ट्यूबलेस टायर्स क्यों बेहतर हैं ट्यूब वाले टायर्स के मुकाबले, ऐसे समझें पूरा गणित

चलते-चलते अक्सर गाड़ी का टायर पंक्चर हो जाए तो काफी परेशानी हो जाती है। खास तौर पर टू-व्हीलर्स वालों के लिए तो यह किसी आफत से कम नहीं होता। अगर गाड़ी में अच्छी ग्रिप वाले टायर्स लगे हैं तो टायर के पंक्चर होने की सम्भावना कम रहती है लेकिन पुराने और बिना ग्रिप वाले टायर्स का पंक्चर होना आसान है। अचानक टायर के पंक्चर होने की स्तिथि में गाड़ी का बैलेंस बिगड़ सकता है और गंभीर चोट भी लग सकती है। इस समय बाजार में ट्यूबलेस और बिना ट्यूब वाले टायर्स की भरमार है और इनकी कीमत में भी ज्यादा अंतर नहीं है। लेकिन बिना ट्यूब वाले टायर्स के कई फायदे हैं जो इसे बेहतर और सुरक्षित बनाते हैं आइये जानते हैं इस रिपोर्ट में।

क्या होते हैं बिना ट्यूब वाले टायर्स
इस तरह के टायर के अंदर या अलग से कोई ट्यूब नही होती है। इसलिए इन्हें बिना ट्यूब वाला टायर कहा जाता है। ये वजन में भी हल्के होते हैं। इसमें वाल्व रिम से ही जुड़ा रहता है। इनमें हवा धीरे-धीरे भारी जाती है। पंक्चर होने की कंडीशन में इनमें हवा धीरे-धीरे निकलती है ।
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बेहतर माइलेज के साथ बढ़िया परफॉरमेंस
ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन बताते हैं कि ट्यूब वाले टायर्स के मुकाबले ट्यूबलेस टायर्स ज्यादा बेहतर इसलिए होते हैं क्योकिं ये हल्के होते हैं इसलिए ये बेहतर माइलेज में भूमिका निभाते हैं साथ ही इनसे वाहन की परफॉरमेंस में भी काफी अच्छा फर्क पड़ता है। इतना ही नहीं ट्यूबलेस टायर्स जल्दी गर्म भी नहीं होते। इसके अलावा इनकी कीमत भी ज्यादा नहीं होती और अब तो बाजार में हर मॉडल के हिसाब से आपको ऑप्शन मिल जायेंगे।
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टायर पंक्चर होने पर भी दिक्कत नहीं होती
चलती गाड़ी में अगर ट्यूब वाला टायर पंक्चर हो जाए तो गाड़ी का बैलेंस बिगड़ने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है जिससे एक्सीडेंट हो सकता है और गंभीर चोट भी लग सकती है। लेकिन ट्यूबलेस टायर्स के साथ ऐसी दिक्कत नहीं है, पहली बात तो यह कि ये जल्दी से पंक्चर नहीं होते और अगर हो भी जाए तो चलती गाड़ी का बैलेंस नहीं बिगड़ता। जब कभी ये टायर पंक्चर होते है तो इसका पता ड्राइवर को उसी समय नहीं लगता बल्कि इनकी हवा धीरे धीरे निकलती है जिससे ड्राइवर को थोड़ी देर बाद पता चलता है और गाड़ी पर भी पूरा नियंत्रण बना रहता है।
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टायर्स की लाइफ ऐसे बढ़ेगी, फिर नहीं होगा पंक्चर
अगर आप ट्यूबलेस टायर्स की लाइफ बढ़ाना चाहते हैं तो आप इन बातों का भी जरूर ध्यान रखें...
- हमेशा टायर्स में सही एयर प्रेशर रखें और कोशिश कीजिये हफ्ते में तीन बार एयर प्रेशर चेक करें
- जहां तक संभव हो गाड़ी को खराब रास्तों पर गाड़ी चलाने से बचें। ऐसा करने से न सिर्फ गाड़ी की परफॉरमेंस बढ़ेगी
- बल्कि माइलेज में भी इजाफा हो जाता है।
- अपनी गाड़ी को हमेशा किसी साफ-सुथरी जगह पर ही पार्क करें
- हमेशा ओरिजिनल टायर्स ही खरीदें, सस्ते के चक्कर में लोकल टायर तो बिलकुल न लगवाएं
- टायर्स बेचने वाले कई ऐसे लोग हैं जो पुराने टायर्स पर नई ग्रिप चढ़ा कर बेचते हैं। ये बेहद सस्ते दाम में मिल तो जाते हैं लेकिन सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक साबित होते हैं। इस तरह के टायर्स अक्सर हाइवे पर फट हो जाते हैं। इसलिए हमेशा नए टायर्स का ही इस्तेमाल करें।
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