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World News: ब्रिटेन में आव्रजन विरोधी मार्च हिंसक, नौ गिरफ्तार; तुर्किये में भ्रष्टाचार, मेयर समेत 48 गिरफ्तार

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला। Published by: ज्योति भास्कर Updated Sun, 14 Sep 2025 01:00 AM IST
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दुनिया की बड़ी खबरें। - फोटो : अमर उजाला
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लंदन में आव्रजन और उसके विरोध को लेकर शनिवार को हिंसक प्रदर्शन हुए, जिनमें नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया। टॉमी रॉबिन्सन द्वारा आयोजित ‘यूनाइट द किंगडम’ और ‘स्टैंड अप टू रेसिज्म’ समूह आमने-सामने आ गए। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों ने बोतलें, पटाखे और अन्य वस्तुएं फेंकी, जिससे पुलिसकर्मी भी निशाना बने। पुलिस ने कहा कि कई और आरोपियों की पहचान की गई है और उन पर कार्रवाई होगी। प्रदर्शनकारियों ने ब्रिटेन, इंग्लैंड, अमेरिका और इज़राइल के झंडे तथा ट्रंप समर्थक टोपी पहनी और पीएम कीर स्टार्मर के खिलाफ नारे लगाए। ब्रिटेन में रिकॉर्ड शरणार्थी आवेदनों के बीच आव्रजन प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बन गया है।

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तुर्किये में भ्रष्टाचार: मेयर समेत 48 को किया गया गिरफ्तार
तुर्किये में सरकार से जुड़े अभियोजकों ने भ्रष्टाचार के आरोप में बायरामपासा जिले के मेयर समेत 48 संदिग्धों को गिरफ्तार करने के आदेश दिया, जिसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश में 72 जगहों पर छापे मारे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इन सभी पर गबन, रिश्वतखोरी और निविदा में हेराफेरी करने के आरोप हैं। हालांकि, बायरामपासा मेयर हसन मुटलू ने आरोपों का खंडन किया। उन्होंने सोशल मीडिया में कहा, उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
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एलन मस्क बोले- अनियंत्रित आव्रजन ब्रिटेन की पहचान के लिए खतरा
ब्रिटेन में हो रहे विरोध-प्रदर्शन से लोग बड़ी संख्या में जुड़ने लगे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक लंदन में दक्षिणपंथी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन की तरफ से आहूत मार्च- ‘यूनाइट द किंगडम’ मार्च में लगभग 1.1 लाख लोग शामिल हुए। एक अन्य विरोधी समूह ‘मार्च अगेंस्ट फासीज़्म’ से करीब 5,000 लोग जुड़े। प्रदर्शन अधिकतर शांतिपूर्ण रहा लेकिन कुछ समर्थकों ने पुलिस पर बोतलें और मुक्के बरसाए, जिससे झड़पें हुईं। कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। रॉबिन्सन और यूरोपीय अतिदक्षिणपंथी नेताओं ने प्रवासन के खिलाफ भाषण भी दिए। एलन मस्क ने भी वीडियो संदेश में अनियंत्रित आव्रजन को ब्रिटेन की पहचान के लिए खतरा बताया। प्रदर्शनकारियों ने “स्टॉप द बोट्स” और “सेंड देम होम” जैसे नारे लगाए, जबकि प्रतिवादियों ने शरणार्थियों के समर्थन में प्रदर्शन किया।

अब मेम्फिस में भी नेशनल गार्ड की तैनाती करेंगे ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह टेनेसी प्रांत के मेम्फिस शहर में नेशनल गार्ड की तैनाती करेंगे। इसके पीछे उन्होंने शहर में अपराध बढ़ने का हवाला दिया है। ट्रंप इससे पहले राजधानी वाशिंगटन में नेशनल गार्ड की तैनाती कर चुके हैं। ट्रंप ने एक टीवी कार्यक्रम में यह भी दावा किया कि मेम्फिस के डेमोक्रेट मेयर इस कदम से खुश हैं। हालांकि, मेम्फिस के मेयर ने पॉल यंग ने कहा कि उन्होंने इसकी मांग नहीं की थी।

