Bihar News: हिजाब विवाद पर जीतन राम मांझी का सीएम नीतीश कुमार को समर्थन, कहा- बेवजह दिया गया तूल
Bihar: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अतरी में कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान कहा कि दशरथ मांझी को जातिगत उपेक्षा के कारण उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने हिजाब प्रकरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बचाव करते हुए गहलौर घाटी को पर्यटन स्थल बनाने की मांग की।
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अतरी विधानसभा क्षेत्र के गवर्नर घाटी के समीप सोमवार को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के बैनर तले कंबल वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व अतरी विधायक रोहित कुमार ने किया। समारोह में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने अतरी क्षेत्र की जनता के बीच हजारों कंबलों का वितरण किया। इसके बाद सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपनी बात खुलकर रखते हैं। उन्होंने कहा कि यदि माउंटेन मैन दशरथ मांझी किसी दूसरी जाति से होते, तो अब तक उन्हें कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके होते। दशरथ मांझी भूइयां जाति से थे और उन्होंने साढ़े 22 वर्षों तक भूखे-प्यासे रहकर पहाड़ काटने का ऐतिहासिक कार्य किया, लेकिन आज तक उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे।
मांझी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए के नेताओं से दशरथ मांझी को राष्ट्रपति पुरस्कार दिलाने की मांग की है और इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी के परिवार को आगे बढ़ाने के लिए भी वे काम कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने परिवार के कुछ सदस्यों की कार्यशैली पर असहमति जताते हुए कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर समाज के हित में बात करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि दशरथ मांझी के परिवार को राहुल गांधी द्वारा मकान की चाबी सौंपी गई, जबकि मकान पहले से ही बना हुआ था। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे में चाबी देने का औचित्य क्या था।
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हिजाब प्रकरण पर बोले मांझी
केंद्रीय मंत्री ने हिजाब विवाद को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा कि वे समय-समय पर मुख्यमंत्री का पक्ष रखते हैं। उन्होंने कहा कि गहलौर घाटी में सरकारी स्तर पर उत्सव मनाया जाना चाहिए, यह विचार सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही था।
मांझी ने कहा कि कभी-कभी आपसी मतभेद हो जाते हैं, लेकिन उनके और नीतीश कुमार के बीच दिल से सम्मान का रिश्ता है। उन्होंने हिजाब प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि डॉक्टर प्रमाणपत्र वितरण के दौरान एक छात्रा हिजाब में थी। मुख्यमंत्री ने उससे सहज भाव में हिजाब थोड़ा नीचे करने को कहा, जिसे बेवजह तूल दिया गया। उन्होंने कहा कि यह बेटी-बेटियों को समझाने जैसा सामान्य व्यवहार था, न कि कोई अपमानजनक घटना।
मांझी ने कहा कि इस मामले को अनावश्यक रूप से अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना दिया गया, जबकि छात्रा का परिवार और शिक्षक भी इसे गंभीर मुद्दा नहीं मानते। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बदनाम करने की कोशिश की गई, लेकिन वे हमेशा सच्चाई के साथ खड़े रहे।उन्होंने बताया कि आज गहलौर घाटी में सरकारी तौर पर महोत्सव का आयोजन हो रहा है और इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए बिहार सरकार और केंद्र सरकार से बातचीत चल रही है।