उत्तराखंड: उत्तरकाशी में पानी भरने गई बच्ची तेज बहाव में बही, 10 घंटे बद रहा कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे
Uttarakhand Weather Update: सोमवार रात को तेज बारिश से मलबा और बोल्डर आ जाने से कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे नारायणबगड़ से आगे नौपाणी में बंद हो गया। मंगलवार सुबह 10 घंटे बाद बीआरओ ने हाईवे यातायात के लिए खोल दिया।
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उत्तरकाशी में विकासखंड डुंडा के उदालका गांव में पांच वर्षीय बच्ची पानी भरते समय धनपति गाड में बह गई। घटना की सूचना पर एसडीआरएफ व पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है, लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चल पाया है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि पांच वर्षीय रुचिता पुत्री अनिता देवी अपने परिजनों के साथ खेतों में आई थी। इस दौरान वह पानी भरने धनपति गाड चली गई। पानी भरते समय पैर फिसलने से वह गाड के तेज बहाव में बह गई। सूचना पर एसडीआरएफ व पुलिस की टीम ने सर्च अभियान चलाया। ग्रामीणों ने बताया कि रुचिता बीते दो साल से अपने नाना-नानी के घर उदालका गांव में रह रही थी।
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मलबा आने से 10 घंटे बद रहा कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे
सोमवार रात को तेज बारिश से मलबा और बोल्डर आ जाने से कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे नारायणबगड़ से आगे नौपाणी में बंद हो गया। मंगलवार सुबह 10 घंटे बाद बीआरओ ने हाईवे यातायात के लिए खोल दिया। सोमवार रात 8.30 बजे मूसलाधार बारिश शुरू हुई। रात 10 बजे तक हुई मूसलाधार बारिश के दौरान बरसाती नालों में आए पानी के सैलाब से सड़कें जलमग्न हो गईं और रात 11 बजे नौपाणी में हाईवे मलबा और बोल्डर आ जाने से बंद हो गया। मंगलवार सुबह बीआरओ ने हाईवे के दोनों छोर से मशीनों के जरिए मलबा हटाने का काम शुरू किया और तीन घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सुबह नौ बजे हाईवे पर यातायात बहाल कर दिया। हाईवे खुलने पर यहां फंसे दर्जनों वाहन अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए।
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दोपहर बाद बदला मौसम, देहरादून में बारिश
उत्तराखंड में मौसम की आंख मिचौली बनी हुई है। राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के कई इलाकों में धूप खिली है तो कहीं पर बादल रहे। दोपहर बाद मौसम बदला और देहरादून में झमाझम बारिश हुई।
यमुनोत्रीधाम सहित यमुना घाटी मे देर रात को आसमान में तेज गर्जना के साथ बारिश की बौछारें पड़ीं। जिससे मौसम में ठंडक बनी हुई है। लेकिन सुबह होते ही मौसम साफ हो गया और धूप खिल गई। सुहावने मौसम के साथ जानकीचट्टी से श्रद्वालु यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुए।
वहीं, रुद्रप्रयाग जिले में मौसम साफ बना हुआ है। साथ ही केदारनाथ यात्रा मार्ग भी सुचारू है। चमोली में भी मौसम साफ है। मौसम साफ होने से तीर्थयात्रियों को यात्रा में आसानी होगी। बदरीनाथ धाम में सुबह छह से नौ बजे तक 455 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। इन दिनों पितृ तर्पण के लिए बदरीनाथ धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे पर टिहरी जिले के 11 ग्रामीण सड़क मार्ग यातायात के लिए बाधित चल रहे हैं।
बड़कोट में रोके कई यात्री
उधर, यमुनोत्री धाम मे आज दोपहर से पहले ही 400 यात्री पहुंच चुके हैं। वहीं, सैकडों यात्री को कल के लिए अनुमति दी गई है। इससे यात्रियों में नाराजगी थमने का नाम नही ले रही है। इसके साथ ही बड़कोट और दुबाटा में भी यात्रियों को रोका हुआ है।
जंगल में भटके दिल्ली के पर्यटक को सुरक्षित ढूंढ निकाला
हर्षिल के लामा टिकरी घूमने गया एक पर्यटक रास्ता भटक गया, जब शाम तक वह अपने ठिकाने पर नहीं पहुंचा तो उसने स्वयं ही अपनी लोकेशन होटल मालिक को भेजी। इसके आधार पर स्थानीय लोगों व पुलिस ने उसका प्राथमिक उपचार कर उसे होटल पहुंचाया।
दिल्ली निवासी संजय शेफर्ड सोमवार शाम को हर्षिल घाटी के लामा टिकरी घूमने गया था। शाम को लौटते समय वह ककोड़ गाड़ पहुंच गया। काफी प्रयास के बाद भी जब उसे रास्ता नहीं मिला, तो उसने अपने होटल मालिक को मोबाइल से लोकेशन भेजी। होटल मालिक ने स्थानीय लोगों व पुलिस को घटना की सूचना दी।
बाद में स्थानीय माधवेंद्र रावत, संदीप रावत पुलिस के साथ लोकेशन के आधार पर संजय की ढूंढखोज के लिए निकले। संजय उन्हें ककोड़ा गाड के पास मिला। संजय को हाथ में हल्की चोट आने पर उसे प्राथमिक उपचार दिया गया। पर्यटक संजय ने बताया कि वह ट्रेवल ब्लॉगर का काम करता है। उपला टकनौर जनमंच के अध्यक्ष माधवेंद्र ने शासन-प्रशासन से ट्रेकिंग पर आने वाले पर्यटकों के लिए गाइड को अनिवार्य करने की मांग की है।