5वीं पास ने ठगे 2700 करोड़: प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट बता ऐंठे रुपये, अधिकांश पीड़ित सरकारी कर्मचारी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जुगल किशोर पेशे से पुजारी है और दिल्ली के शाहदरा स्थित विश्वास नगर इलाके में प्रॉपर्टी डीलर का काम भी करता था। वह केवल पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है।


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विस्तार
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गुजरात के धोलेरा में प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट की गलत जानकारी देकर परियोजना में निवेश करने पर मुनाफा देने का झांसा देकर 27 सौ करोड़ की ठगी करने के मामले आरोपी जालसाज जुगल किशोर शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने सभी निवेशकों को धोलेरा परियोजना में प्लॉट देने का वादा किया था। आरोपियों के खिलाफ देश भर में 150 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों सुभाष बिजारणिया और ओपेंद्र बिजारणिया को दिसंबर 2024 में गिरफ्तार कर लिया था और वह न्यायिक हिरासत में हैं।
सप्ताहिक रिटर्न का दिया आश्वासन
शाखा की पुलिस उपायुक्त अमृता गुगुलोथ ने बताया कि करावल नगर निवासी नेहा कुमारी और 97 अन्य शिकायतकर्ताओं ने नेक्सा एवरग्रीन प्राइवेट लिमिटेड और उसके पदाधिकारियों के खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी की शाखा में शिकायत दर्ज करवाई। जिसमें आरोप लगाया गया कि आरोपी जुगल किशोर और विनोद कुमार ने स्वयं को कंपनी का निदेशक और साझेदार बताया और निवेशकों को आश्वासन दिया कि उनके निवेश पर उन्हें सुनिश्चित साप्ताहिक रिटर्न मिलेगा और उन्हें अहमदाबाद के धोलेरा में प्लॉट आवंटित किए जाएंगे।
दिखाते थे पीएम के वीडियो
शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने प्रधानमंत्री के वीडियो दिखाकर झूठा दावा किया कि वह धोलेरा परियोजना के ब्रांड एंबेसडर हैं। निवेशकों से पैसा लेने के बाद 23 जनवरी 2023 को कंपनी के मुख्य प्रबंधक रणवीर सिंह बिजारणिया और अन्य पदाधिकारियों सहित आरोपी भाग गया। उनकी वेबसाइट बंद कर दी गई है और निवेशकों का आवेदन निष्क्रिय कर दिया गया। उसके बाद निवेशकों ने कंपनी के खिलाफ सीकर (राजस्थान) और ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में प्राथमिकी दर्ज करवाई। शिकायत पर दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा ने 29 सितंबर 2023 को मामला दर्ज कर लिया।
अहमदाबाद में है मुख्यालय
जांच में पता चला कि नेक्सा एवरग्रीन समूह के आरोपियों ने योजनाओं के जरिए निश्चित उच्च रिटर्न की पेशकश के बहाने आम जनता से धन प्राप्त किया। समूह पूरे देश में संचालित है और इसका मुख्यालय अहमदाबाद में है। सीकर राजस्थान निवासी सेना से सेवानिवृत सुभाष बिजारणिया और रणवीर सिंह बिजारणिया नेक्सा एवरग्रीन प्राइवेट लिमिटेड और समूह की अन्य संस्थाओं के निदेशक और पदाधिकारी हैं। उन्होंने गुजरात के अहमदाबाद के धोलेरा में नेक्सा एवरग्रीन प्रोजेक्ट नामक अपनी टाउनशिप परियोजना में निवेश करने के लिए जनता को लुभाने वाली एक योजना शुरू की।
धोलेरा प्रोजेक्ट में प्लॉट देने का किया था वादा
निदेशकों ने निवेशकों के साथ जूम मीटिंग की, भारत के माननीय प्रधानमंत्री के वीडियो दिखाए और गलत जानकारी दी कि धोलेरा प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है और वह इसके ब्रांड एंबेसडर हैं। साथ ही सभी निवेशकों को धोलेरा परियोजना में प्लॉट देने का वादा किया गया। निवेशकों को मोबाइल फोन, लैपटॉप और रॉयल एनफील्ड बाइक और कंपनी ने कथित तौर पर प्रत्येक निवेशक को कुल निवेशित राशि पर तीन फीसदी ब्याज की दर से साप्ताहिक आधार पर रिटर्न प्रदान किया। कंपनी ने गूगल प्ले पर एक एप्लिकेशन लॉन्च किया जिसके जरिए पीड़ितों को उनकी शेष राशि और निवेश विवरण देखने के लिए विशिष्ट आईडी दी गई। फरार होने से पहले आरोपी ने एप्लिकेशन को हटा दिया।
अधिकतर पीड़ित थे सरकारी कर्मचारी
पुलिस ने उन फर्मों का विवरण एकत्र किया, जहां निवेशकों के धन जमा किए गए थे। जिसकी जांच करने पर पता चला कि पीड़ितों की राशि मुख्य रूप से दो फर्मों, नेक्सा एवरग्रीन डेवलपर्स धोलेरा और 9 ओक डेवलपर्स धोलेरा के खातों में स्थानांतरित की गई थी। आरोपी जुगल किशोर इन फर्मों में अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता और साझेदार थे। वह विश्वास नगर शाहदरा स्थित समूह की दिल्ली शाखा का प्रबंधन कर रहे थे। अधिकांश पीड़ित सरकारी कर्मचारी थे। नेक्सा समूह ने गुजरात के धोलेरा क्षेत्र में लगभग 12 सौ बीघा जमीन खरीदी थी। उप-पंजीयक धोलेरा से सत्यापित जानकारी के अनुसार अब तक लगभग 168 एकड़ जमीन की पहचान की जा चुकी है।
देशभर में दर्ज हैं 150 मामले
जांच में समूह की विभिन्न कंपनियों में धन के हेर-फेर और उसके दुरुपयोग का पता चला है। साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने कबूल नगर शाहदरा निवासी जुगल किशोर शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इससे पहले 17 दिसंबर 2024 को दो आरोपी सुभाष और ओपेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ देश भर में लगभग 150 अन्य मामले दर्ज हैं। आरोपियों पर कुल करीब 27 सौ करोड़ रुपये का घोटाला करने का अनुमान है।
पांचवीं पास है 27 सौ करोड़ की ठगी करने वाला आरोपी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जुगल किशोर पेशे से पुजारी है और दिल्ली के शाहदरा स्थित विश्वास नगर इलाके में प्रॉपर्टी डीलर का काम भी करता था। वह केवल पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है। वह विनोद चौधरी नाम के व्यक्ति के जरिए मुख्य आरोपी रणवीर बिजारणिया और सुभाष बिजारणिया के संपर्क में आया और रणवीर बिजारणिया के लिए काम करने लगा। उसने विश्वास नगर में एक कार्यालय खोला और नेक्सा ग्रुप की योजनाओं के तहत धन इकट्ठा करना शुरू किया। वह उन फर्मों के बैंक खातों में अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता है जहां पीड़ितों से धन इकट्ठा किया गया था। गिरफ्तारी के समय वह अपना घर बेचकर इलाका छोड़कर अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहा था।