{"_id":"6891f409e63d08bbab07f06b","slug":"bcci-unlikely-to-allow-stars-to-pick-and-choose-games-going-forward-decision-makers-are-all-on-the-same-page-2025-08-05","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Team India: अब अपनी मर्जी से मैच नहीं चुन सकेंगे खिलाड़ी? बीसीसीआई ले सकता है कड़ा फैसला; रिपोर्ट में खुलासा","category":{"title":"Cricket News","title_hn":"क्रिकेट न्यूज़","slug":"cricket-news"}}
Team India: अब अपनी मर्जी से मैच नहीं चुन सकेंगे खिलाड़ी? बीसीसीआई ले सकता है कड़ा फैसला; रिपोर्ट में खुलासा
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शोभित चतुर्वेदी
Updated Tue, 05 Aug 2025 05:37 PM IST
विज्ञापन
सार
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 2-2 से ड्रॉ होने के बाद ड्रेसिंग रूम में गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर का प्रभाव बढ़ना तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीसीसीआई अब ऐसा नियम बनाने जा रहा है जिसमें खिलाड़ी अपनी मर्जी से मैच नहीं चुन सकेंगे।

गंभीर-अगरकर
- फोटो : PTI
विज्ञापन
विस्तार
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज समाप्त होने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) खिलाड़ियों की मनमर्जी पर लगाम कसने की तैयारी कर रहा है। मुख्य कोच गौतम गंभीर टीम में स्टार कल्चर के खिलाफ रहे हैं और इसी कड़ी में अब बोर्ड कड़ा फैसला करने पर विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि बीसीसीआई अब ऐसा नियम बनाने जा रहा है जिसमें खिलाड़ी अपनी मर्जी से मैच नहीं चुन सकेंगे।
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 2-2 से ड्रॉ होने के बाद ड्रेसिंग रूम में गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर का प्रभाव बढ़ना तय माना जा रहा है। दरअसल, जसप्रीत बुमराह के कार्यभार प्रबंध के चलते दो मैचों में अनुपलब्ध रहने के बाद जिस तरह मोहम्मद सिराज ने प्रदर्शन किया उससे गंभीर को अब अपने हिसाब से टीम कल्चर बनाने का मौका मिल गया है।

Trending Videos
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 2-2 से ड्रॉ होने के बाद ड्रेसिंग रूम में गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर का प्रभाव बढ़ना तय माना जा रहा है। दरअसल, जसप्रीत बुमराह के कार्यभार प्रबंध के चलते दो मैचों में अनुपलब्ध रहने के बाद जिस तरह मोहम्मद सिराज ने प्रदर्शन किया उससे गंभीर को अब अपने हिसाब से टीम कल्चर बनाने का मौका मिल गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
फैसले को लेकर एकमत हैं गंभीर-अगरकर और अधिकारी
बुमराह जहां कार्यभार प्रबंध का हवाला देकर सीरीज के तीन मैचों में खेले, वहीं सिराज ने पांचों मैच में शिरकत की और 23 विकेट चटकाने में सफल रहे। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह माना जा रहा है कि यह समिति, गंभीर और भारतीय क्रिकेट बोर्ड में फैसले लेने वाले अधिकारी कार्यभार प्रबंधन के नाम पर खिलाड़ियों के मर्जी से मैच और सीरीज खेलने के चलन पर रोक लगाने को लेकर एकमत हैं।
बुमराह जहां कार्यभार प्रबंध का हवाला देकर सीरीज के तीन मैचों में खेले, वहीं सिराज ने पांचों मैच में शिरकत की और 23 विकेट चटकाने में सफल रहे। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह माना जा रहा है कि यह समिति, गंभीर और भारतीय क्रिकेट बोर्ड में फैसले लेने वाले अधिकारी कार्यभार प्रबंधन के नाम पर खिलाड़ियों के मर्जी से मैच और सीरीज खेलने के चलन पर रोक लगाने को लेकर एकमत हैं।
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई के हवाले से कहा, इस पर बात हुई है और केंद्रीय अनुबंध प्राप्त खिलाड़ियों को बता दिया गया है, खास तौर पर उनको जो सभी प्रारूपों में नियमित खेलते हैं कि भविष्य में अपनी मर्जी से मैच चुनने का कल्चर नहीं चलेगा। इसके यह मायने नहीं हैं कि कार्यभार प्रबंधन पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। तेज गेंदबाजों का कार्यभार प्रबंधन जरूरी है लेकिन इसकी आड़ में खिलाड़ी अहम मैचों से बाहर नहीं रह सकते।
