Bihar Politics: 'नीतीश कल भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे मुख्यमंत्री', पूर्व सांसद आनंद मोहन का बड़ा बयान
Bihar: औरंगाबाद में आनंद मोहन ने कहा कि नीतीश कुमार कल भी मुख्यमंत्री थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने महिला रोजगार योजना को क्रांतिकारी बताया, राजद से बगावत को मजबूरी कहा और चेतन आनंद की जीत को पूरी तरह वैध करार दिया।
विस्तार
नबीनगर से बेटे चेतन आनंद के विधानसभा चुनाव जीतने के एक माह बाद बिहार के चर्चित राजपूत नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन औरंगाबाद पहुंचे। एक कार्यक्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, महिला रोजगार योजना, राजद से बगावत, बुलडोजर एक्शन, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के तेवर और बेटे चेतन की जीत को लेकर खुलकर बेबाकी से अपनी बात रखी।
नीतीश कल भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे सीएम
आनंद मोहन ने नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष विधानसभा चुनाव से पहले भी कहता रहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, लेकिन चुनाव के बाद वही नीतीश कुमार फिर से सीएम बने। अब विपक्ष फिर यह अफवाह फैला रहा है कि एनडीए में नीतीश कुमार का एग्जिट प्लान तैयार हो गया है। सच्चाई यह है कि विपक्ष के पास अब कहने को कुछ नहीं बचा है। जनता ने विधानसभा चुनाव में उन्हें करारा जवाब दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे। 25 से 30 फिर से नीतीश यह जनता ने तय कर दिया है।
महिला रोजगार योजना महिलाओं के हित में क्रांतिकारी कदम
महिला रोजगार योजना के तहत जीविका दीदियों को दी गई 10-10 हजार रुपये की राशि को लेकर विपक्ष के आरोपों पर आनंद मोहन ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जो लोग आज इसे चुनावी रिश्वत बता रहे हैं, वे भी सरकार में रह चुके हैं, लेकिन तब उन्हें महिलाओं की भलाई नहीं सूझी। उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही विपक्ष माई-बहिन योजना, 200 यूनिट फ्री बिजली और 2000 रुपये पेंशन जैसे वादे करने लगा। हमने सरकार में रहते हुए 125 यूनिट बिजली फ्री की, पेंशन बढ़ाई और महिला रोजगार योजना शुरू की, तो उनके पेट में दर्द होने लगा। आनंद मोहन ने कहा कि महिला रोजगार योजना एक क्रांतिकारी कदम है। अभी महिलाओं को 10 हजार रुपये मिले हैं, आगे जब 2-2 लाख रुपये मिलेंगे तो इससे महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा।
पढे़ं; दरभंगा-मधुबनी NH-27 पर हत्या के आरोप में बवाल, शव रखकर परिजनों ने किया हाईवे जाम
राजपूत धोखा नहीं देता, बगावत करता है
राजद को धोखा देने के आरोपों पर आनंद मोहन ने साफ शब्दों में कहा कि राजपूत धोखा नहीं देता, बल्कि बगावत करता है। उन्होंने कहा कि जब चेतन आनंद ने शिवहर से चुनाव लड़ा, तो राजद को हमारे लोगों के वोट मिले। चेतन की मां लवली आनंद सांसद बनीं, लेकिन हमें और हमारे लोगों को कुछ नहीं मिला। पार्टी बैठकों में एक ओर पुराने राज के लिए माफी की बात होती रही, वहीं दूसरी ओर “ठाकुर का कुआं” और अघोषित रूप से “भूरा बाल साफ” करने की बातें होने लगीं। ऐसी परिस्थितियों में बगावत मजबूरी बन गई। इसमें धोखे की कोई बात नहीं है।
भ्रष्टाचार पर भी चले बुलडोजर
बुलडोजर एक्शन को लेकर आनंद मोहन ने कहा कि बिहार में बिना वजह जेसीबी को बुलडोजर कहा जा रहा है। जो भी कार्रवाई हो रही है, वह कोर्ट के आदेश पर हो रही है उन्होंने मांग की कि जिस तरह अवैध निर्माण पर कार्रवाई होती है, उसी तरह भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी बुलडोजर चलना चाहिए।
तेवर दिखाना जीतन राम मांझी की बारगेनिंग
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बयानों पर आनंद मोहन ने कहा कि वे एनडीए के सम्मानित नेता हैं और उन्हें गठबंधन में पूरा सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति में अपनी और पार्टी की भूमिका मजबूत करने के लिए तेवर दिखाए जाते हैं। मांझी जी भी यही कर रहे हैं, इसमें किसी को बुरा मानने की जरूरत नहीं है।
अपनों की वजह से चेतन कम वोटों से जीता
बेटे चेतन आनंद की नबीनगर से महज 112 वोटों से जीत पर आनंद मोहन ने कहा कि यह कोई कड़ा संघर्ष नहीं था। मतदान से तीन दिन पहले वे 30 हजार वोटों से जीत रहे थे।उन्होंने कहा कि राजद से मुकाबला नहीं था, लेकिन पार्टी के ही कुछ अपनों ने संकट खड़ा कर दिया। कई नेता पार्टी छोड़ गए, जिससे नुकसान हुआ। पोस्टल बैलेट से जितवाने के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलेट में तो विरोधी प्रत्याशी को ज्यादा वोट मिले हैं। चेतन ने ईवीएम के वोटों से ही जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को आपत्ति थी तो री-काउंटिंग करानी चाहिए थी। कम अंतर से ही सही, लेकिन हार को खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए।