सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Business ›   Business Diary ›   Steel tycoon Lakshmi Mittal quits UK ahead of proposed taxes on super-rich: Report

UK: ब्रिटेन में बेहद अमीर लोगों पर कर बढ़ोतरी की आशंका, लंदन छोड़कर दुबई शिफ्ट होंगे लक्ष्मी निवास मित्तल

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, लंदन। Published by: निर्मल कांत Updated Sun, 23 Nov 2025 09:24 PM IST
सार

UK: भारतवंशी उद्योगपति लक्ष्मी निवास मित्तल ने ब्रिटेन में अमीरों पर बढ़ने वाले कर के डर से वहां से निकलकर दुबई में रहने का फैसला किया है। रिपोर्ट के अनुसार, मित्तल समेत कई अरबपति ब्रिटेन सरकार की नई कर नीतियों से परेशान होकर देश छोड़ रहे हैं। 

विज्ञापन
Steel tycoon Lakshmi Mittal quits UK ahead of proposed taxes on super-rich: Report
लक्ष्मी निवास मित्तल - फोटो : एएनआई (फाइल)
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

भारतवंशी स्टील उद्योगपति लक्ष्मी निवास मित्तल ने ब्रिटेन छोड़ने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि ब्रिटेन की सरकार बेहद अमीर लोगों (सुपर रिच) पर नए कर लगाने की तैयारी कर रही है, इसलिए मित्तल ने यह कदम उठाया है। 'द संडे टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में जन्मे मित्तल भविष्य में अपना अधिकांश समय दुबई में बिताएंगे।
Trending Videos


आर्सेलर मित्तल समूह के संस्थापक मित्तल की संपत्ति 2025 की 'संडे टाइम्स रिच लिस्ट' के मुताबिक करीब 15.4 अरब पाउंड है और वे ब्रिटेन के आठवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि 75 वर्षीय मित्तल उन कई अरबपतियों में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने आगामी बजट से पहले ब्रिटेन से बाहर जाना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मित्तल का पहले से दुबई में एक विशाल आवास है। उन्होंने यूएई के नाइया द्वीप पर भी एक बड़ा भू-खंड खरीदा है। यह पलायन ऐसे समय में हुआ है, जब ब्रिटेन सरकार अमीरों पर टैक्स बढ़ाकर 20 अरब पाउंड की वित्तीय कमी को पूरा करने की कोशिश में है।
विज्ञापन
विज्ञापन


ये भी पढ़ें: 28 कंपनियों ने नौ माह में 92,500 करोड़ की संपत्तियां बेचीं; आंध्र प्रदेश में निवेश करेगा बिरलानु

पिछले वर्ष भी बजट में कैपिटल गेन कर बढ़ाया गया था। सरकार ने पिछले वर्ष भी बजट में कैपिटल गेन कर बढ़ाया गया था। उद्यमियों को मिलने वाली राहत कम की गई थी और पारिवारिक कंपनियों को अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करने पर नए कर लगाए गए थे। माना जा रहा है कि इस बार भी अतिरिक्त करों की तैयारी है, जिसमें ब्रिटेन छोड़ने वालों पर 20 प्रतिशत एग्जिट टैक्स की चर्चा ने करोड़पतियों को असहज कर दिया है।

ब्रिटेन में उत्तराधिकार कर 40 प्रतिशत, यह दुबई, स्विट्जरलैंड से ज्यादा
मित्तल के एक सलाहकार के अनुसार, समस्या आयकर या कैपिटल गेन कर नहीं था। मुद्दा इनहेरिटेंस टैक्स (उत्तराधिकार कर) था। कई अमीर विदेशी यह नहीं समझ पाते कि दुनिया भर में उनकी सभी संपत्तियों पर ब्रिटेन क्यों कर लगाए। ब्रिटेन में उत्तराधिकार कर 40 प्रतिशत तक है, जबकि दुबई और स्विट्जरलैंड में ऐसा कोई कर नहीं लगता।

मित्तल से पहले भी कई उद्यमी ब्रिटेन छोड़ चुके
मित्तल से पहले भी कई उद्यमी ब्रिटेन छोड़ चुके हैं, जिनमें भारतवंशी टेक उद्यमी हरमन नरूला भी शामिल हैं। नरूला ने कहा कि वे एग्जिट टैक्स हटाने के बावजूद दुबई जाएंगे क्योंकि सरकार ने इसे सोचा ही क्यों? क्या पता अगला बजट आते-आते इसे फिर लागू कर दें। रिवोल्यूट के सह-संस्थापक निक स्तोरोंस्की भी यूएई जा चुके हैं, जिससे वे संभावित 3 अरब पाउंड के कैपिटल गेन कर से बच सकेंगे। लगातार बदलते संकेतों और उलटफेर ने निवेशकों का भरोसा कमजोर किया है और ब्रिटेन की टैक्स नीति की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


 
विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Union Budget से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed