बिहार के डिप्टी सीएम बोले, देश की जनता समझदार, प्रियंका के कांग्रेस में आने से नहीं पड़ेगा फर्क
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि प्रियंका वाड्रा के सक्रिय राजनीति में आने से न तो कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में फायदा मिलेगा और न ही भाजपा पर कोई फर्क पड़ेगा। देश की जनता समझदार है, इस बात को भलीभांति जानती है कि भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन और देश का विकास कौन कर सकता है।
कांग्रेस इस गलतफहमी में है कि प्रियंका के आने से चुनावी नैया पार हो जाएगी। रविवार को ‘भारत के मन की बात मोदी के साथ’ रथ के साथ दून पहुंचे सुशील मोदी ने प्रेसवार्ता में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए कांग्रेस पिछले पचास सालों में जो नहीं कर पाई। उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में कर दिया है। देश की जनता नहीं चाहती है कि उसे देवगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह जैसी सरकार मिले।
आम लोगों को पीएम मोदी पर भरोसा है। इसलिए भाजपा ने नारा दिया कि ‘काम करे जो उम्मीद उसी से हो’। सुशील मोदी ने कहा कि पहली बार देश के इतिहास में भाजपा ने जन सहभागिता से चुनावी संकल्प पत्र तैयार करने का निर्णय लिया है।
जहरीली शराब के काले कारोबार को रोकने के लिए बने सख्त कानून
देश भर में अलग-अलग वर्गों के 10 करोड़ लोगों से संपर्क साध कर संकल्प पत्र के लिए सुझाव लिए जा रहे हैं। इस अभियान के तहत देश में 300 रथ शुरू किए गए हैं। इनके माध्यम से गांव-गांव जाकर मोदी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देने के साथ ही सुझाव एकत्रित किए जा रहे हैं।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सुझाव के लिए एक पेटिका रखी गई है। इसमें भी लोग अपने सुझाव डाल सकते हैं। मिस कॉल से भी सुझाव के ऑडियो व वीडियो भेजने की सुविधा है। चुनाव में नामांकन से पहले भाजपा संकल्प पत्र जारी करेगी। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति गैरोला, प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन आदि मौजूद रहे।
सुशील मोदी ने कहा कि उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश की सीमा पर जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत होना दुखद घटना है। इस काले कारोबार में संलिप्त लोगों को मृत्युदंड की सजा का प्रावधान करने के लिए सख्त कानून बनाना चाहिए। घटना के बाद त्रिवेंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं।
मामले की जांच के आदेश के साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित किया है। इस घटना के दोषियों को सरकार छोड़ेगी नहीं। शराब से सबसे ज्यादा 99 प्रतिशत गरीब लोगों पर असर पड़ रहा है। बिहार राज्य में इसी मकसद से शराब बंदी लागू की गई। शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए राज्य की सरकारों व वहां के लोगों को तय करना होगा। हर राज्य की स्थिति एक जैसी नहीं है।