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Asia Cup 2025 : आज से शुरू हो रहा हीरो एशिया हॉकी का आयोजन, भारत चीन मैच होने के पहले सीएम करेंगे उद्घाटन

न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, नालंदा Published by: कृष्ण बल्लभ नारायण Updated Fri, 29 Aug 2025 05:03 AM IST
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सार

Asia Cup 2025 : आज से हीरो एशिया हॉकी का आयोजन शुरू हो रहा है, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। एशिया की कुल आठ टीमें भारत, जापान, कजाकिस्तान, चीन, मलेशिया, कोरिया, बांग्लादेश एवं चीनी ताइपे हीरो एशिया कप की प्रतियोगिता में एक दूसरे से भिड़ने को तैयार हैं। 

Bihar News: Hero Asia Hockey Cup 2025 starts cm nitish kumar inaugurate before India China match nalanda bihar
आज से हॉकी एशिया कप का शुभारंभ हो रहा है। - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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बिहार आज इतिहास रचने जा रहा है। राजगीर में पहली बार हीरो एशिया कप (मेन्स) प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। एशिया की कुल आठ टीमें हीरो एशिया कप की प्रतियोगिता में एक दूसरे से भिड़ने को तैयार है। एशिया की कुल आठ टीमों में भारत, जापान, कजाकिस्तान, चीन, मलेशिया, कोरिया, बांग्लादेश एवं चीनी ताइपे की टीम शामिल है। आज का पहला मुकाबला मलेशिया बनाम बांग्लादेश के बीच सुबह 9:00 से शुरू होगा। जबकि दिन का दूसरा मैच 11:00 बजे से कोरिया बनाम चीनी ताइपे के बीच होगा। तीसरा मुकाबला दिन के 1:00 बजे जापान बनाम कजाकिस्तान के बीच होगा। जबकि दिन का चौथा मुकाबला 3 बजे से भारत बनाम चीन के बीच होगा। इस टूर्नामेंट की महत्ता इसलिए और भी बढ़ जाती है। क्योंकि विजेता टीम को विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट में सीधे प्रवेश का अधिकार मिलेगा।
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टूर्नामेंट प्रारूप और टीमों का विभाजन
10 दिवसीय इस महाकुंभ में कुल आठ टीमें भाग ले रही हैं। टूर्नामेंट को दो पूल में विभाजित किया गया है। पूल ए में भारत के साथ जापान, चीन और कजाकिस्तान हैं, जबकि पूल बी में मलेशिया, कोरिया, बांग्लादेश और चीनी ताइपे की टीमें शामिल हैं।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन
हीरो एशिया कप की शुरुआत भले ही आज सुबह 9:00 बजे से मलेशिया बनाम बांग्लादेश के मैच के साथ शुरू हो जाएगी। लेकिन इसका औपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भारत बनाम चीन के बीच 3 बजे से शुरू होने वाले मुकाबले के पहले 2 बजकर 45 मिनट पर करेंगे।

मेजर ध्यानचंद के सम्मान में प्रतियोगिता का आयोजन
29 अगस्त यानी आज का दिन हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद जी का जन्मदिवस है। उन्हीं के जन्मदिन  पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। उनके सम्मान में ही आज हीरो एशिया कप 2025 का शुभारंभ हो रहा है।

मैचों का समय :
29 अगस्त - सुबह नौ बजे मलेशिया बनाम बांग्लादेश, 11 बजे कोरिया बनाम चीनी ताइपे, एक बजे जापान बनाम कजाकिस्तान और तीन बजे भारत बनाम चीन।
30 अगस्त - दोपहर एक बजे बांग्लादेश बनाम चीनी ताइपे और तीन बजे कोरिया बनाम मलेशिया।
31 अगस्त - एक बजे चीन बनाम कजाकिस्तान और जापान बनाम भारत।
01 सितंबर - दोपहर 1.30 बजे बांग्लादेश बनाम कोरिया, 3.30 बजे मलेशिया बनाम चीनी ताइपे, 5.30 बजे चीन बनाम जापान और 7.30 बजे भारत बनाम कजाकिस्तान।
03 सितंबर - 2.30 बजे पांचवे से आठवे स्थान के लिए पूल ए के तीसरे व पूल बी के चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों के बीच। 5 बजे सुपर फोर पूल मैच। 7.30 बजे सुपर फोर पूल मैच।
04 सितंबर - 2.30 बजे पांचवे से आठवें स्थान के लिए पूल बी के तीसरे और पूल एक के चौथे स्थान पर रहने वाली टीम के बीच। 5 बजे सुपर फोर पूल मैच। 7.30 बजे सुपर फोर पूल मैच।
06 सितंबर - 2.30 बजे सातवें-आठवें स्थान के लिए मैच। 5 बजे सुपर फोर पूल मैच। 7.30 बजे सुपर फोर पूल मैच।
07 सितंबर - 2.30 बजे पांचवे-छठे स्थान के लिए मैच। 5 बजे तीसरे-चौथे स्थान के लिए। 7.30 बजे फाइनल।

मेजर ध्यानचंद को समर्पित शुभंकर
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को समर्पित टूर्नामेंट का शुभंकर का नाम चांद दिया गया है। टूर्नामेंट का शुभंकर एक बाघ के रूप में डिजाइन किया गया है। शुभंकर का नाम चांद इसलिए दिया गया है। क्योंकि मेजर ध्यानचंद चांदनी रातों में अभ्यास करके हॉकी की दुनिया में अमर हो गए। शुभंकर के सीने पर पद्म भूषण का मेडल लगाया गया है। जो उनके असाधारण योगदान को दर्शाता है। राष्ट्रीय पशु बाघ का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि यह साहस, स्फूर्ति और कौशल का प्रतीक है। वह गुण जो हर हॉकी खिलाड़ी में होने चाहिए। चांद का लाल लवादा शक्ति और उत्साह को दर्शाता है। जबकि जादूगर की टोपी मेजर ध्यानचंद की जादूगरी का प्रतीक है।

भारतीय टीम में शामिल हैं 18 खिलाड़ी :
भारतीय टीम में 18 खिलाड़ियों की चयन किया गया है। कोच क्रेग फुल्टन व कप्तान हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में टीम राजगीर खेल परिसर में अपना प्रदर्शन करेगी। भारतीय टीम को अपनी घरेलू परिस्थितियों व दर्शकों के समर्थन का फायदा मिलेगा। अपनी धरती पर टीम टूर्नामेंट को जीतने और विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। टीम के खिलाड़ी टर्फ पर अभ्यास सत्र में खूब पसीना बहाया हैं। 

भारतीय टीम :
गोलकीपर - कृष्ण बी पाठक और सूरज करकेरा।
डिफेंस - सुमीत सिंह, जरमनप्रीत सिंह, संजय, हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास और जुगराज सिंह।
मिड फिल्ड - राजिंदर सिंह, राजकुमार पाल, हार्दिक सिंह, मनप्रीत सिंह और विवेक सागर प्रसाद।
फारवर्ड - मनदीप सिंह, शिलानंद लाकड़ा, अभिषेक, सुखजीत सिंह और दिलप्रीत सिंह।
रिजर्व प्लेयर - नीलम, संजीव जेंस और सेल्वम कार्ति।

टिकेट बुकिंग शेड्यूल
26 अगस्त सुबह 8 बजे से हीरो एशिया कप प्रतियोगिता का टिकट जिनी ऐप पर शुरू हुआ था। पोर्टल के खुलते ही महज 5 मिनट में ही मैच के लोकप्रियता को देखते हुए बुक हो गया। इस बार टिकट दिनवार के हिसाब से बुक हुआ है, मैचवार नहीं। यानी किसी एक दिन का टिकेट लेकर दर्शक उस दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होने वाले सभी मैच देख सकेंगे।

स्टेडियम की सुविधाएं
राजगीर खेल परिसर में दर्शकों की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। फूड कोर्ट, पानी के पॉइंट, शौचालय, फैन पार्क और पार्किंग की पूरी व्यवस्था की गई है ताकि दर्शक आराम से पूरा दिन स्टेडियम में बिता सकें।

