{"_id":"693288b3ca5ce762a309d105","slug":"rohtas-bihar-news-12-crore-electricity-bills-pending-on-phed-revenue-abuse-collusion-case-rohtas-news-patna-news-c-1-1-noi1396-3702566-2025-12-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bihar News: रोहतास में पीएचईडी विभाग पर 12 करोड़ का बिजली बिल बकाया, डीएम के निर्देश के बाद भी नहीं हुआ भुगतान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bihar News: रोहतास में पीएचईडी विभाग पर 12 करोड़ का बिजली बिल बकाया, डीएम के निर्देश के बाद भी नहीं हुआ भुगतान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रोहतास
Published by: पटना ब्यूरो
Updated Fri, 05 Dec 2025 02:22 PM IST
सार
Bihar News: पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने कहा कि संवेदकों पर कुल 14 करोड़ की राशि बकाया थी, जिसमें से दो करोड़ का भुगतान किया गया है और आगे भी बैठक कर संवेदकों को भुगतान के लिए निर्देशित किया जाएगा।
विज्ञापन
पीएचईडी एवं बिजली विभाग
- फोटो : अमर उजाला डिजिटल
विज्ञापन
विस्तार
रोहतास जिले में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों और संवेदकों के कथित मिलीभगत से सरकारी राशि के दुरुपयोग का एक बड़ा मामला सामने आया है। बता दें कि जिले के पीएचईडी विभाग पर विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं के तहत लगभग 14 करोड़ रुपये की बड़ी राशि बकाया थी, जिसको देखते हुए विभाग ने सभी संवेदकों को चार महीने पूर्व हीं 15 दिनों के भीतर भुगतान करने का अंतिम निर्देश जारी किया था, लेकिन इस क्रम में संवेदकों ने मात्र दो करोड़ रुपए का हीं भुगतान किया और अभी भी कुल 12 करोड़ की राशि बकाया है। हालांकि इतनी बड़ी राशि बकाया होने के बावजूद भी विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन नहीं काटे जाने पर उनके दोहरे मापदंड पर भी सवाल उठ रहे हैं।
Trending Videos
चार महीने बाद भी नहीं हुआ भुगतान
लोक स्वास्थ्य प्रमंडल सासाराम के कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने बीते चार महीने पूर्व हीं सभी संबंधित संवेदकों को एक पत्र जारी कर 'हर घर नल का जल' योजना (एचजीएन), पाइप ग्रामीण जलापूर्ति योजना (पीडब्लूएस) और मिनी ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत लंबित विद्युत राशि के शत-प्रतिशत भुगतान का निर्देश दिया था, लेकिन अब तक संवेदकों द्वारा शत-प्रतिशत राशि का भुगतान नहीं किया गया है। पत्र में यह भी कहा गया था कि यदि 15 दिनों के अंदर बकाया राशि का भुगतान सुनिश्चित नहीं किया गया, तो विभागीय निर्देशों और एकरारनामा में निहित शर्तों के आधार पर संबंधित संवेदकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
पढ़ें: नालंदा में सड़क हादसा, घायल युवक ने पीएमसीएच में तोड़ा दम; गांव में मातमी सन्नाटा
जिलाधिकारी ने भी जताई थी नाराजगी
वहीं बकाया राशि को लेकर जिलाधिकारी उदिता सिंह ने भी बीते 14 अगस्त को एक पत्र के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के तहत विद्युत बिलों का नियमित भुगतान नहीं किए जाने पर असंतोष व्यक्त किया था। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि पीएचईडी विभाग संवेदकों से जल्द से जल्द बकाया राशि का भुगतान सुनिश्चित कराए, अन्यथा कार्रवाई होगी।
पीएचईडी एवं संवेदकों में मिलीभगत
दरअसल शत-प्रतिशत बकाया राशि के भुगतान नहीं होने की स्थिति में पीएचईडी विभाग ने सभी संवेदकों के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जो पीएचईडी विभाग एवं संवेदकों के बीच मिलीभगत को उजागर करता है। इतना हीं नहीं पीएचईडी विभाग जिलाधिकारी के निर्देश को भी दरकिनार कर राजस्व संग्रहण में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इस संदर्भ में कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने कहा कि कुल 14 करोड़ की राशि बकाया थी, जिसमें से दो करोड़ का भुगतान किया गया है और आगे भी बैठक कर संवेदकों को भुगतान के लिए निर्देशित किया जाएगा।
विद्युत विभाग का दोहरा मापदंड
आमतौर पर देखा जाता है कि विद्युत विभाग घरेलू उपभोक्ताओं के चंद रुपये बकाया होने पर भी घरों की बिजली काट देता है, लेकिन पीएचईडी विभाग के मामले में भारी राशि बकाया होने के बावजूद भी नरमी बरती जा रही है। चूंकि यह बिजली विभाग के दोहरे मापदंड को भी उजागर करता है और सरकारी राजस्व के प्रति पीएचईडी एवं बिजली विभाग की गंभीरता लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
बकाया राशि वाले प्रमुख संवेदक
विभाग के अनुसार बकाया राशि वाले संवेदकों में मुख्य रूप से आलोक कुमार सिंह, राजेश कुमार, राजगृही सिंह, गणपति बोरवेल, रेखा कुमारी, सुनील कुमार, अजीत कुमार सिंह, सत्य श्री साई कन्सन्ट्रशन, कृष्ण राज इंजिकॉन, मनोज कुमार, अनिल सिंह, कृष्ण मुरारी, रोहित वर्मा आदि शामिल हैं।