विधायकों पर मेहरबान हरियाणा सरकार, हाउस लोन तीन और वाहन लोन दो बार मिलेगा
हरियाणा की मनोहर लाल सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के अंतिम बजट सत्र में विधायकों और पूर्व विधायकों को भी सौगात दी है। विधायक अब दो बार की जगह तीन बार हाउस लोन अपने विधायक कार्यकाल के दौरान ले सकेंगे। विधायकों को चार प्रतिशत ब्याज पर सरकार साठ लाख का लोन देती है। इस लोन से विधायक मकान, फ्लैट इत्यादि खरीद सकते हैं।
यह लोन विधायक चाहे जितनी बार भी विधायक बने, केवल दो बार ही ले सकते थे, लेकिन सरकार ने विधायकों की ओर से आई मांग को मानते हुए इसे अब तीन बार कर दिया है। अब विधायक तीसरी बार भी साठ लाख रुपये लोन ले सकेंगे। इसके अलावा सरकार ने विधायकों के लिए वाहन लोन लेने की सुविधा एक की जगह दो बार कर दी है। विधायक वाहन लेने के लिए एक कार्यकाल में अब दो बार 20 लाख रुपये लोन ले सकते हैं।
पहली बार लिए गए लोन को विधायकों को दोनों ही मामले में ब्याज सहित चुकाना होगा। विधायक मकान या फ्लैट की मरम्मत के लिए भी दस लाख रुपये लोन ले सकेंगे। सरकार ने विधायकों व पूर्व विधायकों को ये बड़े तोहफा देने के लिए हरियाणा विधानसभा (सदस्य-सुविधा) संशोधन विधेयक, 2019 और हरियाणा विधानसभा (सदस्य वेतन, भत्ता तथा पेंशन) संशोधन विधेयक, 2019 सर्व सम्मति से पारित करा लिए।
इसके साथ ही सरकार ने विधायकों और पूर्व विधायकों के लिए एक बड़ी राहत दी है। साठ साल से अधिक उम्र के विधायक अब वोल्वो व सुपर डीलक्स बसों में साथ में एक सहायक लेकर भी सफर कर सकेंगे। सहायक को भी फ्री बस सुविधा मिलेगी। इसके लिए विधायकों को नॉन ट्रांसफरेबल पास मिलेगा। उसी में सहायक की फ्री सुविधा का भी जिक्र होगा।
सरकार की ओर से पेप्सू रोडवेज में भी फ्री बस सुविधा का प्रावधान विधायकों-पूर्व विधायकों के लिए कर दिया गया था, लेकिन यह रोडवेज पंजाब सरकार की है, इसलिए इस सुविधा को खत्म कर दिया गया है। चूंकि, पेप्सू रोडवेज पर हरियाणा सरकार का नियंत्रण नहीं है।
सीएम ने कांग्रेस पर ली चुटकी, बोले ईवीएम इनके लिए एक वहम मेरा
हरियाणा विधानसभा की कार्यवाही बजट सत्र के समापन पर अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। संसदीय कार्यमंत्री रामबिलास शर्मा ने इसका प्रस्ताव सदन में रखा और स्पीकर ने सर्वसम्मति से पारित कराया। कार्यवाही स्थगित होने से पहले माहौल कुछ देर के लिए हंसी-मजाक वाला हो गया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्षी दलों की शंका दूर करते हुए कहा, वह फिर दोहरा रहे कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव अपने निश्चित समय पर होंगे और इससे पहले हरियाणा विधानसभा का एक ओर सत्र अगस्त माह में होगा।
वैसे तो सारे देश में चर्चा हो रही है कि सभी चुनाव एक साथ हों, यह संसद और राष्ट्रीय स्तर पर संभव होगा। ईवीएम मशीन के संबंध में उन्होंने विपक्ष पर चुटकी लेते हुए कहा कि ईवीएम का मतलब इनके लिए (कांग्रेस) ई- एक, वी-वहम, एम-मेरा है। सीएम ने यह चुटकी कांग्रेस विधायक रघुबीर कादियान की ओर से उठाई गई मांग पर ली। कादियान ने एक राष्ट्र-एक चुनाव का समर्थन कर आगामी चुनाव ईवीएम से कराने की मांग रखी थी।
कांग्रेस विधायक करण दलाल व कादियान ने सत्ता पक्ष पर भी खूब कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि यह इस सरकार का आखिरी सत्र माना जा रहा है। दलाल बोले, अब मुकाबले धरती पर जाकर होंगे, रणयुद्ध में असली ताकत का पता चलेगा। कादियान ने कहा कि अगली विधानसभा में शायद ही कविताएं सुनने को मिलें।