स्टेडियम के अंदर सुव्यवस्थित प्रवेश व्यवस्था
इस महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए स्टेडियम में चार अलग-अलग गेटों के माध्यम से विभिन्न श्रेणियों के लोगों के लिए अलग-अलग प्रवेश व्यवस्था की गई है। गेट नंबर-01 केवल स्टेडियम के पदाधिकारियों और कर्मियों के लिए आरक्षित रहेगा, जबकि आम जनता और मीडिया के लिए गेट नंबर-02 निर्धारित किया गया है। अति महत्वपूर्ण अतिथियों (VVIP) और पदाधिकारियों के लिए गेट नंबर-03 का उपयोग होगा, जबकि खिलाड़ियों का प्रवेश गेट नंबर-04 से होगा। यह व्यवस्था इस बात को सुनिश्चित करती है कि खिलाड़ी सीधे ग्रीन रूम तक पहुंच सकें।

राजगीर शहर में वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था
टूर्नामेंट के दौरान राजगीर शहर में ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने कई वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की है। पटना और बिहारशरीफ से आने वाले वाहनों के लिए विशेष रूट निर्धारित किए गए हैं। नवादा जाने वाली गाड़ियों को पंडितपुर गुमटी रेलवे क्रॉसिंग से होकर आयुध कारखाना बाईपास के रास्ते होकर गुजर रही है। खिलाड़ियों की बसों के लिए हरियाली मोड़ होते हुए महादेवा से नालंदा विश्वविद्यालय के रास्ते स्टेडियम पहुंचने की व्यवस्था की गई है। इस दौरान छबीलापुर मोड़ से हरियाली-महादेवा की ओर सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है।

सात प्रस्तावित पार्किंग स्थल
दर्शकों की सुविधा के लिए सात अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इनमें गंगाजल परियोजना कैम्पस, स्टेट गेस्ट हाउस के समीप हॉकी मैदान, केरला पब्लिक स्कूल परिसर, आरडीएच स्कूल परिसर, और चक्रपाणि रेसिडेंशियल स्कूल परिसर प्रमुख हैं। नाहुब बाईपास मयार और स्टेडियम गेट नंबर-01 के सामने लेवर कॉलनी तक भी पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।

व्यापक सुरक्षा व्यवस्था
टूर्नामेंट की सफलता के लिए दस महत्वपूर्ण चौराहों पर यातायात प्रशिक्षित पुलिस बल की तैनाती दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक की गई है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक ड्रॉप गेट और पार्किंग स्थल पर भी यातायात पुलिस की व्यवस्था की गई है।


खेल परिसर में विशेष अस्थाई अस्पताल
राजगीर खेल परिसर में ही 25 बेड का एक अस्थाई अस्पताल स्थापित किया गया है। यह व्यवस्था खिलाड़ियों को तत्काल चिकित्सा सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। खेल के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति में खिलाड़ी को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सकेगी।
इस अस्थाई अस्पताल में चार अनुभवी चिकित्सक समेत कुल 84 स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात किया गया है। 

जिले के प्रमुख अस्पतालों में विशेष व्यवस्था
खेल परिसर के अतिरिक्त, जिले के दो प्रमुख अस्पतालों में भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। पावापुरी स्थित भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान में 10 बेड आरक्षित किए गए हैं, जबकि राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल में 5 बेड हॉकी खिलाड़ियों के लिए सुनिश्चित किए गए हैं।

30 अगस्त को 'हॉकी विद हरमनप्रीत' का आयोजन
30 और 31 अगस्त को  टूर्नामेंट के दौरान ही राजगीर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा l
30 अगस्त को 'हॉकी विद हरमनप्रीत' का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आसपास के गावों के बच्चे और युवा खिलाड़ी भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत के साथ हॉकी खेलेंगे और हॉकी के महत्त्वपूर्ण गुर सीखेंगे। यह कार्यक्रम गांव गांव तक खेल संस्कृति के विकास और युवा खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रखा गया है। इसी प्रकार 31 अगस्त को 'संडे ऑन साइकिल' का विशेष कार्यक्रम रखा गया है जिसमें आसपास के गाँवों के बच्चे  युवा खिलाड़ी तथा भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी और अधिकारी 5 किलोमीटर तक आसपास के इलाकों में साइकिल चलाएंगे। यह खिलाडियों और लोगों में स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के साथ साथ हर उम्र के लोगों में खेल संस्कृति के विकास के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। 

ट्रॉफी गौरव यात्रा का हुआ आयोजन
हॉकी के जुनून को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 17 अगस्त से शुरू हुई ट्रॉफी गौरव यात्रा बिहार के सभी जिलों के साथ-साथ चेन्नई, चंडीगढ़ (पंजाब, हरियाणा), दिल्ली, ओडिशा,असम और झारखंड राज्यों में गई है। इस यात्रा का उद्देश्य युवाओं में हॉकी के प्रति रुचि जगाना, खेल संस्कृति को बढ़ावा देना और इस ऐतिहासिक आयोजन में जनभागीदारी सुनिश्चित करना है। झारखंड  ओड़िशा, चंडीगढ़ राज्यों सहित बिहार के 28 जिलों से होकर ट्रॉफी गौरव यात्रा राजगीर खेल परिसर पहुंच गई है।

एशिया कप से पहले भारतीय हॉकी टीम तैयार, कोच फुल्टन ने बताई रणनीति
मेन्स एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट से ठीक पहले भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने टीम की तैयारियों और रणनीति के बारे में विस्तार से बताया। राजगीर में होने वाले इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में भारत की नजरें सीधे वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन पर टिकी हैं।

ऑस्ट्रेलिया में मिली सफलता
कोच फुल्टन ने बताया कि टीम ने पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में दो सप्ताह का सफल प्रशिक्षण शिविर पूरा किया है। हमने कुकुबुरस (ऑस्ट्रेलियाई टीम) के खिलाफ अभ्यास मैच खेले जो काफी सफल रहे। टीम सोमवार शाम राजगीर पहुंची और मंगलवार को मलेशिया के खिलाफ अभ्यास मैच भी खेला।

प्रो लीग के अनुभव से मिली सीख
इस साल प्रो लीग में टीम के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए फुल्टन ने स्वीकार किया कि परिणाम उम्मीदों के अनुसार नहीं रहे। हमारे कई मैच काफी करीबी थे, लेकिन हम चौथे क्वार्टर में फिनिशिंग नहीं कर पा रहे थे। पेनल्टी कॉर्नर और फील्ड गोल में हम उतने प्रभावी नहीं थे जितना पहले होते थे। इन कमियों को दूर करने के लिए कोच ने बताया कि टीम ने रणनीति पर विशेष जोर दिया है। हमने 25-यार्ड एरिया में ज्यादा बॉल ले जाने और डी में ज्यादा मौके बनाने पर काम किया है। साथ ही रक्षा को भी मजबूत बनाया है क्योंकि गोल करना और गोल खाना दोनों से मैच नहीं जीते जा सकते।

वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन का दबाव
एशिया कप के महत्व के बारे में पूछे जाने पर फुल्टन ने कहा की यह हमारे साल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। हम इसमें सब कुछ झोंक देना चाहते हैं। सीधे वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन का इनाम बड़ा है और हम इसी के लिए यहां हैं। उन्होंने आगे कहा कि यदि टीम यहां से क्वालिफाई नहीं करती है तो मार्च में दूसरा मौका मिलेगा, लेकिन वह पहले से ही व्यस्त शेड्यूल को और जटिल बना देगा। इसलिए हमें हर कीमत पर यहीं से क्वालिफिकेशन हासिल करना है।

मौसम की चुनौतियां
बैंगलोर से पर्थ की ठंड और फिर राजगीर की गर्मी के बारे में पूछे जाने पर कोच ने कहा की मौसम एक चुनौती है लेकिन यह सब कुछ नहीं है। हमें अपना रास्ता खुद बनाना होगा। हमारी प्राथमिकता प्रतिस्पर्धा थी इसलिए हमने यह योजना बनाई।

