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Car Features: न एसी, न साउंड सिस्टम, कार में इस फीचर की है जबरदस्त मांग, 3 फीसदी बढ़ गई सेल्स
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Mon, 24 Mar 2025 06:13 PM IST
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सार
अब कारों में 5-10 इंच की डिस्प्ले की मांग घट रही है, जबकि 10-15 इंच वाली स्क्रीन की बिक्री तेजी से बढ़ रही है।

बड़े डिस्प्ले की बढ़ रही डिमांड
- फोटो : Freepik
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विस्तार
जैसे-जैसे कारों की बिक्री बढ़ रही है, वैसे-वैसे ऑटोमोटिव इन्फोटेनमेंट सिस्टम का बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। दुनियाभर में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में इन्फोटेनमेंट सिस्टम की मांग में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में ग्लोबल स्तर पर इन्फोटेनमेंट सिस्टम की बिक्री में 3% की सालाना वृद्धि देखी गई है। यह ट्रेंड आगे भी जारी रहने वाला है, जिससे ऑटो टेक्नोलॉजी में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
2035 तक और तेजी से बढ़ेगा बाजार
काउंटरपॉइंट रिसर्च की एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, इन्फोटेनमेंट सिस्टम का बाजार 2025 से 2035 के बीच 3% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है। इस दौरान सालाना बिक्री 105 मिलियन यूनिट से अधिक हो सकती है। खासतौर पर दक्षिण-पूर्व एशिया, उत्तरी अमेरिका (कनाडा, मैक्सिको) और मध्य पूर्व व अफ्रीका (MEA) में इसकी मांग सबसे अधिक रहने वाली है।
हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग की ओर बढ़ रही इंडस्ट्री
ऑटो इंडस्ट्री अब सॉफ्टवेयर-डिफाइंड व्हीकल्स (Software Defined Vehicles) की ओर तेजी से बढ़ रही है। इसके चलते पारंपरिक सिंगल-फंक्शन इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट्स (ECU) की जगह अब मल्टी-फंक्शन ECU आधारित इन्फोटेनमेंट सिस्टम को अपनाया जा रहा है। आने वाले समय में ADAS (Advanced Driver Assistance System) और कॉकपिट सिस्टम का इंटीग्रेशन देखने को मिलेगा, जिससे ड्राइविंग एक्सपीरियंस और भी स्मार्ट हो जाएगा।
चिपसेट कंपनियों को होगा बड़ा फायदा
इस बदलाव के चलते क्वालकॉम, एनवीडिया, मीडियाटेक और सैमसंग जैसी कंपनियों को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है। ये कंपनियां हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) पर आधारित इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए नए प्रोसेसर और चिपसेट तैयार कर रही हैं, जिससे गाड़ियों में पहले से अधिक स्मार्ट फीचर्स जोड़े जा सकेंगे।
बड़े डिस्प्ले की बढ़ रही डिमांड
अब कारों में 5-10 इंच की डिस्प्ले की मांग घट रही है, जबकि 10-15 इंच वाली स्क्रीन की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। लग्जरी और प्रीमियम कार निर्माता 15 इंच से बड़े सेंटर इन्फोटेनमेंट डिस्प्ले पर फोकस कर रहे हैं, जिससे कारों के डिजिटल फीचर्स को और एडवांस बनाया जा सके।

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2035 तक और तेजी से बढ़ेगा बाजार
काउंटरपॉइंट रिसर्च की एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, इन्फोटेनमेंट सिस्टम का बाजार 2025 से 2035 के बीच 3% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है। इस दौरान सालाना बिक्री 105 मिलियन यूनिट से अधिक हो सकती है। खासतौर पर दक्षिण-पूर्व एशिया, उत्तरी अमेरिका (कनाडा, मैक्सिको) और मध्य पूर्व व अफ्रीका (MEA) में इसकी मांग सबसे अधिक रहने वाली है।
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हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग की ओर बढ़ रही इंडस्ट्री
ऑटो इंडस्ट्री अब सॉफ्टवेयर-डिफाइंड व्हीकल्स (Software Defined Vehicles) की ओर तेजी से बढ़ रही है। इसके चलते पारंपरिक सिंगल-फंक्शन इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट्स (ECU) की जगह अब मल्टी-फंक्शन ECU आधारित इन्फोटेनमेंट सिस्टम को अपनाया जा रहा है। आने वाले समय में ADAS (Advanced Driver Assistance System) और कॉकपिट सिस्टम का इंटीग्रेशन देखने को मिलेगा, जिससे ड्राइविंग एक्सपीरियंस और भी स्मार्ट हो जाएगा।
चिपसेट कंपनियों को होगा बड़ा फायदा
इस बदलाव के चलते क्वालकॉम, एनवीडिया, मीडियाटेक और सैमसंग जैसी कंपनियों को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है। ये कंपनियां हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) पर आधारित इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए नए प्रोसेसर और चिपसेट तैयार कर रही हैं, जिससे गाड़ियों में पहले से अधिक स्मार्ट फीचर्स जोड़े जा सकेंगे।
बड़े डिस्प्ले की बढ़ रही डिमांड
अब कारों में 5-10 इंच की डिस्प्ले की मांग घट रही है, जबकि 10-15 इंच वाली स्क्रीन की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। लग्जरी और प्रीमियम कार निर्माता 15 इंच से बड़े सेंटर इन्फोटेनमेंट डिस्प्ले पर फोकस कर रहे हैं, जिससे कारों के डिजिटल फीचर्स को और एडवांस बनाया जा सके।