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राहत: ऑनलाइन खरीदारी...जितना मूल्य दिखेगा, वही चुकाना होगा; उपभोक्ता नहीं होंगे गुमराह

अमर उजाला ब्यूरो Published by: लव गौर Updated Fri, 21 Nov 2025 05:34 AM IST
सार

 जेप्टो, जोमैटो, स्विगी और जियोमार्ट समेत देश की 26 प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपने ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म के डार्क पैटर्न से मुक्त होने की घोषणा की है। सरकार ने इसे डिजिटल बाजार में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।

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26 e-commerce companies including Zomato have announced that their platforms are free from dark patterns
ऑनलाइन खरीदारी (फाइल फोटो) - फोटो : अमर उजाला प्रिंट
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ऑनलाइन खरीदारी करने वालों के लिए बड़ी राहत देने वाली खबर है। अब उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म पर जो मूल्य दिखेगा, उसी का भुगतान करना होगा, उनसे किसी तरह का हिडेन चार्ज नहीं लिया जाएगा और न ही भ्रामक विज्ञापनों के जरिये उन्हें  गुमराह  किया जाएगा।
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जेप्टो, जोमैटो, स्विगी और जियोमार्ट समेत देश की 26 प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपने ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म के डार्क पैटर्न से मुक्त होने की घोषणा की है। सरकार ने इसे डिजिटल बाजार में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने कहा कि ये घोषणाएं अन्य कंपनियों को भी इसी तरह के स्व-नियमन अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।
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इन 26 ई-कॉमर्स मंच में फार्म इजी, जेप्टो मार्केटप्लेस, फ्लिपकार्ट इंटरनेट, मिंत्रा डिजाइन्स, वॉलमार्ट इंडिया, मेकमायट्रिप (इंडिया), बिगबास्केट (इनोवेटिव रिटेल कॉन्सेप्ट्स), जियोमार्ट (रिलायंस रिटेल), जोमैटो, स्विगी, ब्लिंकिट, पेज इंडस्ट्रीज, विलियम पेन, क्लियरट्रिप, रिलायंस ज्वेल्स, रिलायंस डिजिटल, नेटमेड्स, टाटा 1एमजी, मीशो, इक्सिगो, मिलबास्केट, हैमलेज, अजियो, टीरा ब्यूटी (रिलायंस रिटेल लिमिटेड), ड्यूरोफ्लेक्स प्राइवेट लिमिटेड और क्यूराडेन इंडिया शामिल हैं। 

डार्क पैटर्न की पहचान के लिए ऑडिट कराया
इन 26 ई-कॉमर्स कंपनियों ने डार्क पैटर्न की किसी भी मौजूदगी की पहचान, आकलन और उन्मूलन के लिए आंतरिक रूप से स्वयं और अन्य पक्षों से ऑडिट कराए हैं। कंपनियों ने कहा है कि उनके मंच किसी भी तरह के छेड़छाड़ वाले यूजर इंटरफेस डिजाइन का इस्तेमाल नहीं करते हैं।

ये हैं चिन्हित 13 डार्क पैटर्न
डार्क पैटर्न की रोकथाम और नियमन के लिए दिशानिर्देश, 2023, 30 नवंबर 2023 को अधिसूचित, 13 डार्क पैटर्न की पहचान करते हैं और उन पर प्रतिबंध लगाते हैं। ये 13 डार्क पैटर्न हैं- फॉल्स अर्जेंसी, बास्केट स्नीकिंग, कनफर्म शैमिंग, फोर्स्ड एक्शन, सब्सक्रिप्शन ट्रैप, इंटरफेस इंटरफेयरेंस, बेट एंड स्विच, ड्रिप प्राइसिंग (हिडेन चार्ज), भ्रामक विज्ञापन,  नैगिंग, ट्रिक वर्डिंग, सास बिलिंग और रफ  मालवेयर।

क्या है डार्क पैटर्न
डार्क पैटर्न उपभोक्ताओं को गुमराह करने की ऑनलाइन तकनीक है। यूजर इंटरफेस को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि लोग अनजाने में उसी लिंक पर क्लिक कर दें, जिससे वे बचना चाहते हैं। सरकार ने 2023 में इसकी रोकथाम के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए थे। डार्क पैटर्न की रोकथाम व विनियमन के लिए दिशानिर्देश को 30 नवंबर 2023 को अधिसूचित किए गए था। इसके तहत 13 डार्क पैटर्न की पहचान करते हुए उपभोक्ताओं के हित में उन्हें प्रतिबंधित किया गया था।
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