Gold Silver Price: दिल्ली में सोने का भाव दो सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा, चांदी की कीमतों में भी उछाल
Gold Silver Price: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के बीच बुधवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना दो हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। चांदी की कीमतों में भी इस दौरान उछाल दिखा। आइए सर्राफा बाजार का हाल विस्तार से जानें।
विस्तार
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के बीच बुधवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना दो हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना ₹1,200 की बढ़त के साथ ₹1,30,100 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना ₹1,29,500 प्रति 10 ग्राम पर रहा।
विश्लेषकों के अनुसार फेड अधिकारियों की नरम टिप्पणियों और कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने दरों में कटौती की संभावना को मजबूत किया है, इससे सोने की कीमतों में तेजी आई। वैश्विक बाजार में सोना हाजिर 0.81% बढ़कर $4,164.30 प्रति औंस पर पहुंच गया।
चांदी की कीमतों में भी उछाल जारी रहा और यह ₹2,300 की बढ़त के साथ ₹1,63,100 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। विदेशी बाजार में चांदी हाजिर 1.71% बढ़कर $52.37 प्रति औंस पर रही। कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि रूस-यूक्रेन शांति वार्ता की उम्मीदों से तेजी सीमित रही, लेकिन मौलिक संकेत बताते हैं कि सोने के लिए सबसे कम प्रतिरोध का रास्ता ऊपर की ओर है।
अंतरराष्ट्रीय संकेतों का असर और निवेशकों की रणनीति
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम टिप्पणियों और कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने वैश्विक बाजारों में सोने की मांग को बढ़ावा दिया है। टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर और बेरोजगारी दावों के आंकड़े आने से पहले ही निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख किया। कोटक सिक्योरिटीज की कायनात चैनवाला ने बताया कि फेड गवर्नर मीरान और वालर की हालिया टिप्पणियों से ब्याज दरों में कटौती की संभावना मजबूत हुई है, इससे सोने की कीमतों में तेजी आई।
चांदी की चमक और भू-राजनीतिक कारक
चांदी के बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि रूस-यूक्रेन शांति समझौते की उम्मीदों ने तेजी को सीमित किया है। मिराए एसेट शेयरखान के प्रवीण सिंह ने कहा कि अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और फेडरल रिजर्व के अगले अध्यक्ष को लेकर अटकलों ने दरों में कटौती की धारणा को और बल दिया है, जिससे सोने और चांदी दोनों में तेजी बनी हुई है।