CEA: 'FY26 में भारतीय अर्थव्यवस्था चार ट्रिलियन डॉलर को पार कर सकती है', सीईए नागेश्वरन ने किया दावा
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि वित्त वर्ष 2026 में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार चार ट्रिलियन डॉलर को पार करने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने अर्थव्यवस्था को हरित दिशा में ले जाने के ऊपर जोर दिया।
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वित्त वर्ष 2026 में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार चार ट्रिलियन डॉलर को पार करने की उम्मीद है। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने यह दावा किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में वैश्विक भू-राजनीति एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। ऐसे में तेजी से आर्थिक वृद्धि भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति और वैश्विक प्रभाव बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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मार्च 2025 के अंत तक देश की जीडीपी 3.9 ट्रिलयन डॉलर थी
भारत वर्तमान में लगभग 3.9 ट्रिलियन डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद के साथ विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आईवीसीए ग्रीन रिटर्न्स समिट 2025 में बोलते हुए नागेश्वरन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान चार ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर जाएगी। उन्होंने बताया कि मार्च 2025 के अंत में देश की जीडीपी 3.9 ट्रिलियन डॉलर थी और अब यह उससे आगे निकल रही है।
अर्थव्यवस्था को हरित दिशा में ले जाने पर दिया जोर
नागेश्वरन ने कहा कि अर्थव्यवस्था को हरित दिशा में ले जाने, ऊर्जा संक्रमण, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से निपटने से जुड़ी सभी पहलें भारत की निकट और मध्यम अवधि की प्राथमिकताओं के अनुरूप होनी चाहिए।
भारत का नेट जीरो लक्ष्य
उन्होंने कहा कि देश भली-भांति जानता है कि वैश्विक तापमान वृद्धि और जलवायु परिवर्तन का कृषि, पर्यावरण और तटीय इलाकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। इसी कारण भारत ने 2070 तक नेट जीरो हासिल करने का लक्ष्य तय किया है।