Indo-Nepal Border: नेपाल की जेल से फरार छह कैदी भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार, सुरक्षा पर उठे सवाल
Indo-Nepal Border: जयनगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि अब तक कुल छह कैदी पकड़े गए हैं। तीन बासोपट्टी से, दो लदनियां से और एक मधवापुर से। सभी से पुलिस और खुफिया एजेंसियां मिलकर पूछताछ कर रही हैं।

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भारत-नेपाल सीमा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। नेपाल में हाल ही में भड़के आंदोलन और जेलों की कमजोर सुरक्षा व्यवस्था के कारण कई कैदी फरार हो गए। इनमें से छह कैदी शुक्रवार को मधुबनी जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से एसएसबी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए।

सूत्रों के मुताबिक, लदनियां थाना क्षेत्र के छपकी गांव से दो कैदियों को थानाध्यक्ष अनूप कुमार की अगुवाई में दबोचा गया। इसी तरह मधवापुर थाना क्षेत्र में गश्ती के दौरान एक संदिग्ध पकड़ा गया, जिसकी पहचान नेपाल की जेल से भागे कैदी के रूप में हुई। सबसे बड़ी सफलता बासोपट्टी थाना क्षेत्र में मिली, जहां तीन फरार कैदियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें एक ब्राजील का नागरिक भी शामिल है, जिसकी मौजूदगी ने सुरक्षा एजेंसियों को और सतर्क कर दिया है।
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जयनगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि अब तक कुल छह कैदी पकड़े गए हैं। तीन बासोपट्टी से, दो लदनियां से और एक मधवापुर से। सभी से पुलिस और खुफिया एजेंसियां मिलकर पूछताछ कर रही हैं। कैदियों की पृष्ठभूमि, आपराधिक गतिविधियों और भारत आने के मकसद की गहन जांच की जा रही है।
डीएसपी ने आशंका जताई कि इस पूरी घटना में किसी संगठित नेटवर्क की भूमिका हो सकती है। वहीं, बेनीपट्टी थाना प्रभारी अमित कुमार ने भी पुष्टि की कि जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि फरार कैदी भारत में किन लोगों से संपर्क करने वाले थे।
घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। सीमा पर एसएसबी की तैनाती और गश्त बढ़ा दी गई है। इसके बावजूद फरार कैदियों का आसानी से सीमा पार कर आना सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी खामी को उजागर करता है।