सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Business ›   Business Diary ›   Increased demand comprehensive insurance car safety Third-party cover alone provides only partial protection

कार सेफ्टी के लिए बढ़ी समग्र बीमा की मांग: सिर्फ थर्ड-पार्टी कवर से आधी सुरक्षा, जोखिम बना भारी

पारस पसरिचा हेड, मोटर इंश्योरेंस पॉलिसीबाजार डॉट कॉम Published by: शुभम कुमार Updated Mon, 08 Dec 2025 06:54 AM IST
सार

कई कार मालिक सिर्फ अनिवार्य और सस्ते थर्ड-पार्टी बीमा पर निर्भर रहते हैं, जो केवल दूसरों को हुए नुकसान को कवर करता है। दुर्घटना के बाद उन्हें अपनी कार की मरम्मत का पूरा खर्च खुद उठाना पड़ता है। बढ़ती दुर्घटनाओं, कारों की ऊंची कीमत, चोरी, तोड़फोड़ और बाढ़ जैसी आपदाओं को देखते हुए अब खरीदार कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस की ओर बढ़ रहे हैं, क्योंकि यही अपनी कार को पूरी सुरक्षा देता है।

विज्ञापन
Increased demand comprehensive insurance car safety Third-party cover alone provides only partial protection
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

रमेश ने जीएसटी रियायत का लाभ उठाकर नई कार खरीदी। जब बीमा लेने की बात आई, तब नियमों को पूरा करने के लिए, सिर्फ वही बीमा लिया, जो कानूनी रूप से अनिवार्य था-यानी सस्ता थर्ड पार्टी बीमा। एक दिन रमेश की कार आगे चल रही दूसरी कार से टकरा गई। दोनों कार को अच्छा-खासा नुकसान हुआ। रमेश की बीमा कंपनी ने दूसरी कार के नुकसान की भरपाई तो कर दी, लेकिन रमेश को अपनी कार की मरम्मत का खर्च खुद उठाना पड़ा।  

Trending Videos


भारत में ज्यादातर कार मालिक वर्षों से थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस लेते आए हैं, क्योंकि यह अनिवार्य और सस्ता है...लेकिन इसमें एक पेच है, यह केवल दूसरों को हुए नुकसान को ही कवर करता है, जिससे आपकी अपनी कार असुरक्षित रह जाती है। सड़कों पर बढ़ते वाहनों, हर साल होने वाली लाखों दुर्घटनाओं, कारों की ऊंची कीमत, चोरी और तोड़-फोड़ के डर के अलावा हर साल जलवायु और प्राकृतिक आपदाओं के कारण अब नए कार मालिक कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस की ओर समझदारी से रुख कर रहे हैं, क्योंकि दुर्घटना, बाढ़ या चोरी जैसी अप्रत्याशित घटना में कोई भी अपनी जेब को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता है।  
विज्ञापन
विज्ञापन


3+3 प्लान का नया ट्रेंड

  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 01 सितंबर, 2018 से सभी नई कारों के लिए तीन साल का मल्टी-ईयर थर्ड पार्टी कार बीमा अनिवार्य है। थर्ड पार्टी बीमा के साथ ही अब मल्टी-ईयर ओन्ड डैमेज बीमा खरीदने का ट्रेंड रफ्तार पकड़ रहा है।
  • मल्टी-ईयर कार इंश्योरेंस पॉलिसी से प्रीमियम में काफी बचत होती है।
  • जब कोई ग्राहक तीन साल की पॉलिसी खरीदता है, तो प्रीमियम दर आज की कीमत पर लॉक हो जाती है।
  • यह उन्हें महंगाई या बढ़ती मरम्मत लागत के कारण होने वाली वार्षिक प्रीमियम बढ़ोतरी से बचाता है।


इसे उदाहरण से समझते हैं:

  •  एक साल के लिए कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस का प्रीमियम =18,000 रुपये  
  •  03 साल तक रिन्यू कराया तो = 54,000 रुपये
  •  10% छूट के साथ प्रीमियम = 48,600 रुपये
  •  कुल बचत = 5,400 रुपये
  • मल्टी-ईयर पॉलिसी पहली बार कार खरीदने वालों, रिस्क से बचने वालों और सुविधा व अनुपालन को प्राथमिकता देने वालों के लिए सबसे उपयुक्त है।


बीमा कंपनियों की तुलना करें

रिन्यूअल का मतलब यह नहीं है कि आपको उसी कंपनी के साथ रहना है। विभिन्न बीमाकर्ताओं की ऑनलाइन तुलना करें। केवल प्रीमियम नहीं, बल्कि उनकी क्लेम सेटलमेंट रेश्यो, ग्राहक सेवा, और कैशलेस गैराज का नेटवर्क भी देखें।

  • थर्ड पार्टी बनाम समग्र (कॉम्िप्रहेंसिव) कार बीमा में अंतर
  • पैरामीटर थर्ड पार्टी कार बीमा कॉम्िप्रहेंसिव बीमा कवर
  • पॉलिसी कवरेज बीमित वाहन के कारण थर्ड थर्ड पार्टी की देनदारियों
  • पार्टी की चोट, मृत्यु और और बीमित कार को हुए
  • संपत्ति नुकसान का कवर नुकसान, दोनों का कवर
  • कानूनी मांग भारतीय मोटर कानून के वैकल्पिक,
  • अनुसार अनिवार्य है अनिवार्य नहीं
  • मुख्य सीमाएं बीमित कार के नुकसान थर्ड पार्टी कार बीमा
  • को कवर नहीं करता है से महंगा होता है
  • प्रीमियम सस्ता, IRDAI कार इंजन थर्ड पार्टी से अधिक। कार के मेक
  • क्षमता के आधार पर और मॉडल, वाहन रजिस्ट्रेशन क्षेत्र और चुने  
  • प्रीमियम तय करता है गए राइडर्स पर आधारित होता है
  • ऐड-ऑन कवर उपलब्ध नहीं जीरो डेप, एनसीबी प्रोटेक्ट, रोडसाइड असिस्टेंस


जानना जरूरी है , बीमा रिन्यूअल...रखें ध्यान

  •  सही IDV (इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू) :  वह अधिकतम राशि, जिसका भुगतान बीमा कंपनी कार चोरी होने या पूर्ण क्षतिग्रस्त होने पर करेगी।
  •  संतुलन बनाएं : मूल्यह्रास के कारण हर साल IDV घटता है। सुनिश्चित करें कि आपका IDV न तो बहुत कम हो और न ही बहुत अधिक।
  •  नो क्लेम बोनस का उपयोग करें : यदि आपने पिछली पॉलिसी में कोई क्लेम नहीं लिया, तो NCB के तहत प्रीमियम पर छूट मिलेगी।


IRDAI ने यूनिफॉर्म नो क्लेम बोनस (NCB) ग्रिड तैयार किया है, जिसके आधार पर आप मिलने वाली छूट का दावा कर सकते हैं:-

  • 01 वर्ष (पहला नवीनीकरण) : 20%
  • 02 वर्ष (दूसरा नवीनीकरण) : 25%
  • 03 वर्ष (तीसरा नवीनीकरण) : 35%
  • 04 वर्ष (चौथा नवीनीकरण) : 45%
  • 05 वर्ष (पांचवां नवीनीकरण) : 50%
  • 05 वर्ष के बाद 50% पर बरकरार रहता है।
  • छोटे क्लेम से बचें...यदि मरम्मत का खर्च NCB छूट से कम है, तो क्लेम करने से बचें।
  • NCB ट्रांसफर...यदि बीमा कंपनी बदल रहे हैं, तो आपका NCB नई पॉलिसी में ट्रांसफर करें।


अपनी वर्तमान जरूरतों के आधार पर कवरेज और ऐड-ऑन की समीक्षा करें :

  •  जीरो डेप्रिसिएशन : नई या 05 साल तक की पुरानी कारों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है।
  •  इंजन प्रोटेक्ट n  रोडसाइड असिस्टेंस
  •  यदि आपकी कार बहुत पुरानी हो गई है या आपकी जरूरतें बदल गई हैं, तो उन ऐड-ऑन को हटा दें जिनकी अब आवश्यकता नहीं है।
विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed