सब्सक्राइब करें

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
Hindi News ›   Uttarakhand ›   Dehradun News ›   Uttarakhand News 304 sensitive places marked in the state in terms of flood and waterlogging

Uttarakhand: प्रदेश में बाढ़ और जलभराव की दृष्टि से 304 संवेदनशील स्थान चिह्नित, बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित

अमर उजाला ब्यूरो, देहरादून Published by: अलका त्यागी Updated Sun, 29 Jun 2025 03:07 PM IST
विज्ञापन
सार

मानसून सीजन को देखते हुए सिंचाई विभाग ने सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर ली हैं। सिंचाई खंड, देहरादून के परिसर में केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। 

Uttarakhand News 304 sensitive places marked in the state in terms of flood and waterlogging
बाढ़ - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

विस्तार
Follow Us

सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश के हर जिले के नोडल खंड में 15 जून से 15 अक्तूबर तक के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। उन्होंने अपने कैंप कार्यालय में सिंचाई विभाग की बैठक ली। उन्होंने बताया कि राज्य में बाढ़ और जलभराव की दृष्टि से 304 संवेदनशील स्थल चिह्नित किए गए हैं।

विज्ञापन
loader
Trending Videos


सिंचाई मंत्री ने कहा, मानसून सीजन को देखते हुए सिंचाई विभाग ने सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर ली हैं। सिंचाई खंड, देहरादून के परिसर में केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, इसका दूरभाष नंबर-9411554658 है। वहीं, अधीक्षण अभियंता, सिंचाई कार्य मंडल, देहरादून को राज्य स्तरीय विभागीय नोडल अधिकारी नामित किया गया है, इनका दूरभाष नंबर-9837173920 है। मंत्री ने बताया कि बाढ़ संबंधी सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन


Uttarkashi Cloudburst: यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड के पास बादल फटा...नौ मजदूर लापता, दो के शव बरामद

इसमें राज्य, जिलास्तरीय अधिकारी शामिल हैं। सभी अधिकारी मोबाइल पर उपलब्ध हैं। सभी अधिशासी अभियंता मानसून के दौरान प्रतिदिन केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण केंद्र को वर्षा, नदियों में जल स्तर से संबंधित सूचना उपलब्ध करा रहे हैं।

सिंचाई मंत्री के मुताबिक राज्य में 113 बाढ़ चौकियां प्रशासन के सहयोग से स्थापित की गई है। किसी भी संभावित घटना के दौरान बैराजों, जलाशयों के बहाव की दिशा में स्थित लोगों को सूचित करने के लिए सभी बैराजों, जलाशयों पर सायरन स्थापित किए गए हैं। बैठक में सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता सुभाष कुमार पाण्डेय सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed