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Gaza Conflict: इस्राइली सेना ने 10 और फलस्तीनियों को किया रिहा, उम्मीद में बैठे परिजनों में दौड़ी खुशी की लहर
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, गाजा
Published by: शुभम कुमार
Updated Thu, 10 Apr 2025 11:32 PM IST
सार
इस्राइली सेना ने जारी संघर्ष के बीच 10 और फलस्तीनियों को रिहा कर दिया है। रिहा हुए सभी फलस्तीनियों को गाजा के मध्य शहर देइर अल-बलाह के अस्पताल लाया गया।
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सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : UNICEF
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विस्तार
गाजा में जारी भीषण संघर्ष के बीच इस्राइली सेना ने गुरुवार को गाजा से हिरासत में लिए गए 10 फलस्तीनियों को रिहा कर दिया। इन सभी को एक बस के जरिए गाजा के मध्य शहर देइर अल-बलाह के अस्पताल लाया गया, जहां कई सप्ताहों से इंतजार में बैठ इन फलस्तीनियों के परिजनों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। रिहा किए गए लोगों ने बताया कि हिरासत में उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार हुआ। साथ ही कुछ ने यह भी कहा कि उन्हें कई दिनों तक बिना किसी कारण के बंद रखा गया।
बता दें कि इस्राइल ने 7 अक्तूबर 2023 को हमास के हमले के जवाब में गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया था। इसके बाद से अब तक हजारों फलस्तीनियों को हिरासत में लिया जा चुका है। हालांकि, बीच-बीच में कुछ लोगों को रिहा भी किया गया है। जहां मार्च के मध्य में जब युद्धविराम टूटा और लड़ाई फिर से शुरू हुई, तब से यह पहली बार है जब इस्राइल ने बंदियों को रिहा किया है। रिहा हुए सभी लोग साधारण ग्रे रंग की स्वेटपैंट और शर्ट पहने हुए थे।
ये भी पढ़ें:- White House on US Tariffs: चीन पर कुल टैरिफ 145 फीसदी; भारत को 26% अतिरिक्त अमेरिकी शुल्क से 9 जुलाई तक राहत
अपने पिता से मिलकर विलख पड़ी माराह अयूब
रिहा हुए इन 10 फलस्तीनियों में एक कैदी फैज अयूब के अस्पताल पहुंचते ही उनकी बेटी माराह अयूब विलख पड़ी। उन्होंने रोते हुए कहा कि मैं अपने पिता हर पल हमने आपकी रिहाई का इंतजार किया। जब भी कोई रिहा होता था हम बस यही पूछते थे, क्या मेरे पापा भी आए हैं?, साथ ही फैज के बेटी माराह ने यह भी कहा कि इस्राइली सैनिकों ने उनके पिता को उस समय पकड़ लिया था जब वे गाजा के कमाल अदवान अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। उस समय उनकी श्रोणि और रीढ़ की हड्डी टूट चुकी थी।
ये भी पढ़ें:- President In Slovakia: यूरोपीय देश में राष्ट्रपति मुर्मू की भारतीयों से मुलाकात; विवि में मानद उपाधि भी मिली
हमें ठीक से सोने नहीं दिया गया- फैज
इसके अलावा फैज ने अपने साथ हुए व्यवहार को लेकर बताया कि उन्हें 6 नवंबर को पकड़ा गया था। इन 156 दिन उनके लिए बहुत बुरे रहे। उन्होंने कहा कि हर दिन हमारे साथ दुर्व्यवहार होता था। हमें ठीक से सोने नहीं दिया जाता था। हालांकि मामले में अभी तक इस्राइली सेना की ओर से किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं की गई है। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि वे कानून के अनुसार काम करते हैं और किसी भी शिकायत की जांच की जाती है।
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बता दें कि इस्राइल ने 7 अक्तूबर 2023 को हमास के हमले के जवाब में गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया था। इसके बाद से अब तक हजारों फलस्तीनियों को हिरासत में लिया जा चुका है। हालांकि, बीच-बीच में कुछ लोगों को रिहा भी किया गया है। जहां मार्च के मध्य में जब युद्धविराम टूटा और लड़ाई फिर से शुरू हुई, तब से यह पहली बार है जब इस्राइल ने बंदियों को रिहा किया है। रिहा हुए सभी लोग साधारण ग्रे रंग की स्वेटपैंट और शर्ट पहने हुए थे।
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अपने पिता से मिलकर विलख पड़ी माराह अयूब
रिहा हुए इन 10 फलस्तीनियों में एक कैदी फैज अयूब के अस्पताल पहुंचते ही उनकी बेटी माराह अयूब विलख पड़ी। उन्होंने रोते हुए कहा कि मैं अपने पिता हर पल हमने आपकी रिहाई का इंतजार किया। जब भी कोई रिहा होता था हम बस यही पूछते थे, क्या मेरे पापा भी आए हैं?, साथ ही फैज के बेटी माराह ने यह भी कहा कि इस्राइली सैनिकों ने उनके पिता को उस समय पकड़ लिया था जब वे गाजा के कमाल अदवान अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। उस समय उनकी श्रोणि और रीढ़ की हड्डी टूट चुकी थी।
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हमें ठीक से सोने नहीं दिया गया- फैज
इसके अलावा फैज ने अपने साथ हुए व्यवहार को लेकर बताया कि उन्हें 6 नवंबर को पकड़ा गया था। इन 156 दिन उनके लिए बहुत बुरे रहे। उन्होंने कहा कि हर दिन हमारे साथ दुर्व्यवहार होता था। हमें ठीक से सोने नहीं दिया जाता था। हालांकि मामले में अभी तक इस्राइली सेना की ओर से किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं की गई है। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि वे कानून के अनुसार काम करते हैं और किसी भी शिकायत की जांच की जाती है।