सिराज ने जिस तरह सीरीज में पांच मैचों में हिस्सा लिया वो दिखाता है कि फिटनेस के मामले में वह बेहतर हैं। सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप के प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि बड़े से बड़े सितारे भी खेल से बढ़कर नहीं हैं। बुमराह जिन दो मैच में नहीं खेले उनमें सिराज तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ रहे और उन्होंने पूरी जिम्मेदारी से खेलते हुए प्रदर्शन किया।
सिराज ने जिस तरह सीरीज में पांच मैचों में हिस्सा लिया वो दिखाता है कि फिटनेस के मामले में वह बेहतर हैं। सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप के प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि बड़े से बड़े सितारे भी खेल से बढ़कर नहीं हैं। बुमराह जिन दो मैच में नहीं खेले उनमें सिराज तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ रहे और उन्होंने पूरी जिम्मेदारी से खेलते हुए प्रदर्शन किया।
बीसीसीआई को रास नहीं आया बुमराह का तीन टेस्ट में खेलना
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भी कई दिक्कतों के बावजूद चौथे टेस्ट तक काफी लंबे स्पैल डाले। इससे यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या कार्यभार प्रबंधन को अपनी सहूलियत के हिसाब से ढाल बनाया जाता है। यह भी कहा जा सकता है कि जसप्रीत बुमराह का पांचों टेस्ट में नहीं खेलने का फैसला बीसीसीआई को रास नहीं आया है। इससे बंगलूरू के उत्कृष्टता केंद्र में काम कर रही खेल विज्ञान टीम पर भी अंगुली उठी है।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भी कई दिक्कतों के बावजूद चौथे टेस्ट तक काफी लंबे स्पैल डाले। इससे यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या कार्यभार प्रबंधन को अपनी सहूलियत के हिसाब से ढाल बनाया जाता है। यह भी कहा जा सकता है कि जसप्रीत बुमराह का पांचों टेस्ट में नहीं खेलने का फैसला बीसीसीआई को रास नहीं आया है। इससे बंगलूरू के उत्कृष्टता केंद्र में काम कर रही खेल विज्ञान टीम पर भी अंगुली उठी है।
एशिया कप के लिए उपलब्ध होंगे बुमराह?
बुमराह के अगले महीने होने वाले एशिया कप में शामिल होने को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन इस रिपोर्ट की मानें तो यह स्टार तेज गेंदबाज करीब एक महीने के आराम के बाद एशिया कप में हिस्सा लेगा। एशिया कप का आयोजन टी20 प्रारूप में नौ से 28 सितंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होना है। सू्त्र ने कहा, अगर बुमराह एशिया कप में खेले और टीम फाइनल तक पहुंची तो जाहिर है कि बुमराह वेस्टइंडीज के खिलाफ दो अक्तूबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में नहीं खेलेंगे। हालांकि, अगर चोट की कोई समस्या नहीं होती है तो वह विश्व चैंपियन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नवंबर में दो टेस्ट मैचों का हिस्सा होंगे।
बुमराह के अगले महीने होने वाले एशिया कप में शामिल होने को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन इस रिपोर्ट की मानें तो यह स्टार तेज गेंदबाज करीब एक महीने के आराम के बाद एशिया कप में हिस्सा लेगा। एशिया कप का आयोजन टी20 प्रारूप में नौ से 28 सितंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होना है। सू्त्र ने कहा, अगर बुमराह एशिया कप में खेले और टीम फाइनल तक पहुंची तो जाहिर है कि बुमराह वेस्टइंडीज के खिलाफ दो अक्तूबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में नहीं खेलेंगे। हालांकि, अगर चोट की कोई समस्या नहीं होती है तो वह विश्व चैंपियन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नवंबर में दो टेस्ट मैचों का हिस्सा होंगे।