EPFO: ईपीएफओ इस सप्ताह तक खातों में जमा करेगा 8.25 फीसदी ब्याज, 96.5 प्रतिशत अपडेट प्रक्रिया पूरी
श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि ईपीएफओ वर्ष 2025 के लिए 8.25 प्रतिशत ब्याज सदस्यों के खातों में जमा करने की प्रक्रिया इस सप्ताह पूरी कर लेगा। उन्होंने बताया कि 8 जुलाई तक 33.56 करोड़ सदस्य खातों में से 32.39 करोड़ खातों में ब्याज जमा किया जा चुका है।
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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) वित्त वर्ष 2025 के लिए 8.25 प्रतिशत ब्याज कर्मचारियों के खातों में इस सप्ताह तक जमा करने की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलावर को यह जानकारी दी।
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32.39 करोड़ खातों में हुआ ब्याज जमा
मंत्री ने बताया कि इस वर्ष 13.88 लाख प्रतिष्ठानों के 33.56 करोड़ सदस्य खातों में वार्षिक खाता अद्यतन किया जाना था। इसमें से 8 जुलाई तक 13.86 लाख प्रतिष्ठानों के 32.39 करोड़ खातों में ब्याज जमा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह 99.9% प्रतिष्ठानों और 96.51% सदस्य खातों के वार्षिक अद्यतन को दर्शाता है।
22 मई को मिली थी सरकार की मंजूरी
हर साल केंद्र सरकार द्वारा ब्याज दर की मंजूरी के बाद ईपीएफओ अपने सदस्यों के खातों में ब्याज जमा करता है। इस साल 22 मई को सरकार ने मंजूरी दी थी। इसके बाद प्रारंभिक गतिविधियां शुरू कर दी गईं और 6 जून, 2025 की रात से वार्षिक खातों का अद्यतनीकरण शुरू हो गया। मांडविया ने बताया कि पिछली बार (2023-24) यह प्रक्रिया अगस्त में शुरू हुई थी और दिसंबर में पूरी हुई थी।
वित्त वर्ष 2025 का ब्याज दर पिछले साल के बराबर
ईपीएफओ की सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की 237वीं बैठक में 28 फरवरी को यह तय किया गया था कि 2024-25 के लिए ब्याज दर 8.25 प्रतिशत ही रखी जाएगी, जो पिछले वर्ष की दर के बराबर है। यह प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया था।
ईपीएफ देता है अधिक रिटर्न
ईपीएफ अन्य फिक्स्ड इनकम साधनों की तुलना में अधिक और स्थिर रिटर्न देता है। इससे सेवानिवृत्ति के बाद की बचत में स्थिर वृद्धि सुनिश्चित होती है। पिछले कुछ वर्षों में ब्याज दरों में कुछ बदलाव देखने को मिले हैं । 2023-24 में ब्याज दर 8.15% से बढ़कर 8.25% हुआ, जबकि 2021-22 में यह चार दशक के निचले स्तर 8.1% पर आ गया था।