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US: अमेरिकी सेना में सिखों के लिए दाढ़ी की नीति पर पुनर्विचार की अपील, सांसद ने युद्ध मंत्री को लिखा पत्र
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: नितिन गौतम
Updated Thu, 23 Oct 2025 12:17 PM IST
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सार
अमेरिकी सांसद ने कहा कि 'सुओजी ने सैन्य पेशेवरता और अनुशासन के महत्व को स्वीकार किया, लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि धर्म-आधारित या चिकित्सा संबंधी सुविधाओं की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।'

पीट हेगसेथ, अमेरिकी रक्षा मंत्री
- फोटो : X / @SecDef
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विस्तार
एक अमेरिकी सांसद ने युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ को पत्र लिखा है, जिसमें अमेरिकी सेना के सैनिकों के लिए जारी की गई दाढ़ी संबंधी नीति पर पुनर्विचार की अपील की गई है। दरअसल नई नीति से अमेरिकी सेना में कार्यरत सिख सैनिक चिंतित हैं। नई नीति के तहत सभी अमेरिकी सैनिकों को दाढ़ी काटना अनिवार्य कर दिया गया है। अमेरिकी सांसद थॉमस सुओजी ने पीट हेगसेथ को लिखे पत्र में सिख समुदाय की चिंताओं को उजागर करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सिख धर्म में बिना कटे बाल और दाढ़ी रखना, उनके धर्म का मूल सिद्धांत है।
अमेरिकी सांसद ने पत्र में क्या लिखा
युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ को लिखे एक पत्र में सांसद थॉमस सुओजी ने इस बात पर जोर दिया कि सिख पीढ़ियों से अमेरिकी सैनिकों के साथ लड़ते आ रहे हैं, जिनमें प्रथम विश्व युद्ध और द्वितीय विश्व युद्ध दोनों शामिल हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि ने कहा, 'सिखों के लिए, अपने देश की सेवा करना एक पवित्र कर्तव्य है, यह संत-सिपाही (संत-सैनिक) के आदर्श का प्रतीक है जो आस्था और सेवा का मिश्रण है। सिख धर्म में अनुयायियों से ईश्वर के प्रति भक्ति और समानता के प्रतीक के रूप में बाल और दाढ़ी नहीं काटने की अपेक्षा की जाती है।'
ये भी पढ़ें- Saudi Arabia: 'जब तक इस्लाम है, जिहाद रहेगा', कहने वाले शेख सालेह बिन फौजान बने सऊदी अरब के नए ग्रैंड मुफ्ती
नए निर्देशों से सिख, मुस्लिम सैनिक परेशान
सुओजी ने सैन्य पेशेवरता और अनुशासन के महत्व को स्वीकार किया, लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि धर्म-आधारित या चिकित्सा संबंधी सुविधाओं की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके कुछ सिख, मुस्लिम और अफ्रीकी अमेरिकी सैनिकों को डर है कि अगर धार्मिक, सांस्कृतिक या चिकित्सीय छूट के बिना दाढ़ी प्रतिबंध लागू किया जाता है, तो अनजाने में उन्हें अपने देश की सेवा करने से रोका जा सकता है। पिछले महीने अमेरिकी जनरल और फ्लैग ऑफिसर्स को संबोधित करते हुए युद्ध मंत्री हेगसेथ ने कहा था, 'हम अपने बाल कटवाएंगे, दाढ़ी मुंडवाएंगे और मानकों का पालन करेंगे... गैर-पेशेवर दिखावे का युग समाप्त हो गया है।'

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अमेरिकी सांसद ने पत्र में क्या लिखा
युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ को लिखे एक पत्र में सांसद थॉमस सुओजी ने इस बात पर जोर दिया कि सिख पीढ़ियों से अमेरिकी सैनिकों के साथ लड़ते आ रहे हैं, जिनमें प्रथम विश्व युद्ध और द्वितीय विश्व युद्ध दोनों शामिल हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि ने कहा, 'सिखों के लिए, अपने देश की सेवा करना एक पवित्र कर्तव्य है, यह संत-सिपाही (संत-सैनिक) के आदर्श का प्रतीक है जो आस्था और सेवा का मिश्रण है। सिख धर्म में अनुयायियों से ईश्वर के प्रति भक्ति और समानता के प्रतीक के रूप में बाल और दाढ़ी नहीं काटने की अपेक्षा की जाती है।'
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नए निर्देशों से सिख, मुस्लिम सैनिक परेशान
सुओजी ने सैन्य पेशेवरता और अनुशासन के महत्व को स्वीकार किया, लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि धर्म-आधारित या चिकित्सा संबंधी सुविधाओं की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके कुछ सिख, मुस्लिम और अफ्रीकी अमेरिकी सैनिकों को डर है कि अगर धार्मिक, सांस्कृतिक या चिकित्सीय छूट के बिना दाढ़ी प्रतिबंध लागू किया जाता है, तो अनजाने में उन्हें अपने देश की सेवा करने से रोका जा सकता है। पिछले महीने अमेरिकी जनरल और फ्लैग ऑफिसर्स को संबोधित करते हुए युद्ध मंत्री हेगसेथ ने कहा था, 'हम अपने बाल कटवाएंगे, दाढ़ी मुंडवाएंगे और मानकों का पालन करेंगे... गैर-पेशेवर दिखावे का युग समाप्त हो गया है।'