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Cameron Green: 25.20 करोड़ की बोली, लेकिन हाथ आएंगे सिर्फ 9.75 करोड़? कैमरन ग्रीन की आईपीएल सैलरी का पूरा गणित
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Thu, 25 Dec 2025 09:23 AM IST
सार
कैमरन ग्रीन पर आईपीएल 2026 मिनी ऑक्शन में 25.20 करोड़ की बोली लगी, लेकिन विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी कैप और भारत-ऑस्ट्रेलिया दोनों देशों के टैक्स नियमों के कारण उनकी वास्तविक टेक-होम सैलरी करीब 9.75 करोड़ रुपये ही हो सकती है। यह मामला आईपीएल में विदेशी खिलाड़ियों की कमाई और नियमों को लेकर एक बार फिर बहस का केंद्र बन गया है।
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कैमरन ग्रीन
- फोटो : ANI
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विस्तार
आईपीएल 2026 की मिनी नीलामी में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन पर कोलकाता नाइट राइडर्स ने 25.20 करोड़ रुपये की बड़ी बोली लगाई। बाहर से देखने पर यह रकम चौंकाने वाली लगती है, लेकिन असलियत यह है कि टैक्स और बीसीसीआई के नियमों के बाद ग्रीन की वास्तविक टेक-होम सैलरी सिर्फ करीब 9.75 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
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विदेशी खिलाड़ियों के लिए 18 करोड़ की सैलरी कैप
आईपीएल के नियमों के मुताबिक, कोई भी विदेशी खिलाड़ी 18 करोड़ रुपये से ज्यादा सैलरी नहीं ले सकता, चाहे उस पर कितनी भी बड़ी बोली क्यों न लगी हो। कैमरन ग्रीन के मामले में भी यही हुआ। 25.20 करोड़ की बोली में से 7.20 करोड़ रुपये सीधे काटकर बीसीसीआई के प्लेयर वेलफेयर फंड में चले गए, जबकि फ्रेंचाइजी को पूरी बोली की रकम अपने पर्स से चुकानी पड़ी।
आईपीएल के नियमों के मुताबिक, कोई भी विदेशी खिलाड़ी 18 करोड़ रुपये से ज्यादा सैलरी नहीं ले सकता, चाहे उस पर कितनी भी बड़ी बोली क्यों न लगी हो। कैमरन ग्रीन के मामले में भी यही हुआ। 25.20 करोड़ की बोली में से 7.20 करोड़ रुपये सीधे काटकर बीसीसीआई के प्लेयर वेलफेयर फंड में चले गए, जबकि फ्रेंचाइजी को पूरी बोली की रकम अपने पर्स से चुकानी पड़ी।
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कैमरन ग्रीन
- फोटो : ANI
भारत में टैक्स कटौती कैसे हुई?
18 करोड़ की सैलरी पर भारत में कई स्तरों पर टैक्स लगता है। इनमें टीडीएस, टीडीएस पर सरचार्ज और टीडीएस-सरचार्ज पर सेस शामिल हैं। कैमरन ग्रीन की बची हुई 18 करोड़ की राशि में से सबसे पहले 20 प्रतिशत टीडीएस काटा जाएगा। इसके बाद इसी टीडीएस रकम पर 25 प्रतिशत का सरचार्ज लगाया जाएगा। इतना ही नहीं, टीडीएस और सरचार्ज दोनों के कुल योग पर चार प्रतिशत का सेस भी जुड़ता है। इन सभी चरणों में हुई कटौती के चलते भारत में ही ग्रीन की सैलरी से बड़ी रकम टैक्स के रूप में निकल सकती है, जिससे उनकी नेट अमाउंट में भारी कमी देखने को मिल सकती है। इन सभी कटौतियों के बाद भारत में ही करीब 4.68 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में कट जाएंगे, जिससे ग्रीन के हाथ में लगभग 13.32 करोड़ रुपये बचेंगे।
18 करोड़ की सैलरी पर भारत में कई स्तरों पर टैक्स लगता है। इनमें टीडीएस, टीडीएस पर सरचार्ज और टीडीएस-सरचार्ज पर सेस शामिल हैं। कैमरन ग्रीन की बची हुई 18 करोड़ की राशि में से सबसे पहले 20 प्रतिशत टीडीएस काटा जाएगा। इसके बाद इसी टीडीएस रकम पर 25 प्रतिशत का सरचार्ज लगाया जाएगा। इतना ही नहीं, टीडीएस और सरचार्ज दोनों के कुल योग पर चार प्रतिशत का सेस भी जुड़ता है। इन सभी चरणों में हुई कटौती के चलते भारत में ही ग्रीन की सैलरी से बड़ी रकम टैक्स के रूप में निकल सकती है, जिससे उनकी नेट अमाउंट में भारी कमी देखने को मिल सकती है। इन सभी कटौतियों के बाद भारत में ही करीब 4.68 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में कट जाएंगे, जिससे ग्रीन के हाथ में लगभग 13.32 करोड़ रुपये बचेंगे।
