरिक हैं।
बुकावु में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सलाह
भारतीय दूतावास की तरफ से जारी सलाह में कहा गया है, 'ऐसी रिपोर्टें हैं कि एम23 बुकावु से सिर्फ 20-25 किलोमीटर दूर है। सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, हम एक बार फिर बुकावु में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सलाह देते हैं कि वे हवाईअड्डे, सीमाएं और वाणिज्यिक मार्ग अभी भी खुले हैं, इसलिए जो भी साधन उपलब्ध हों, तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। हम बुकावु की यात्रा न करने की दृढ़ता से सलाह देते हैं'।
आपातकालीन योजना तैयार करने की भी सलाह
नए परामर्श में, दूतावास ने सभी को आपातकालीन योजना तैयार करने की सलाह दी और सभी आवश्यक पहचान और यात्रा दस्तावेज हमेशा अपने साथ रखने के निर्देश दिए; आवश्यक वस्तुओं जैसे दवाइयां, कपड़े, यात्रा दस्तावेज, खाने के लिए तैयार भोजन, पानी आदि को आसानी से ले जाने योग्य बैग में रखें और अपडेट के लिए स्थानीय मीडिया चैनलों पर नजर रखें। भारतीय दूतावास ने यह भी कहा कि वह बुकावु में भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा है और उनसे तत्काल प्रासंगिक जानकारी जैसे पूरा नाम, पासपोर्ट नंबर, कांगो और भारत में पते, संपर्क नंबर और अन्य विवरण भेजने के लिए कहा है। नए परामर्श में भारतीय नागरिकों के लिए एक नंबर (+243 890024313) और एक मेल आईडी (cons.kinshasas@mea.gov.in) भी दी गई है, जिससे वे आपातकालीन स्थिति में संपर्क कर सकें।
भारत ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का किया आह्वान
इस बीच, भारत ने शुक्रवार को कांगो में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया और कहा कि वह मध्य अफ्रीकी देश में घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहा है। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि लगभग 1,000 भारतीय नागरिक गोमा में रह रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा था कि संघर्ष शुरू होने के बाद उनमें से अधिकांश सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। जायसवाल ने यह भी कहा कि पूर्वी कांगो में मोनुस्को (कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन) शांति मिशन के हिस्से के रूप में देश में लगभग 1,200 भारतीय सैनिक सेवा कर रहे हैं।
कांगो में तेज हुआ गृहयुद्ध, 773 लोग मारे गए
कांगो के पूर्व में मौजूद सबसे बड़े शहर गोमा और आसपास के क्षेत्रों में एम23 विद्रोहियों के साथ संघर्ष तेज हो गया है। संघर्ष में एक हफ्ते के भीतर कम से कम 773 लोग मारे गए। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, एम23 विद्रोही समूह व रवांडा रक्षा बल (आरडीएफ) ने बुकावु शहर की ओर अपना मार्च जारी रखा है, जिन्होंने इस हफ्ते की शुरुआत में प्रांतीय राजधानी गोमा पर नियंत्रण कर लिया था। बता दें कि एम23 पूर्वी कांगो में सक्रिय 100 से अधिक सशस्त्र समूहों में से एक है, जो वैश्विक प्रौद्योगिकी के लिए आवश्यक खनिजों से समृद्ध क्षेत्र है। संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों के अनुसार समूह को लगभग 4,000 रवांडा सैनिकों का समर्थन प्राप्त है।

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बुकावु में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सलाह
भारतीय दूतावास की तरफ से जारी सलाह में कहा गया है, 'ऐसी रिपोर्टें हैं कि एम23 बुकावु से सिर्फ 20-25 किलोमीटर दूर है। सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, हम एक बार फिर बुकावु में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सलाह देते हैं कि वे हवाईअड्डे, सीमाएं और वाणिज्यिक मार्ग अभी भी खुले हैं, इसलिए जो भी साधन उपलब्ध हों, तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। हम बुकावु की यात्रा न करने की दृढ़ता से सलाह देते हैं'।
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आपातकालीन योजना तैयार करने की भी सलाह
नए परामर्श में, दूतावास ने सभी को आपातकालीन योजना तैयार करने की सलाह दी और सभी आवश्यक पहचान और यात्रा दस्तावेज हमेशा अपने साथ रखने के निर्देश दिए; आवश्यक वस्तुओं जैसे दवाइयां, कपड़े, यात्रा दस्तावेज, खाने के लिए तैयार भोजन, पानी आदि को आसानी से ले जाने योग्य बैग में रखें और अपडेट के लिए स्थानीय मीडिया चैनलों पर नजर रखें। भारतीय दूतावास ने यह भी कहा कि वह बुकावु में भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा है और उनसे तत्काल प्रासंगिक जानकारी जैसे पूरा नाम, पासपोर्ट नंबर, कांगो और भारत में पते, संपर्क नंबर और अन्य विवरण भेजने के लिए कहा है। नए परामर्श में भारतीय नागरिकों के लिए एक नंबर (+243 890024313) और एक मेल आईडी (cons.kinshasas@mea.gov.in) भी दी गई है, जिससे वे आपातकालीन स्थिति में संपर्क कर सकें।
भारत ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का किया आह्वान
इस बीच, भारत ने शुक्रवार को कांगो में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया और कहा कि वह मध्य अफ्रीकी देश में घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहा है। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि लगभग 1,000 भारतीय नागरिक गोमा में रह रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा था कि संघर्ष शुरू होने के बाद उनमें से अधिकांश सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। जायसवाल ने यह भी कहा कि पूर्वी कांगो में मोनुस्को (कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन) शांति मिशन के हिस्से के रूप में देश में लगभग 1,200 भारतीय सैनिक सेवा कर रहे हैं।
कांगो में तेज हुआ गृहयुद्ध, 773 लोग मारे गए
कांगो के पूर्व में मौजूद सबसे बड़े शहर गोमा और आसपास के क्षेत्रों में एम23 विद्रोहियों के साथ संघर्ष तेज हो गया है। संघर्ष में एक हफ्ते के भीतर कम से कम 773 लोग मारे गए। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, एम23 विद्रोही समूह व रवांडा रक्षा बल (आरडीएफ) ने बुकावु शहर की ओर अपना मार्च जारी रखा है, जिन्होंने इस हफ्ते की शुरुआत में प्रांतीय राजधानी गोमा पर नियंत्रण कर लिया था। बता दें कि एम23 पूर्वी कांगो में सक्रिय 100 से अधिक सशस्त्र समूहों में से एक है, जो वैश्विक प्रौद्योगिकी के लिए आवश्यक खनिजों से समृद्ध क्षेत्र है। संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों के अनुसार समूह को लगभग 4,000 रवांडा सैनिकों का समर्थन प्राप्त है।