Indigo Crisis: 9.5 लाख पीएनआर कैंसिल और ₹827 करोड़ का रिफंड; संसद में सरकार ने बताया, इंडिगो क्या बोली जानिए
Indigo Crisis: सरकार ने इंडिगो प्रकरण पर संसद में जानकारी दी है। सरकार ने बताया है कि इस संकट की अवधि में कुल 9,55,591 पीएनआर (पैसेंजर नेम रिकॉर्ड) कैंसिल किए गए और रिफंड प्रोसेस किया गया। इसका कुल मूल्य 827 करोड़ रुपये है। एक पीएनआर में एक से अधिक यात्री भी हो सकते हैं, इसलिए प्रभावित यात्रियों की संख्या 9.5 लाख से कहीं अधिक हो सकती है। इंडिगो ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर यात्रियों के लिए संदेश साझा किया है। आइए इस बारे में विस्तार से जानें।
विस्तार
भारत के एविएशन बाजार की सबसे दिग्गज कंपनी इंडिगो बीते कुछ दिनों से संकट में है। इस संकट के लिए वह खुद जिम्मेदार है या हालात ने ये समीकरण बनाए हैं इसका पता तो सरकार की ओर से शुरू की गई जांच के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल सरकार ने इस प्रकरण से जुड़े कुछ आंकड़े संसद में पेश किए हैं। इंडिगो के लिए पिछले दो हफ्ते किसी बुरे सपने से कम नहीं रहे। परिचालन से जुड़ी परेशानियों और लगातार रद्द हो रही उड़ानों के कारण यह संकट अब वित्तीय और साख दोनों ही तरह के नुकसान का कारण बन रहा।
3 से 15 दिसंबर के बीच की रद्द उड़ानों के लिए रिफंड प्रक्रिया शुरू
इस बीच, इंडिगो ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर बताया कि 3 दिसंबर 2025 और 15 दिसंबर 2025 के बीच रद्द की गई उड़ानों के लिए रिफंड की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। एयरलाइन ने यात्रियों से कहा, "अगर इस व्यवधान के कारण आपकी योजनाएं बदल गई हैं, तो हम 15 दिसंबर 2025 तक की यात्रा के लिए मान्य सभी बुकिंग के लिए बदलाव और कैंसिलेशन के अनुरोधों पर पूरी छूट भी दे रहे हैं।" इंडिगो ने कहा है कि यात्री https://bit.ly/4iGWxU9 पर जाकर और आसान चरणों का पालन करके रिफंड हासिल कर सकते हैं।
एयरलाइन के अनुसार रिफंड जिस तरीके से भुगतान किया गया है उसी तरीके से यात्रियों के खाते में जमा की जाएगी और ऐसा एक या दो लेनदेन के जरिए हो सकता है। इंडिगो ने यात्रियों से कहा है, "आपकी यात्रा में आई बाधा के लिए हमें गहरा खेद है। कृपया आश्वस्त रहें कि हमारी टीमें, जमीनी स्तर पर और पर्दे के पीछे, सभी प्रभावित ग्राहकों की सहायता करने और जल्द से जल्द सामान्य संचालन बहाल करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं।"
21 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच की रद्द उड़ानों के लिए 827 करोड़ का दिया गया रिफंड
सरकार की ओर से संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक, 21 नवंबर से 7 दिसंबर 2025 के बीच एयरलाइन को करीब 800 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड यात्रियों को चुकाना पड़ा है। यह आंकड़ा इतना बड़ा है कि इससे इंडिगो की बैलेंस शीट पर दबाव पड़ना तय है। मंत्रालय की ओर से दिए गए आंकड़ों में सबसे चौंकाने वाला पहलू कैंसिलेशन का वॉल्यूम और रिफंड की राशि है। इसके अनुसार, 17 दिनों में एयरलाइन को करीब 827 करोड़ रुपये का रिफंड देना पड़ा है।
सरकार ने बताया कि उक्त अवधि में इस अवधि में कुल 9,55,591 PNR (पैसेंजर नेम रिकॉर्ड) कैंसिल किए गए और रिफंड प्रोसेस किया गया। इसका कुल मूल्य 827 करोड़ रुपये है। ध्यान रहे कि एक पीएनआर में एक से अधिक यात्री भी हो सकते हैं, इसलिए प्रभावित यात्रियों की संख्या 9.5 लाख से कहीं अधिक हो सकती है। सरकार ने बताया कि दिसंबर शुरू होते ही संकट गहरा गया। दिसंबर के पहले हफ्ते में महज सात दिनों के भीतर 5,86,705 पीएनआर कैंसिल हुए, जिसके लिए एयरलाइन को 569.65 करोड़ रुपये वापस करने पड़े। कुल रिफंड का लगभग 69% हिस्सा केवल दिसंबर के पहले हफ्ते के दौरान यात्रियों की दिक्कतों के लिए ही चुकाया गया।
9000 में लगभग आधे बैग ग्राहकों को वापस, बाकी 36 घंटे में वापस करने का लक्ष्य
उड़ानों के रद्द होने से ज्यादा यात्रियों को परेशानी उनके खोए हुए सामान (बैगेज) ने किया। सरकार ने सदन को सूचित किया कि इस अव्यवस्था के दौरान कुल 9,000 बैग अपने मालिकों तक नहीं पहुंच पाए थे। अब तक 4,500 बैग (कुल का 50%) ग्राहकों को वापस वितरित किए जा चुके हैं। मंत्रालय और एयरलाइन ने शेष बचे बैगों को वितरित करने के लिए अगले 36 घंटों का लक्ष्य रखा है। यह समयसीमा एयरलाइन के ग्राउंड स्टाफ के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
आसमान में लौटने की कोशिश, लेकिन 500 उड़ानें अब भी रद्द हैं। इंडिगो अपने नेटवर्क को सामान्य करने की पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं है। आज के ऑपरेशनल प्लान के मुताबिक एयरलाइन अपने 138 गंतव्यों में से 137 के लिए उड़ानें संचालित करने की योजना बना रही है, जो रिकवरी का संकेत है। आज कुल 1,802 उड़ानें शेड्यूल की गई हैं। सुधार के बावजूद, आज भी लगभग 500 उड़ानें रद्द रहेंगी। यह एक सामान्य दिन के मुकाबले बहुत बड़ी संख्या है और यह दर्शाता है कि पूरी तरह से पटरी पर लौटने में अभी और वक्त लगेगा।