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कोरोना इफेक्टः होटल व रेस्टोरेंट व्यवसाय को लॉकडाउन से हुआ नुकसान, आमदनी घटी खर्चा बढ़ा
अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: पंचकुला ब्यूरो
Updated Wed, 10 Jun 2020 01:00 PM IST
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सांकेतिक तस्वीर
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लॉकडाउन के दौरान शहर का होटल और रेस्टोरेंट व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। रेस्टोरेंट और होटल खोलने के सरकार ने आदेश तो जारी कर दिए हैं लेकिन मालिकों का कहना है कि लोग कोरोना के डर के चलते इस साल तो कहीं घूमने नहीं जाने वाले हैं, ऐसे में वह होटल खोलकर करेंगे क्या। आमदनी तो फिलहाल है नहीं, लेकिन सुरक्षा मापदंडों के आधार पर खर्चा बढ़ना तय है।
चंडीगढ़ में 250 के करीब होटल और रेस्टोरेंट संचालित किए जाते हैं। इनके जरिए करीब 150 करोड़ रुपये का कारोबार हर महीने होता है। साल में यह आंकड़ा 1800 करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है। इसके अलावा इस उद्योग से करीब 10 हजार लोग जुड़े हैं। इसके जरिए यूटी को भी कई तरीके के टैक्स से आय होती है।
मॉल और होटल-रेस्टोरेंट खुलने के बाद यह कारोबार मायूसी के माहौल में फिर उम्मीदें तलाशने की कोशिश में जुट गया है। एक तो कारोबार को फिर खड़ा करने की चुनौती सामने है और दूसरे ग्राहकों को कोरोना संक्रमण से बचाए रखने की भी।
होटल पर लगाए प्रतिबंधों से बिजनेस पर पड़ेगा असर
गाइडलाइंस के मुताबिक होटल और रेस्टोरेंट फिलहाल अपनी 50 प्रतिशत क्षमता का ही इस्तेमाल कर सकेंगे। सिनेमा और बार को अभी अनुमति न देने का फैसला लिया गया है। रेस्टोरेंट में बैठकर लोग खाना भी खा सकेंगे लेकिन सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। सरकार की ओर से इसकी निगरानी की जिम्मेदारी प्रशासन को दी गई है।
चंडीगढ़ के होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के चेयरमैन मनमोहन सिंह का कहना है कि प्रशासन की तरफ से जारी गाइडलाइंस को फॉलो करने में कुछ मुश्किलें जरूर आएंगी, लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए मेहमानों और होटल संचालक के लिए सावधानी भी जरूरी है।
कोशिश रहेगी कि एसओपी के सभी नियमों को फॉलो किया जाए। वहीं, कुछ उद्यमियों का मानना है कि होटल में गेस्ट स्वतंत्रता के लिए आता है, प्रतिबंध से उन्हें परेशानी होगी। इससे उद्योग पर 20 से 25 प्रतिशत तक विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

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मॉल और होटल-रेस्टोरेंट खुलने के बाद यह कारोबार मायूसी के माहौल में फिर उम्मीदें तलाशने की कोशिश में जुट गया है। एक तो कारोबार को फिर खड़ा करने की चुनौती सामने है और दूसरे ग्राहकों को कोरोना संक्रमण से बचाए रखने की भी।
होटल पर लगाए प्रतिबंधों से बिजनेस पर पड़ेगा असर
गाइडलाइंस के मुताबिक होटल और रेस्टोरेंट फिलहाल अपनी 50 प्रतिशत क्षमता का ही इस्तेमाल कर सकेंगे। सिनेमा और बार को अभी अनुमति न देने का फैसला लिया गया है। रेस्टोरेंट में बैठकर लोग खाना भी खा सकेंगे लेकिन सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। सरकार की ओर से इसकी निगरानी की जिम्मेदारी प्रशासन को दी गई है।
चंडीगढ़ के होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के चेयरमैन मनमोहन सिंह का कहना है कि प्रशासन की तरफ से जारी गाइडलाइंस को फॉलो करने में कुछ मुश्किलें जरूर आएंगी, लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए मेहमानों और होटल संचालक के लिए सावधानी भी जरूरी है।
कोशिश रहेगी कि एसओपी के सभी नियमों को फॉलो किया जाए। वहीं, कुछ उद्यमियों का मानना है कि होटल में गेस्ट स्वतंत्रता के लिए आता है, प्रतिबंध से उन्हें परेशानी होगी। इससे उद्योग पर 20 से 25 प्रतिशत तक विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।