EPFO: मई 2025 में ईपीएफओ ने जोड़े रिकॉर्ड 20.06 लाख सदस्य, युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढ़ी
सोमवार को जारी पेरोल आंकड़ों के अनुसार रिटायरमेंट फंड निकाय ईपीएफओ ने मई 2025 में अब तक के सबसे अधिक 20.06 लाख शुद्ध सदस्य जोड़े हैं। यह आंकड़ा अप्रैल 2025 की तुलना में 4.79 प्रतिशत और 2.84 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि अधिक है।
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अप्रैल की तुलना में 4.79 प्रतिशत की वृद्धि
यह आंकड़ा अप्रैल 2025 की तुलना में 4.79 प्रतिशत और 2.84 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि अधिक है। श्रम मंत्रालय ने कहा कि मई का यह आंकड़ा अप्रैल 2018 में पेरोल डेटा ट्रैकिंग शुरू होने के बाद से अब तक का सबसे अधिक दर्ज किया गया है।
मई 2025 में ईपीएफओ ने छुआ रिकॉर्ड स्तर
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख संडाविया ने कहा कि मई 2025 में ईपीएफओ का सर्वकालिक उच्चतम शुद्ध सदस्य जुड़ना भारत के औपचारिक रोजगार परिदृश्य की बढ़ती ताकत का प्रमाण है।
9.42 लाख नए ग्राहकों को जोड़ा
ईपीएफओ ने मई 2025 में लगभग 9.42 लाख नए ग्राहकों को नामांकित किया। यह अप्रैल की तुलना में 11.04 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। नए ग्राहकों मे यह वृद्धि रोजगार के बढ़ते अवसरों, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईफीएफओ के सफल आउटरीच कार्यक्रमों के कारण हुई है। इसमें सबसे ज्यादा प्रभुत्व 18 से 25 आयु वर्ग का है।
18 से 25 आयु वर्ग के सदस्यों में हुई वृद्धि
ईपीएफओ ने 18-25 आयु वर्ग में 5.60 लाख नए ग्राहक जोड़े, जो मई 2025 में जोड़े गए कुल नए ग्राहकों का 59.48 प्रतिशत है। इस महीने में इस आयु वर्ग के नए ग्राहकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो अप्रैल 2025 की तुलना में 14.53 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। इसके अलावा, मई 2025 के लिए 18-25 आयु वर्ग के लिए शुद्ध पेरोल वृद्धि 8.73 लाख थी, जो पिछले महीने से 15.10 प्रतिशत की वृद्धि और मई 2024 से 0.11 प्रतिशत की वृद्धि थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पहले की प्रवृत्ति के अनुरूप है। यह दर्शाता है कि संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्ति युवा हैं, मुख्य रूप से पहली बार नौकरी चाहने वाले।
16.11 लाख सदस्य दोबारा ईपीएफओ में शामिल हुए
लगभग 16.11 लाख सदस्य, जो पहले ही ईपीएफओ से बाहर हो गए थे, मई 2025 में फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए। यह अप्रैल 2025 की तुलना में 2.12 प्रतिशत और मई 2024 की तुलना में 14.27 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
इन सदस्यों ने अपनी नौकरियां बदल ली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में दोबारा शामिल हो गए। साथ ही अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपनी संचित राशि को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना, जिससे दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण की रक्षा हुई और उनकी सामाजिक सुरक्षा का विस्तार हुआ।
2.62 लाख नई महिलाएं ईपीएफओ में शामिल हुईं
मई 2025 में लगभग 2.62 लाख नई महिला ग्राहक ईपीएफओ में शामिल हुईं, जो पिछले महीने की तुलना में 7.08 प्रतिशत की वृद्धि और 5.84 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि को दर्शाती है।
इसके अलावा, माह के दौरान शुद्ध महिला वेतन-सूची में लगभग 4.25 लाख की वृद्धि हुई, जिसमें माह-दर-माह 7.54 प्रतिशत की वृद्धि और वर्ष-दर-वर्ष 15.04 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
महिला सदस्यों की संख्या में वृद्धि, अधिक समावेशी और विविध कार्यबल की ओर व्यापक बदलाव का संकेत है।
महाराष्ट्र ने शुद्ध वेतन वृद्धि में किया सबसे अधिक योगदान
शीर्ष पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में शुद्ध वेतन वृद्धि का लगभग 59.98 प्रतिशत योगदान है और माह के दौरान कुल मिलाकर लगभग 12.03 लाख शुद्ध वेतन वृद्धि हुई। सभी राज्यों में, महाराष्ट्र इस महीने के दौरान 20.33 प्रतिशत शुद्ध वेतन जोड़कर अग्रणी है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना ने माह के दौरान कुल शुद्ध वेतन में 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की।
उद्योगवार विश्लेषण से पता चलता है कि इन क्षेत्रों में शुद्ध पेरोल वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान रहा:
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विशेषज्ञ सेवाएं (जैसे मैनपावर सप्लायर्स), जो कुल वृद्धि का 44.61% हैं, इसमें से जनशक्ति आपूर्तिकर्ताओं का हिस्सा लगभग 51.71 प्रतिशत है।
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टेक्सटाइल
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सफाई और झाड़ू सेवाएं
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इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और सामान्य इंजीनियरिंग
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वित्तीय संस्थान
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गारमेंट निर्माण
ऐसे निकाला जाता है शुद्ध मासिक वेतन
ईपीएफो ने अप्रैल 2018 से सितंबर 2017 की अवधि को कवर करते हुए मासिक पेरोल डेटा जारी करना शुरू किया है। इस डेटा में निम्नलिखित चार कैटेगोरी को ध्यान में रखते हुए शुद्ध मासिक वेतन निकाला जाता है। आधार द्वारा प्रमाणित सार्वभौमिक खाता संख्या (यूएएन) वाले पहले बार सदस्य बने लोग, ईपीएफओ कवरेज से बाहर हुए मौजूदा सदस्य, वापस शामिल हुए सदस्य, इन सभी घटकों को जोड़ने और घटाने के बाद जो आंकड़ा प्राप्त होता है, उससे शुद्ध मासिक वेतन निकाला जाता है।
ईपीएफओ ने उच्च वेतन पर पेंशन के 98.5% आवेदनों का निपटारा किया
इसके अलावा, ईपीएफो ने उच्च वेतन पर पेंशन (PoHW) के लिए प्राप्त कुल 15,24,150 आवेदनों में से 98.5 प्रतिशत का निपटारा कर दिया है। संसद को सोमवार को इस संबंध में जानकारी दी गई।
लोकसभा में श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने एक लिखित जवाब में बताया कि इन आवेदनों में से 4,00,573 पात्र आवेदकों को डिमांड लेटर जारी किए गए हैं, जबकि 11,01,582 आवेदनों को खारिज कर दिया गया है। वहीं, 21,995 आवेदन अब भी लंबित हैं। मंत्री ने अपने लिखित उत्तर में कहा कि ईपीएफओ ने 4 नवंबर, 2022 के अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार उच्च वेतन पर पेंशन के लिए आवेदनों को संसाधित और निपटाया है। 16 जुलाई, 2025 तक, ईपीएफओ द्वारा 98.5 प्रतिशत से अधिक आवेदनों का निपटारा किया जा चुका है।
पीओएचडब्ल्यू के मामलों पर 4 नवंबर, 2022 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।