आरबीआई ने दिया तोहफा, RTGS और NEFT करने पर नहीं लगेगा शुल्क
आरबीआई जल्द ही बैंकों से यह फैसला लागू करने के लिए कहेगा। हाल ही में केंद्रीय बैंक ने आरटीजीएस का समय बढ़ाया कर शाम के छह बजे तक कर दिया था। इस सुविधा को जल्द ही 24 घंटे के लिए लागू किया जा सकता है।
ग्राहकों को होगा फायदा
अभी ज्यादातर बैंक रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और नेशनल इलेक्ट्रिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) करने पर ग्राहकों से चार्ज वसूलते हैं। ऐसे में ग्राहकों के खाते से अतिरिक्त राशि कटती है। हालांकि अब आरबीआई के फैसले को बैंकों को मानना पड़ेगा, जिसका फायदा ग्राहकों को मिलेगा।
एसबीआई में लगता है 50 रुपये तक चार्ज
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में एनईएफटी करने वाले ग्राहकों को 2.5 रुपये से लेकर के 50 रुपये तक का अतिरिक्त चार्ज देना होता है। बैंक 10 हजार रुपये तक 2.5 रुपये, 10 हजार से एक लाख रुपये तक पांच रुपये, एक से दो लाख रुपये तक 15 रुपये और दो लाख रुपये से अधिक के फंड ट्रांसफर पर 25 रुपये चार्ज लेता है।
वहीं आरटीजीएस में दो लाख से लेकर के पांच लाख रुपये पर इंटरनेट बैंकिंग चार्ज पांच रुपये और बैंक शाखा में 25 रुपये है। पांच लाख रुपये से ऊपर 10 रुपये इंटरनेट बैंकिंग शुल्क और 50 रुपये बैंक शाखा में लगते हैं। इन सभी शुल्क पर 18 फीसदी जीएसटी भी अतरिक्त देय है। आरटीजीएस सोमवार से लेकर के शनिवार (दूसरा व चौथा शनिवार छोड़कर) बैंक की शाखा या फिर इंटरनेट बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है।
एसबीआई के अलावा अन्य सरकारी और निजी बैंकों में भी इसी तरह का चार्ज का लगता है।