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कैप्टन का भाजपा पर आरोप, चंद वोटों के लिए तोड़ रही सदियों पुराना भाईचारा
अशोक नीर, डेरा बाबा नानक (पंजाब)।
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Mon, 30 Nov 2020 06:32 PM IST
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डेरा बाबा नानक को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सम्मानित किया गया।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व पर पंजाब के डेरा बाबा नानक में धार्मिक समागम आयोजित किया गया। समागम में पहुंचे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बिना नाम लिए भाजपा की ओर से की जा रही ध्रुवीकरण की राजनीति पर जमकर प्रहार किए।
कैप्टन ने भाजपा से सवाल पूछा कि वह चंद वोटों के लिए सदियों पुराना भाईचारा तोड़ने पर क्यों तुली है। देश में रहने वाले सभी धर्मों के लोग इकट्ठा होंगे तो ताकत बढ़ेगी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि देश के लिए चीन और पाकिस्तान इस समय बड़ी चुनौती बन गए हैं। कोई दिन ऐसा नहीं बीतता जिस दिन पाकिस्तानी गोलीबारी में कोई जवान शहीद न हो। चीन के साथ हुई लड़ाई में पंजाब के एक सिख जवान गुरतेज सिंह ने निहत्थे 12 चीनी सैनिकों को मारकर शहादत का जाम पिया। प्रदेश सरकार का फर्ज है कि शहीदों की कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाए। केंद्र सरकार मजहबों को विभाजित करने की साजिश रच रही है जो गलत है।
सीएम ने कहा कि दिल्ली में किसानों के साथ जो हो रहा है वह बहुत बुरा हो रहा है। खेती कानूनों से अगर किसान ही सहमत नहीं तो केंद्र कैसे इन कानूनों को लागू करने की जिद कर रही है। कैप्टन ने कहा कि 100 साल से किसानों और आढ़ती वर्ग के बीच रिश्ता है। केंद्र सरकार इसे तोड़ना चाहती है। जो किसान दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं उन्हें सिर्फ इस बात का पता है कि यह कानून उनके बच्चों के भविष्य से नहीं जुड़ते। उनकी सरकार किसानों के साथ है।

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कैप्टन ने भाजपा से सवाल पूछा कि वह चंद वोटों के लिए सदियों पुराना भाईचारा तोड़ने पर क्यों तुली है। देश में रहने वाले सभी धर्मों के लोग इकट्ठा होंगे तो ताकत बढ़ेगी।
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कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि देश के लिए चीन और पाकिस्तान इस समय बड़ी चुनौती बन गए हैं। कोई दिन ऐसा नहीं बीतता जिस दिन पाकिस्तानी गोलीबारी में कोई जवान शहीद न हो। चीन के साथ हुई लड़ाई में पंजाब के एक सिख जवान गुरतेज सिंह ने निहत्थे 12 चीनी सैनिकों को मारकर शहादत का जाम पिया। प्रदेश सरकार का फर्ज है कि शहीदों की कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाए। केंद्र सरकार मजहबों को विभाजित करने की साजिश रच रही है जो गलत है।
सीएम ने कहा कि दिल्ली में किसानों के साथ जो हो रहा है वह बहुत बुरा हो रहा है। खेती कानूनों से अगर किसान ही सहमत नहीं तो केंद्र कैसे इन कानूनों को लागू करने की जिद कर रही है। कैप्टन ने कहा कि 100 साल से किसानों और आढ़ती वर्ग के बीच रिश्ता है। केंद्र सरकार इसे तोड़ना चाहती है। जो किसान दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं उन्हें सिर्फ इस बात का पता है कि यह कानून उनके बच्चों के भविष्य से नहीं जुड़ते। उनकी सरकार किसानों के साथ है।
कैप्टन बोले, भाग्यशाली हूं जो गुरु साहिबान के शताब्दी दिवस मनाने का मौका मिला
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें जीवन में गुरु साहिबान का शताब्दी दिवस मनाने का अवसर मिला। 2002 में जब वह मुख्यमंत्री थे तो उनकी सरकार ने दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व पर समारोह आयोजित किए। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का 400वां प्रकाश पर्व भी उनकी सरकार ने मनाया। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के कार्यक्रम के आयोजन करने का सौभाग्य भी उन्हें प्राप्त हुआ। अब उनकी सरकार श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 400वें प्रकाश पर्व का भी आयोजन करेगी।इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी पत्नी और सांसद परनीत कौर के साथ डेरा बाबा नानक के गुरुद्वारा दरबार साहिब में माथा टेका और इसके बाद दाना मंडी में आयोजित समागम के मुख्य पंडाल में पहुंचे।
श्री गुरुनानक देव जी जिन 63 गांव और 14 कस्बों में गए थे, उन क्षेत्रों का 77 करोड़ से विकास कर प्रोजेक्ट लोगों को समर्पित किए गए। इसके अलावा सीएम ने 100 एकड़ में बनने वाले गुरुनानक देव गन्ना खोज, विकास संस्था कलानौर, बाबा बंदा बहादुर अजायब घर और घंटा घर का नींव पत्थर रखा।
देखते ही बन रही थी पंडाल की शोभा
पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के समापन और 551वें प्रकाश पर्व के मौके पर पुख्ता प्रबंध किए गए थे। मुख्य पंडाल को बेहद सुंदर तरीके से सजाया गया था। पंडाल की लंबाई 270 और चौड़ाई 110 फुट थी। पंडाल में वह स्टेज जहां श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को सुशोभित किया गया था उसकी लंबाई 90 और चौड़ाई 30 फुट थी। पंडाल केसरिया रंग से सजाया गया था। पंडाल में करीब 3500 लोगों के बैठने का प्रबंध किया गया था। पंडाल में चार एलसीडी लगाई गई थीं ताकि दूर बैठी संगत को मंच पर चल रहे सारे समारोह को देखने में कोई दिक्कत न आए।