EPFO: पीएफ निकासी का दावा हो रहा खारिज, करें यह उपाय; KYC सही रखें, यूएएन-आधार एक ही मोबाइल नंबर से लिंक हो
वेतनभोगी कर्मियों के लिए पीएफ सदाबहार दोस्त है, जो उनके जीवन के पतझड़ में सुरक्षित फसल का वादा करता है। बात जब निकासी की हो तो ग्राहक आधी-अधूरी जानकारी रखते हैं। इससे दावा खारिज हो जाता है। निकासी का सही तरीका बताती रिपोर्ट-
विस्तार
राम मिलन पीएफ निकासी में अजीब संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने पिछली कंपनी से पीएफ ट्रांसफर का आवेदन किया है। लेकिन, अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) रिकॉर्ड में उनके रिश्ते में विसंगति के कारण आवेदन लंबित है। सभी रिकॉर्ड में राम मिलन ने माता-पिता/पति/पत्नी के नाम के स्थान पर अपनी मां का नाम दर्ज किया है। वर्तमान व पूर्व नियोक्ताओं के रिकॉर्ड में भी यही है। हालांकि, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) पोर्टल रिकॉर्ड में रिश्ता 'मां' के बजाय 'पिता' के रूप में दर्ज हो गया है। इससे ट्रांसफर क्लेम रूक गया है। इसमें न तो उनकी न ही नियोक्ता की गलती है।
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अलग-अलग कारणों से खारिज हो रहा दावा
राजाराम ने पैसे के लिए आवेदन किया, तो ईपीएफओ पोर्टल ने खारिज कर दिया। उनका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) आधार से नहीं जुड़ा है। प्रवेश यादव की भी मुश्किलें ऐसी ही हैं। उन्होंने नई कंपनी ज्वाइन की तो एक अलग यूएएन बन गया। इससे उनके कई यूएएन हो गए।
- नियमों के अनुसार, एक व्यक्ति सिर्फ एक ही यूएएन रख सकता है। प्रवेश के पिछले यूएएन का पहले ही निपटान हो चुका है। उन्हें वर्तमान यूएएन के पासबुक तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। उनके पिछले पीएफ खाते में पैसा नहीं है, इसलिए दोनों यूएएन को मर्ज नहीं किया जा सकता।
- ईपीएफओ पोर्टल ने प्रवेश को आधार में मोबाइल नंबर बदलने का सुझाव दिया है। लेकिन, आधार में मोबाइल नंबर में बदलाव दोनों यूएएन में दिखाई देगा। इससे सिर्फ एक खाते का अपडेट अलग करना असंभव हो जाएगा।
नौकरी का ऑफर नहीं लिया फिर भी गलती
अनिता की अलग मुश्किल है। नियोक्ता के यहां साक्षात्कार दिया। साक्षात्कार के बाद अनिता ने ऑफर स्वीकार नहीं किया। लेकिन अनजाने में नियोक्ता ने उनके खाते में एक महीने का वेतन जमा कर दिया। यह वेतन अब पीएफ रिकॉर्ड में ओवरलैपिंग रोजगार के रूप में दिखाई देता है। इस 'ओवरलैपिंग सेवा' को उनके रिकॉर्ड से हटाने का कोई तरीका नहीं है। अब उनके पीएफ दावे स्वीकृत नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में निकासी का हर चौथा दावा खारिज हो जा रहा है।
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आसान निकासी के लिए इन्हें जरूर पूरा करें
केवाईसी सही रखें। यूएएन-आधार एक ही मोबाइल नंबर से लिंक हो। रिकॉर्ड में कोई विवरण गलत न लिखें। दावा के लिए फॉर्म सही भरें। बैंक खाते की जानकारी की दोबारा जांच करें। ईपीएफओ 3.0 भले ही सेवा वितरण में सुधार लाने का प्रयास कर रहा हो, लेकिन पुरानी समस्याएं ग्राहकों को लगातार परेशान कर रही हैं।
इसमें से ज्यादातर मामले ऐसे हैं, जिनमें सुधार नहीं हो सकता। इसे ग्राहक को ही किसी तरह से सही करना होगा। ऐसे में इस तरह की दिक्कतों से बचने के लिए शुरुआत से ही आपको सारे दस्तावेज सही रखने होंगे। -अर्चना पांडे, वित्तीय सलाहकार