प्राणों पर भारी प्रदूषण: BP-शुगर के मरीज रहें सतर्क, डॉक्टर बोले- इनमें ब्रेन स्ट्रोक-हार्ट अटैक की आशंका अधिक
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में न्यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर आशीष दुग्गल ने कहा कि इन दिनों अस्पताल में ब्रेन स्ट्रोक के मामले दोगुने आते हैं।
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प्रदूषण बढ़ने के साथ ही बीपी, मधुमेह, मोटापा के रोगियों की समस्याएं बढ़ गई हैं। ऐसे लोगों में ब्रेन स्ट्रोक व दिल का दौरा पड़ने की आशंका सबसे ज्यादा होती है। मौसम सर्द होने व प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर ऐसे लोगों में रक्तचाप का स्तर बढ़ जाता है। लंबे समय तक ऐसी स्थिति अचानक ब्रेन स्ट्रोक व दिल का दौरा दे सकता है।
विशेषज्ञों की माने तो इन दिनों प्रदूषण समस्याओं को दोगुना कर देता है। खासकर बुजुर्ग, उच्च रक्तचाप के मरीज, पहले से दिल का दौरा या ब्रेन स्ट्रोक झेल चुके रोगी, अनियंत्रित मधुमेह, धूम्रपान करने वाले, मोटापा से परेशान लोगों की समस्या काफी बढ़ जाती है। ऐसा देखा गया है कि गर्मी में रक्तचाप सामान्य होने पर लोग दवा लेना बंद कर देते हैं। मौसम ठंडा होने के साथ ही रक्तचाप की समस्या धीरे-धीरे बढ़ने लगती है।
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में न्यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर आशीष दुग्गल ने कहा कि इन दिनों अस्पताल में ब्रेन स्ट्रोक के मामले दोगुने आते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों को पहले से सतर्क रहना चाहिए ताकि समस्याएं गंभीर न हो।
खासी से लोग परेशान
प्रदूषण के कारण लोग अनियमित खासी से परेशान हो रहे हैं। कई बार खासी शुरू होने के बाद 20 से 25 मिनट तक लोग खास कर परेशान होते रहते हैं। डॉक्टरों की माने तो प्रदूषण से गले में सूखा पन बनता है जिससे समस्या बढ़ती है। इसके अलावा आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत भी लोगों को परेशान कर रही है।
घर भी सुरक्षित नहीं
हॉटस्पॉट क्षेत्र में घर के अंदर बुजुर्ग, बच्चे, गर्भवती भी सुरक्षित नहीं है। शाम के समय हॉटस्पॉट क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर 400 को पार कर रहा है। ऐसे में घर के अंदर भी स्थिति बेहद खराब हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।