Bihar: पटना में जल निकासी को लेकर मंत्री जिवेश कुमार ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
Bihar: मंत्री जिवेश कुमार ने कहा कि जिन इलाकों में पानी अब भी जमा है, वहां सक्शन मशीनों का प्रयोग कर त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि आवश्यक हो तो आसपास के नगर निकायों से भी सक्शन मशीन और पंप मंगवाए जाएं तथा अन्य विभागों के इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता भी ली जाए।

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राजधानी में बीते रविवार रात से सोमवार सुबह तक हुई लगातार मूसलधार बारिश के बाद उत्पन्न जलजमाव की स्थिति को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री श्री जिवेश कुमार ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में पटना क्षेत्र के विधायक, विधान परिषद सदस्य, विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, नगर आयुक्त सह बुडको एमडी अनिमेष कुमार पराशर समेत संबंधित विभागों के वरीय अधिकारी एवं विभिन्न वार्डों के पार्षद उपस्थित रहे।

बैठक में मंत्री ने जलनिकासी की वर्तमान स्थिति, प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति तथा अब तक किए गए कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि शहर के सभी वार्डों, मोहल्लों और गलियों में पानी की स्थिति का तुरंत आकलन करते हुए अगले छह से आठ घंटे के भीतर हर हाल में जलनिकासी सुनिश्चित की जाए। मंत्री ने कहा कि जिन इलाकों में पानी अब भी जमा है, वहां सक्शन मशीनों का प्रयोग कर त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि आवश्यक हो तो आसपास के नगर निकायों से भी सक्शन मशीन और पंप मंगवाए जाएं तथा अन्य विभागों के इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता भी ली जाए।
मंत्री ने नगर विकास विभाग, बुडको और पटना नगर निगम के अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि रविवार रात से सोमवार दोपहर तक हुई लगातार तेज बारिश के बावजूद अधिकारियों और कर्मचारियों ने फील्ड में रहकर बेहतर कार्य किया। उनके प्रयासों से पटना के अधिकांश हिस्सों से पानी हटा लिया गया। उन्होंने कहा कि यह संतोषजनक है कि अल्प समय में जलजमाव पर नियंत्रण पाया गया, लेकिन जब तक शेष बचे क्षेत्रों से भी पानी पूरी तरह नहीं निकल जाता, कार्य लगातार जारी रहना चाहिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि पटना में रविवार रात से सोमवार सुबह 11 बजे तक कुल 175.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके बावजूद लगभग 90 से 95 प्रतिशत इलाकों से जलनिकासी कर ली गई थी। हालांकि सोमवार देर रात और मंगलवार की सुबह पुनः बारिश होने से कुछ क्षेत्रों में फिर से जलजमाव की स्थिति बनी। ऐसे में मंत्री ने निर्देश दिया कि रात भर अभियान जारी रखते हुए अगले कुछ घंटों में सभी प्रभावित इलाकों को जलमुक्त किया जाए।
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बैठक में नगर विकास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने बताया कि निगम की ओर से संचालित हेल्पलाइन नंबर 155304 पर रविवार शाम तक कुल 348 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनका समाधान कर लिया गया है। साथ ही, निगम की क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की 19 टीमें अलर्ट मोड पर कार्य कर रही हैं। इन टीमों ने वॉकी-टॉकी और सीसीटीवी कैमरों की मदद से संप हाउसों की जलस्तर निगरानी कर त्वरित प्रतिक्रिया दी, जिससे अधिकांश क्षेत्रों में जलनिकासी संभव हो सकी।
पटना नगर निगम और बुडको की टीमें लगातार फील्ड में डटी हुई हैं। निगम आयुक्त व बुडको एमडी ने स्वयं विभिन्न संप हाउसों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। मीठापुर, न्यू जक्कनपुर, गर्दनीबाग, राजेंद्र नगर, बाईपास, करबिगहिया, सब्जीबाग, गांधी मैदान, एयरपोर्ट, खेतान मार्केट, विधानसभा और द्वारिकापुरी जैसे संवेदनशील इलाकों से कुछ ही घंटों में जलनिकासी कर दी गई।
नगर निगम द्वारा वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी की गई हैं। पटना शहर के 56 स्थायी ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन (डीपीएस) के साथ-साथ 36 अस्थायी डीपीएस भी बनाए गए हैं, जहां ट्रॉली माउंटेड पंपों की सहायता से पानी निकाला जा रहा है। पटना से दानापुर तक के इलाकों में अस्थायी डीपीएस सक्रिय किए गए हैं। इन सभी स्थलों पर तीनों पालियों में कर्मचारी तैनात किए गए हैं और लगातार जलनिकासी की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, इस बार कुल 364 पंपों का उपयोग किया जा रहा है, जिनमें से 265 विद्युत चालित और 99 डीजल संचालित हैं। स्थायी डीपीएस पर 256 पंप लगाए गए हैं, जबकि 83 पंप अस्थायी डीपीएस पर कार्यरत हैं। क्षेत्रवार डीपीएस की संख्या और पंपों की जानकारी भी बैठक में साझा की गई।
अजीमाबाद अंचल में 7 डीपीएस पर 33 पंप (30 विद्युत, 3 डीजल), कंकड़बाग में 7 डीपीएस पर 46 पंप (41 विद्युत, 6 डीजल), बांकीपुर में 7 डीपीएस पर 35 पंप (29 विद्युत, 6 डीजल), पाटलिपुत्र में 9 डीपीएस पर 36 पंप (29 विद्युत, 7 डीजल) और नूतन राजधानी अंचल में 26 डीपीएस पर 105 पंप (95 विद्युत, 10 डीजल) कार्यरत हैं।
मंत्री जिवेश कुमार और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने खुद फील्ड में पहुंच कर न्यू जक्कनपुर, मीठापुर, गर्दनीबाग और अन्य इलाकों में जलनिकासी व्यवस्था का निरीक्षण किया। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जोनवार ऐसे क्षेत्रों में एक-एक वरिष्ठ अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए, जहां जलजमाव की स्थिति गंभीर है।
नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उनके क्षेत्रों में अब भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है तो वे हेल्पलाइन नंबर 155304 पर संपर्क करें। निगम की 24x7 हेल्पलाइन और क्यूआरटी टीमें हर शिकायत पर त्वरित प्रतिक्रिया के लिए पूरी तरह तैयार हैं।