Bihar News: बाघ की गतिविधि से ग्रामीणों में बढ़ा भय, प्रशासन और वन विभाग पर उठी सुरक्षा की मांग
नवादा जिले के रजौली थाना क्षेत्र अंतर्गत हरदिया पंचायत के जंगली इलाकों में पिछले एक सप्ताह से बाघ की गतिविधि देखी जा रही है। नावाडीह और कोसदरियां गांव के ग्रामीण खेतों और जंगलों में काम करते समय असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
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नवादा जिले के रजौली थाना क्षेत्र अंतर्गत हरदिया पंचायत के जंगली इलाकों में पिछले एक सप्ताह से बाघ की गतिविधि देखने को मिल रही है। इस कारण नावाडीह और कोसदरियां गांव के ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। खेतों और जंगलों में काम करने वाले किसान तथा आबादी क्षेत्र के लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
ग्रामीणों के अनुसार बाघ कई दिनों से गांव की सीमा के आसपास घूम रहा है और छुट्टा गोवंशीय पशुओं को अपना शिकार बना रहा है। करीब पांच दिन पहले नावाडीह गांव निवासी परमेश्वर सिंह के गोवंशीय पशु पर बाघ ने हमला किया था। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी।
रविवार, 14 दिसंबर की सुबह नावाडीह-कोसदरियां के जंगल में बाघ को गांव के नजदीक देखा गया। बाघ को देखते ही ग्रामीणों ने शोर मचाया, जिसके बाद वह जंगल की ओर चला गया। बताया जा रहा है कि बाघ अब तक एक पालतू पशु का शिकार भी कर चुका है। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग गश्त का दावा तो कर रहा है, लेकिन बाघ को पकड़ने या उसे सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्थिति को देखते हुए गांव की महिलाएं और बच्चे घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं।
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ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से तत्काल प्रभावी कदम उठाने की मांग की है, ताकि किसी बड़े हादसे की आशंका को रोका जा सके। इस संबंध में वन विभाग के रेंजर नारायण लाल सेवक ने बताया कि विभागीय टीम बाघ की लगातार निगरानी और ट्रैकिंग कर रही है। वहीं स्थानीय पुलिस भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की गई है।