ऑस्ट्रेलिया में भी देना होगा टैक्स
कैमरन ग्रीन ऑस्ट्रेलिया के टैक्स कानूनों के तहत भी करदाता हैं, इसलिए उनकी आईपीएल से होने वाली कमाई पर वहां भी टैक्स लागू होगा। ऑस्ट्रेलिया में उनकी आईपीएल इनकम पर लगभग 45 प्रतिशत तक इनकम टैक्स लिया जाता है, जबकि इसके अलावा दो प्रतिशत की मेडिकेयर लेवी भी देनी होती है। इसी वजह से भारत में टैक्स कटौती के बाद बची रकम पर भी ऑस्ट्रेलिया में एक बड़ी कर देनदारी बन जाती है, हालांकि, भारत में दिए गए टैक्स के बदले उन्हें विदेशी कर समायोजन का लाभ मिलता है। ऑस्ट्रेलिया में कुल मिलाकर लगभग 8.7 करोड़ रुपये टैक्स बनता है। हालांकि, भारत में दिए गए टैक्स के बदले विदेश में चुकाए गए कर का समायोजन (Foreign Income Tax Offset) का फायदा मिलता है, जिससे कुछ राहत मिलती है।
कैमरन ग्रीन ऑस्ट्रेलिया के टैक्स कानूनों के तहत भी करदाता हैं, इसलिए उनकी आईपीएल से होने वाली कमाई पर वहां भी टैक्स लागू होगा। ऑस्ट्रेलिया में उनकी आईपीएल इनकम पर लगभग 45 प्रतिशत तक इनकम टैक्स लिया जाता है, जबकि इसके अलावा दो प्रतिशत की मेडिकेयर लेवी भी देनी होती है। इसी वजह से भारत में टैक्स कटौती के बाद बची रकम पर भी ऑस्ट्रेलिया में एक बड़ी कर देनदारी बन जाती है, हालांकि, भारत में दिए गए टैक्स के बदले उन्हें विदेशी कर समायोजन का लाभ मिलता है। ऑस्ट्रेलिया में कुल मिलाकर लगभग 8.7 करोड़ रुपये टैक्स बनता है। हालांकि, भारत में दिए गए टैक्स के बदले विदेश में चुकाए गए कर का समायोजन (Foreign Income Tax Offset) का फायदा मिलता है, जिससे कुछ राहत मिलती है।
कैमरन ग्रीन
- फोटो : ANI
आखिर टेक-होम कितना?
सभी कटौतियों और टैक्स एडजस्टमेंट के बाद कैमरन ग्रीन की असली कमाई लगभग 9.74-9.75 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। यानी बोली की रकम का 40 प्रतिशत से भी कम।
कैमरन ग्रीन की IPL सैलरी और टैक्स कटौती का पूरा हिसाब
सभी कटौतियों और टैक्स एडजस्टमेंट के बाद कैमरन ग्रीन की असली कमाई लगभग 9.74-9.75 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। यानी बोली की रकम का 40 प्रतिशत से भी कम।
कैमरन ग्रीन की IPL सैलरी और टैक्स कटौती का पूरा हिसाब
| विवरण | राशि (₹ करोड़ में) |
|---|---|
| नीलामी में कुल बोली (ग्रॉस बिड) | 25.20 |
| विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी कैप कटौती (BCCI नियम) | -7.20 |
| भारत में मान्य सैलरी | 25.20 - 7.20 = 18.00 |
| टीडीएस (20%) | -3.60 |
| टीडीएस पर सरचार्ज (25%) | -0.90 |
| टीडीएस + सरचार्ज पर सेस (4%) | -0.18 |
| भारत में कुल टैक्स कटौती | -4.68 |
| भारत में टैक्स के बाद बची रकम | 18.00 - 4.68 = 13.32 |
| ऑस्ट्रेलिया इनकम टैक्स (लगभग 45%) | -7.90 |
| मेडिकेयर लेवी (2%) | -0.79 |
| विदेश में चुकाए टैक्स का समायोजन (Foreign Income Tax Offset) | +4.68 |
| ऑस्ट्रेलिया में नेट टैक्स देनदारी | -3.58 |
| कैमरन ग्रीन की वास्तविक टेक-होम सैलरी | 13.32-3.58
≈ 9.74–9.75 |
BCCI ने यह नियम क्यों बनाया?
बीसीसीआई ने यह नियम इसलिए लागू किया ताकि विदेशी खिलाड़ी जानबूझकर मेगा ऑक्शन छोड़कर मिनी ऑक्शन में मोटी बोली न बटोर सकें और भारतीय खिलाड़ियों को प्राथमिकता मिल सके। साथ ही, ऑक्शन से नाम वापस लेने पर दो साल के बैन का नियम भी इसी सोच का हिस्सा है।
बीसीसीआई ने यह नियम इसलिए लागू किया ताकि विदेशी खिलाड़ी जानबूझकर मेगा ऑक्शन छोड़कर मिनी ऑक्शन में मोटी बोली न बटोर सकें और भारतीय खिलाड़ियों को प्राथमिकता मिल सके। साथ ही, ऑक्शन से नाम वापस लेने पर दो साल के बैन का नियम भी इसी सोच का हिस्सा है।