नाटो ने रक्षात्मक पहल पूर्वी प्रहरी का किया एलान
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने पोलैंड में रूसी ड्रोन के घुसपैठ के बाद यूरोप के पूर्वी क्षेत्र की रक्षा के लिए पूर्वी प्रहरी नामक पहल का एलान किया है। नाटो महासचिव मार्क रूट ने कहा कि डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी व ब्रिटेन समेत अन्य सदस्य देशों के सहयोग से अभियान की शुरुआत आने वाले दिनों में की जाएगी। रूट ने रूसी ड्रोन घुसपैठ को खतरनाक और अस्वीकार्य बताया।

पाकिस्तान के पंजाब में बाढ़ का कहर जारी, 97 लोगों की मौत
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बाढ़ के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और अब तक 97 लोगों की मौत हो चुकी है। पंजाब के राहत आयुक्त नबील जावेद ने इसे इतिहास की सबसे बड़ी बाढ़ बताया और कहा कि बाढ़ के कारण रावी, सतलुज और चिनाब नदियों के किनारे बसे 4,500 गांवों के 24.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और 19 लाख मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, जलापुर और अलीपुर में ज्यादा खतरा बना हुआ है।

ताइवान की हवाई सीमा में घुसे पीएलए के 26 विमान
चीन की सेना लगातार ताइवान में घुसपैठ का प्रयास कर रही है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए)  के 27 विमानों ने शनिवार सुबह उसके आसपास उड़ान भरी। इनमें 26 विमान ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में घुस आए और बाद में पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र की ओर बढ़ गए। 

भारतीय मूल के व्यक्ति का सिर काटने की घटना को रामास्वामी ने भयावह बताया
भारतीय मूल के मोटल मैनेजर चंद्र मौली नागमल्लैया, जिनकी इस सप्ताह के शुरू में डलास में सिर कलम कर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात पर रिपब्लिकन नेता और उद्यमी विवेक रामास्वामी ने इसे भयावह बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, चंद्र मौली नागमल्लैया के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। इस जघन्य अपराध से हमें सीमाओं को सुरक्षित करने और सभी समुदायों की रक्षा के लिए आव्रजन सुधार के प्रति सचेत होना चाहिए। उन्होंने लिखा, एक निर्दोष होटल मैनेजर की उसकी पत्नी और बेटे के सामने एक अवैध प्रवासी ने बेरहमी से हत्या कर दी, जिसके पास निष्कासन का अंतिम आदेश था और उसका आपराधिक इतिहास इतना बुरा था कि क्यूबा ने उसे स्वीकार करने से इन्कार कर दिया था। यह भयावह है। अब कानून का राज बहाल करने का समय आ गया है।

राजनीतिक दलों को चंदे पर अमेरिका में आई चौंकाने वाली रिपोर्ट
अमेरिका में एक हालिया अध्ययन के अनुसार, भारतीय-अमेरिकी मतदाता बड़े पैमाने पर डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों का समर्थन करते हैं और उन्हें रिपब्लिकन की तुलना में तीन गुना अधिक चंदा देते हैं। अशोक विश्वविद्यालय और मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन ने 1998–2022 तक के चुनावी दान का विश्लेषण किया। 2020 राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय-अमेरिकियों ने डेमोक्रेट्स को 46.6 मिलियन डॉलर और रिपब्लिकन्स को 16.3 मिलियन डॉलर दिए। 2016 में डोनाल्ड ट्रंप को केवल 0.6% योगदान मिला। समुदाय के दान तकनीक, वित्त, स्वास्थ्य और अकादमिक क्षेत्रों में केंद्रित हैं। आज भारतीय-अमेरिकियों की आबादी 49 लाख से अधिक है।

