Punjab News: चंडीगढ़ पहुंची 50 हजार कोरोना वैक्सीन की खेप, पंजाब में तेज होगा टीकाकरण अभियान
पंजाब में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है। मंगलवार को प्रदेश में महज एक मामला कोविड-19 का सामने आया है लेकिन कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए विभाग अब टीकाकरण अभियान में तेजी लाने जा रहा है।

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कोरोना वैक्सीन की कमी झेल रहे पंजाब के लिए राहत भरी खबर है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को 50,000 डोज कोविशील्ड की खेप चंडीगढ़ पहुंचाई है। इसके बाद अब पूरे राज्य में एक बार फिर कोविड टीकाकरण में तेजी लाई जाएगी।

जानकारी के अनुसार मंगलवार को पंजाब के स्वास्थ्य विभाग को केंद्र से 50,000 कोरोना वैक्सीन का स्टाक प्राप्त हुआ है। इसमें कोविशील्ड वैक्सीन मौजूद है। हालांकि पंजाब सरकार ने 70,000 वैक्सीन की मांग भेजी थी। इसमें 50,000 वैक्सीन वयस्कों के लिए और 20 हजार कॉर्बेवैक्सीन बच्चों के लिए मांगी थी। लंबे समय से कोरोना के टीकों की कमी से जूझ रहे पंजाब में पड़ोसी राज्यों की ओर से टीकों की आपूर्ति की जा रही थी।
मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने उस वक्त राहत की सांस ली जब कोविशील्ड का स्टाक चंडीगढ़ पहुंच गया। पंजाब स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. रणजीत सिंह घोतड़ा ने वैक्सीन का स्टाक पहुंचने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अब राज्य में टीकाकरण अभियान और तेज किया जाएगा। उन्होंने लोगों से वैक्सीन के लिए अधिक से अधिक संख्या में आगे आने की अपील की है।
दूसरी ओर राज्य में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है। मंगलवार को प्रदेश में महज एक मामला कोविड-19 का सामने आया है लेकिन कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए विभाग अब टीकाकरण अभियान में तेजी लाने जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और यूनानी कॉलेजों के प्रिंसिपलों से की बैठक
मेडिकल शिक्षा और सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने पंजाब के सभी आयुर्वेदिक कॉलेजों को मेडिकल टूरिज्म की तरफ खास ध्यान देने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद शारीरिक और मानसिक इलाज की सबसे पुरानी विधि है और मौजूदा समय में इसकी महत्ता और ज्यादा बढ़ गई है जब बहुत से लोग जीवन शैली में आए बदलाव के कारण कई मानसिक और शारीरिक बीमारियों के साथ जूझ रहे हैं।
मेडिकल शिक्षा भवन मोहाली में पंजाब के 16 आयुर्वेदिक, तीन यूनानी और एक होम्योपैथी कॉलेज के प्रिंसिपल के साथ पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार कुदरती इलाज प्रणालियों को प्रफुल्लित करने की तरफ खास ध्यान दे रही है।
नशों की बीमारी से नौजवानों को निजात दिलाने के लिए भी आयुर्वेदिक इलाज विधियां लाभकारी सिद्ध हो सकती हैं। इस मौके पर डॉ. बलबीर सिंह ने गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी का साल 2023 का कैलेंडर भी जारी किया।