नई टूर्नामेंट संरचना
इस बार एशिया कप में 'सुपर फोर्स' का नया फॉर्मेट है जिससे एक ही टीम से तीन बार खेलना पड़ सकता है। फुल्टन ने इसे दिलचस्प बताया और कहा कि वे एक समय में एक मैच पर फोकस करेंगे।

युवा खिलाड़ियों को मिले मौके
ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान 24 सदस्यीय बड़े स्क्वाड के साथ गए थे जिससे युवा खिलाड़ियों को मौके मिले। पहले दो मैच युवाओं पर केंद्रित थे जबकि तीसरे और चौथे मैच एशिया कप टीम ने खेले। हमने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराया और 3-2 से हारे। यह काफी प्रतिस्पर्धी था।


कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने टूर्नामेंट को बताया वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण, चीनी चुनौती के लिए तैयार टीम इंडिया
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बिहार में आयोजित हो रहे एशियन हॉकी चैम्पियनशिप से पहले एक विशेष साक्षात्कार में टीम की तैयारियों और रणनीति के बारे में विस्तार से चर्चा की। यह टूर्नामेंट भारतीय हॉकी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आगामी विश्व कप के लिए क्वालिफिकेशन का अंतिम अवसर है।

बिहार की मेजबानी पर खुशी
हरमनप्रीत ने बिहार की मेजबानी की सराहना करते हुए कहा की बहुत अच्छा लग रहा है यहां आकर। यह दूसरा टूर्नामेंट है जो बिहार होस्ट कर रहा है, पहले महिला टीम का था। यहां का माहौल काफी अच्छा है और सुविधाएं भी उम्दा हैं। कप्तान ने इस बात पर जोर दिया कि टीम इस बार पूरी तरह से तैयार है और चीन के खिलाफ फाइनल मैच के कड़वे अनुभव से सीख लेकर आई है।

चीनी चुनौती का सामना
चीन के कोचिंग स्टाफ में हुए बदलाव पर सवाल के जवाब में हरमनप्रीत ने कहा की हम उम्मीद कर रहे हैं कि उनके नए कोच के साथ शायद कुछ बदलाव होंगे। उनके पास भारत के पूर्व कोच रोलेन्ड ओल्टमैन और बेल्जियम के विश्व कप विजेता कोच भी आए हैं। लेकिन हम उसके लिए भी तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा की यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम कितनी जल्दी उनका विश्लेषण कर सकते हैं। अगर उन्होंने कुछ बदलाव किया है तो हम उसके लिए भी रणनीति बनाकर आए हैं।

अंतिम अवसर का दबाव
इस टूर्नामेंट को विश्व कप क्वालिफिकेशन का अंतिम मौका बताते हुए हरमनप्रीत ने स्वीकार किया कि यह वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। प्रो लीग में हमारा प्रदर्शन हमारे अनुकूल नहीं रहा, लेकिन यह हमारा अंतिम मौका है। हमारा माइंडसेट यही है कि किसी भी टीम को हल्के में न लें।

मानसिक तैयारी पर फोकस
पिछली गलतियों से सीख लेने के बारे में पूछे जाने पर कप्तान ने बताया कि टीम ने मानसिक कोच पैडी के साथ मिलकर विशेष सत्र आयोजित किए हैं। हमारे पास कठिन परिस्थितियों के लिए अलग-अलग रणनीतियां हैं। जब हम गोल करते हैं तो अगले 2-3 मिनट अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि विरोधी टीम तुरंत जवाबी हमला करती है।

रैंकिंग के दबाव का प्रबंधन
एशियाई टीमों में भारत की टॉप रैंकिंग के दबाव के बारे में हरमनप्रीत ने कहा की रैंकिंग के साथ दबाव आता है, लेकिन हमारा माइंडसेट वही रहेगा जो बड़े टूर्नामेंटों में होता है। चाहे वह ओलंपिक हो या कोई अन्य मेजर टूर्नामेंट, हम कोई भी छोटी गलती नहीं करना चाहते।
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