सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttarakhand ›   Dehradun News ›   Electricity 16 lakh smart meters will be installed from next month Uttarakhand news

Uttarakhand: अगले महीने से लगेंगे 16 लाख स्मार्ट मीटर, सरकारी दफ्तरों, बड़े व्यावसायिक उपभोक्ताओं से शुरुआत

अमर उजाला ब्यूरो, देहरादून Published by: रेनू सकलानी Updated Wed, 14 Jun 2023 01:44 PM IST
सार

केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की योजना के तहत उत्तराखंड के 15 लाख 84 हजार 205 घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने हैं। प्रदेश के 38,016 ट्रांसफार्मर और 33 केवी के 379 व 11 केवी के 1254 फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगेंगे।

विज्ञापन
Electricity 16 lakh smart meters will be installed from next month Uttarakhand news
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के घरों पर अगले महीने से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने तैयारी पूरी कर ली है। इन मीटरों से मिलने वाले डाटा के विश्लेषण के लिए मुख्यालय में रियल टाइम एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है।

Trending Videos

स्मार्ट मीटरों की शुरुआत सरकारी दफ्तरों और बड़े बिजली उपभोक्ताओं से होगी। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की योजना के तहत उत्तराखंड के 15 लाख 84 हजार 205 घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने हैं। प्रदेश के 38,016 ट्रांसफार्मर और 33 केवी के 379 व 11 केवी के 1254 फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगेंगे।

विज्ञापन
विज्ञापन

पिछले दिनों यूपीसीएल ने स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी के चयन को निविदा निकाली थी जो पूरी हो चुकी है। काम का आवंटन होने वाला है। वहीं, यूपीसीएल इन मीटरों के डाटा के लिए रियल टाइम मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित कर रहा है। इसके लिए यूपीसीएल ने एक और निविदा निकाली है।

 

2025 तक सभी घरों पर स्मार्ट मीटर
प्रदेश में करीब 26 लाख बिजली उपभोक्ता हैं, जिनमें से 15 लाख 84 हजार 205 घरों में ये मीटर लगाए जाने हैं। यूपीसीएल प्रबंधन के मुताबिक, स्मार्ट मीटर एक तरह के प्रीपेड मीटर की तरह काम करेंगे जो बिजली रिचार्ज खत्म होने पर एसएमएस भेजकर जानकारी देगा।

बिजली की खपत व बचत पता चलेगी

यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि इससे बिजली की खपत की जानकारी घंटावार, दिन वार, वर्षवार आसानी से मिल सकेगी। उपभोक्ताओं की बिजली अगर ज्यादा फुंकेगी तो इसकी जानकारी भी मिल जाएगी। बिजली आपूर्ति व मांग का आंकड़ा भी आसानी से मिलेगा। बिजली चोरी पर भी काफी हद तक लगाम लग जाएगी। बिलिंग की दिक्कतें दूर होंगी और विवाद भी खत्म होंगे। लोगों को बिजली बचाने के प्रति प्रेरणा भी मिलेगी। 10 लाख की आबादी ऐसी है, जिन तक इंटरनेट कनेक्टिविटी आसान नहीं है। लिहाजा, वहां बिना इंटरनेट वाले प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।

ये भी पढ़ें...लव जिहाद पर महापंचायत: रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई से SC का इनकार, सीएम धामी ने कही ये बात

उपभोक्ताओं को नहीं देना होगा मीटर का खर्च

प्रति मीटर औसत छह हजार रुपये का खर्च आएगा, जिसमें से 22.5 प्रतिशत पैसा केंद्र से ग्रांट के तौर पर मिलेगा। बाकी पैसा मीटर लगाने वाली कंपनी को यूपीसीएल की ओर से प्रति मीटर प्रतिमाह के हिसाब से 10 साल तक दिया जाएगा। उपभोक्ताओं को इस मीटर के लिए अलग से कोई खर्च नहीं देना होगा।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed