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Tomato Price Hike: टमाटर के दाम हुए बेकाबू, 15 दिन में दाम 50 फीसदी बढ़े रेट; इस वजह से आया उछाल
डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली।
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Thu, 20 Nov 2025 03:25 PM IST
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टमाटर की कीमतों में उछाल। (फाइल)
- फोटो : अमर उजाला नेटवर्क
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एक बार फिर टमाटर रसोई का बजट बिगाड़ने लगे है। देशभर में बीते 15 दिनों के भीतर टमाटर की कीमतों में 50 प्रतिशत तक उछाल देखा गया है। कई शहरों में तो इसके दाम दोगुने तक पहुंच गए हैं। इसकी मुख्य वजह अक्टूबर में हुई तेज बारिश है, जिसने कई राज्यों में टमाटर की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया और बाजार में सप्लाई कम हो गई।
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सबसे ज्यादा असर चंडीगढ़ पर पड़ा
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक महीने में खुदरा कीमतों में 25 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है। उपभोक्ता मंत्रालय के अनुसार, 19 नवंबर को टमाटर का ऑल इंडिया एवरेज प्राइस 46 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया, जबकि एक महीने पहले यह 36 रुपये प्रति किलो था। यानी औसत कीमतों में करीब 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है। सबसे ज्यादा असर चंडीगढ़ पर पड़ा, जहां दाम 112 प्रतिशत तक बढ़ गए। आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भी टमाटर के दाम 40 प्रतिशत से ज्यादा बढ़े हैं। कई शहरों में अच्छी गुणवत्ता वाला टमाटर 60 से 80 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है।
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शादी सीजन और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के कारण मांग बढ़ी
कारोबारियों का कहना है कि, फिलहाल राहत की उम्मीद कम है। क्योंकि शादी सीजन और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के कारण मांग बढ़ी हुई है, जबकि बारिश से फसलों को नुकसान होने की वजह से सप्लाई और घट गई है। कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात से आने वाले ट्रकों की संख्या पिछले एक हफ्ते में लगभग आधी रह गई है, जिससे बाजार में उपलब्धता कम हो गई है। महाराष्ट्र, जो टमाटर की बड़ी सप्लाई देता है, वहां नवंबर में थोक कीमत 45 प्रतिशत बढ़ीं। जबकि राजधानी दिल्ली में थोक कीमतों में 26 प्रतिशत का इजाफा दर्ज हुआ।
अक्तूबर में टमाटर की महंगाई -42.9 प्रतिशत थी
सितंबर-अक्टूबर में टमाटर, प्याज और आलू के दाम गिरने से रिटेल महंगाई 0.25 प्रतिशत, यानी 2013 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी। अक्तूबर में टमाटर की महंगाई -42.9 प्रतिशत थी, यानी दाम कम थे। लेकिन नवंबर में हालात पूरी तरह बदल गए हैं। फिलहाल, बारिश से खराब फसल और त्योहार-मैरिज सीजन की मांग मिलकर टमाटर को और महंगा बना रहे हैं। आने वाले सप्ताह में भी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं दिख रही है।