बांग्लादेश: जमात-ए-इस्लामी की छात्र इकाई ने केंद्रीय छात्र संघ चुनाव में 25 में से 20 सीटें जीतीं
बांग्लादेश की जमात-ए-इस्लामी की छात्र इकाई 'इस्लामी छात्र शिबिर (ICS) ने जहांगिरनगर विश्वविद्यालय (JU) केंद्रीय छात्र संघ चुनाव में 25 में से 20 सीटें जीत लीं। यह जीत ढाका विश्वविद्यालय में हालिया सफलता के बाद मिली। BNP समर्थित छात्र दल JCD और भूतपूर्व आंदोलनकारी संगठन SAD को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। शीर्ष पद उपाध्यक्ष का चुनाव स्वतंत्र छात्र सम्मेलन के अब्दुर रशीद जितु ने जीता। BCL पहले ही प्रतिबंधित है। ICS की यह वापसी 35 साल बाद हुई है। ढाका और जहांगिरनगर में मिली जीत ने बांग्लादेश की राजनीति में नए समीकरण बना दिए हैं।

जल्दी चुनाव की मांग ठुकराई, सर्बिया सरकार ने विरोधों पर सख्ती बढ़ाई
सर्बिया में राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूचिच के समर्थकों और विरोधियों ने एक साथ रैलियां कीं। देश में गहराते राजनीतिक संकट के बीच पिछले 10 महीनों से छात्र-नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं। बेलग्रेड में हल्की झड़पें हुईं, लेकिन पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग रखा। वूचिच ने जल्दी चुनाव की मांग ठुकराते हुए विरोधों पर सख्ती बढ़ाई है। अब तक 100 से अधिक प्रोफेसरों को बर्खास्त किया गया और पुलिस पर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर अत्याचार के आरोप लगे हैं। विरोध की शुरुआत नवंबर 2023 में नोवी साद में स्टेशन हादसे से हुई थी, जिसमें 16 लोगों की मौत हुई थी।

प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने आव्रजन नीति के खिलाफ कनाडा में सड़कों पर उतरी जनता
कनाडा के टोरंटो में क्रिस्टी पिट्स पार्क इलाके में प्रवासी विरोधी रैली और जवाबी विरोध-प्रदर्शन हुआ। शनिवार को (स्थानीय समय) के दौरान पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया। पहली गिरफ्तारी दोपहर 12:40 बजे ब्लोर स्ट्रीट वेस्ट और क्रिस्टी स्ट्रीट पर हमले के आरोप में हुई। प्रदर्शनकारियों के सड़क पर आने से ब्लोर स्ट्रीट कुछ समय बंद रहा। “कनाडा फर्स्ट पैट्रियट रैली” के आयोजक बड़े पैमाने पर आव्रजन का विरोध कर रहे थे, जबकि सैकड़ों लोग प्रवासी समुदायों के समर्थन में जुटे। पुलिस ने सुरक्षा को प्राथमिकता बताते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। इसी सप्ताह प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने आव्रजन नीति में सुधार की आवश्यकता जताई।

नाइजीरिया में हमले में 14 सैनिकों की मौत
नाइजीरिया के एक संवेदनशील इलाके में पिछले हफ्ते हथियारबंद लोगों ने घात लगाकर हमला किया, जिसमें 14 नाइजरियाई सैनिक मारे गए। यह जानकारी देश के रक्षा मंत्री ने एक बयान में दी। इस पश्चिमी अफ्रीका देश में बढ़ते बढ़ते चरमपंथी हमलों में यह ताजा हमला है। 
 
यह हमला बुधवार को तिल्लाबेरी क्षेत्र में हुआ, जो पहले से ही हिंसा और उग्रवाद के लिए कुख्यात है। सरकारी टेलीविजन आरटीएन पर शनिवार रात प्रसारित एक बयान में बताया गया कि यह हमला उस समय हुआ जब सेना की एक इकाई को तिल्लाबेरी के बाहरी इलाके में तैनात किया गया था। उन्हें खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ हथियारबंद लोग मोटरसाइकिलों पर सवार होकर डकैती कर रहे हैं।

रक्षा मंत्री सालिफू मोदी ने कहा, यह डकैती की कोशिश वास्तव में एक जाल था, जिससे सैनिकों को घात में फंसाया गया। उन्होंने यह नहीं बताया कि हमले के पीछे किस समूह का हाथ है। नाइजीरिया में कई उग्रवादी समूह सक्रिय हैं, जो आम नागरिकों और सेना दोनों को निशाना बनाते हैं। इनमें इस्लामिक स्टेट से जुड़े संगठन भी शामिल हैं।
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