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Mohammed Shami: क्या टीम इंडिया में फिर लौटेंगे शमी? घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद BCCI की बदली सोच
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Wed, 31 Dec 2025 09:21 AM IST
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सार
शमी के लिए रास्ता अब भी कठिन है। फिट रहना, फॉर्म बनाए रखना और युवा तेज गेंदबाजों से मुकाबला, ये सभी चुनौतियां उनके सामने हैं, लेकिन जो दरवाजा कभी बंद नजर आ रहा था, वह अब पूरी तरह खुलने को तैयार है।
शमी
- फोटो : ANI
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विस्तार
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के चयनकर्ता मोहम्मद शमी को लेकर बड़ा यू-टर्न ले सकते हैं। लंबे समय से फिटनेस, फॉर्म और भविष्य को लेकर चल रही अटकलों के बीच 35 वर्षीय तेज गेंदबाज एक बार फिर चयनकर्ताओं के रडार पर हैं। 2027 वनडे वर्ल्ड कप अब उनकी संभावित वापसी के लिए एक अहम संदर्भ बिंदु बनता दिख रहा है।
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चयनकर्ताओं की सोच में बदलाव
एनडीटीवी से बातचीत में बीसीसीआई के एक सूत्र ने संकेत दिया कि शमी की घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन पर करीबी नजर रखी जा रही है। सूत्र के मुताबिक, शमी अब चयन की दौड़ से बाहर नहीं हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज में उनका नाम चौंकाने वाला नहीं होगा। चयनकर्ता मानते हैं कि इस स्तर के गेंदबाज को विकेट लेना आता है, असली चिंता केवल फिटनेस को लेकर है।
एनडीटीवी से बातचीत में बीसीसीआई के एक सूत्र ने संकेत दिया कि शमी की घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन पर करीबी नजर रखी जा रही है। सूत्र के मुताबिक, शमी अब चयन की दौड़ से बाहर नहीं हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज में उनका नाम चौंकाने वाला नहीं होगा। चयनकर्ता मानते हैं कि इस स्तर के गेंदबाज को विकेट लेना आता है, असली चिंता केवल फिटनेस को लेकर है।
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आंकड़े जो चर्चा जिंदा रखते हैं
शमी का मामला इसलिए भी खत्म नहीं हुआ क्योंकि उनके आंकड़े लगातार पक्ष में बोलते रहे हैं। हाल के छह घरेलू मैचों में उन्होंने 17 विकेट लिए हैं, जिनमें विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी शामिल हैं। रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सत्र में भी उन्होंने सिर्फ चार मैचों में 20 विकेट झटककर साबित किया कि उनकी धार अब भी कायम है।
शमी का मामला इसलिए भी खत्म नहीं हुआ क्योंकि उनके आंकड़े लगातार पक्ष में बोलते रहे हैं। हाल के छह घरेलू मैचों में उन्होंने 17 विकेट लिए हैं, जिनमें विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी शामिल हैं। रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सत्र में भी उन्होंने सिर्फ चार मैचों में 20 विकेट झटककर साबित किया कि उनकी धार अब भी कायम है।
फिटनेस: सबसे बड़ी परेशानी थी
शमी की राह में सबसे बड़ा रोड़ा हमेशा फिटनेस रही है। 2023 वर्ल्ड कप के बाद से उन्हें टखने और घुटने की बार-बार चोटों से जूझना पड़ा। सर्जरी और लंबे रिहैब ने उनकी निरंतरता तोड़ी, जिससे चयनकर्ता सतर्क रहे। हालांकि, शमी ने कई बार यह दावा किया कि वह फिट हैं और बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलकर उन्होंने इसे साबित भी किया।
शमी की राह में सबसे बड़ा रोड़ा हमेशा फिटनेस रही है। 2023 वर्ल्ड कप के बाद से उन्हें टखने और घुटने की बार-बार चोटों से जूझना पड़ा। सर्जरी और लंबे रिहैब ने उनकी निरंतरता तोड़ी, जिससे चयनकर्ता सतर्क रहे। हालांकि, शमी ने कई बार यह दावा किया कि वह फिट हैं और बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलकर उन्होंने इसे साबित भी किया।
सार्वजनिक बयान और चयनकर्ताओं की प्रतिक्रिया
इस साल की शुरुआत में शमी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर रहने पर चयनकर्ताओं पर सार्वजनिक तौर पर तंज कसा था। इस पर चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने संतुलित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर शमी पूरी तरह फिट होते तो वह निश्चित तौर पर टीम के साथ होते। अगरकर ने यह भी साफ किया कि घरेलू सीजन में उनके प्रदर्शन और फिटनेस पर लगातार नजर रखी जा रही है।
इस साल की शुरुआत में शमी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर रहने पर चयनकर्ताओं पर सार्वजनिक तौर पर तंज कसा था। इस पर चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने संतुलित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर शमी पूरी तरह फिट होते तो वह निश्चित तौर पर टीम के साथ होते। अगरकर ने यह भी साफ किया कि घरेलू सीजन में उनके प्रदर्शन और फिटनेस पर लगातार नजर रखी जा रही है।
2027 वर्ल्ड कप की ओर नजर
अब हालात बदलते दिख रहे हैं। शमी नियमित गेंदबाजी कर रहे हैं और विकेट निकाल रहे हैं। चयनकर्ताओं का रुख नरम पड़ रहा है और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज से उनकी वापसी संभव मानी जा रही है। 2027 वर्ल्ड कप की तैयारी कर रही टीम इंडिया के लिए बड़े टूर्नामेंट में भरोसेमंद विकेट-टेकर की अहमियत किसी से छिपी नहीं है।
अब हालात बदलते दिख रहे हैं। शमी नियमित गेंदबाजी कर रहे हैं और विकेट निकाल रहे हैं। चयनकर्ताओं का रुख नरम पड़ रहा है और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज से उनकी वापसी संभव मानी जा रही है। 2027 वर्ल्ड कप की तैयारी कर रही टीम इंडिया के लिए बड़े टूर्नामेंट में भरोसेमंद विकेट-टेकर की अहमियत किसी से छिपी नहीं है।