हैवानियतः छह दरिंदों ने नाबालिग से किया गैंगरेप
हमारे यहां दरिंदों की दरिंदगी के किस्से जैसे आम हो गए हैं। लेकिन इन छह दरिंदों ने तो दरिंदगी की सारी हदें पार कर दीं। इनका शिकार बनी है एक नाबालिग लड़की, जो छह दिनों तक इनकी हैवानियत सहती रही।
इन हैवानों को एक बार भी उस मासूम की कम उम्र पर दया नहीं आई। वे बारी-बारी से लगातार छह दिनों तक मासूम का बदन नोंचते रहे।
हम इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि उस मासूम पर तब क्या बीतती रही होगी, जब चलती कार में छह-छह लोग उसका बदन नोंच रहे थे।
कार में बंधक बनाकर करते रहे दरिंदगी
30 अप्रैल को रात के समय एक नाबालिग लड़की कॉपी खरीदने के लिए घर से निकली थी।
इसी बीच सफेद रंग की कार सवार नकाबपोश लोगों ने नशीला पदार्थ सुंघाकर उसे जबरन कार में अगवा कर लिया। जब होश आया तो उसे दिल्ली की सड़कों पर कार में घुमाया जा रहा था।
कार सवार लोगों ने उससे बारी-बारी से दुष्कर्म किया। आरोपी उसे छह दिनों तक उसे कार में बंधक बनाए रख वारदात को अंजाम देते रहे।
कैसे दरिंदों के चंगुल छूटी नाबालिग?
आरोपियों ने लड़की को एक कार में बंधक बना रखा था उससे हैवानियत कर रहे थे। इस दौरान वह बार-बार लड़की को नशीली दवा सुंघा दे रहे थे।
जब उसे होश आता तो वह या तो सड़कों पर घूम रही होती थी, या फिर किसी हैवान के चंगुल में फंसी रहती थी। ऐसी में उसकी हालत अधमरी जैसी हो गई थी।
छह दिन बीत जाने के बाद हैवानों को लगा कि अब लड़की में इतनी जान नहीं बची कि वह खुद से भाग पाए, इसलिए उन्होंने लड़की को नशीली दवा सुंघाना बंद कर दिया। इसी का फायदा उठाकर मंगलवार रात लड़की उनके चंगुल से निकल गई।
दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके का है मामला
दिल्ली गोकलपुरी इलाके में 15 साल की किशोरी को कार से अगवा कर ले जाने और उससे गैंगरेप का मामला तब सामने आया जब वह छह दिनों बाद किसी तरह से हैवानों के चंगुल से मुक्त हुई।
पीड़िता शबनम (15) (बदला हुआ नाम) सातवीं कक्षा की छात्रा है। मंगलवार को वह शहदरा इलाके से बदमाशों की कैद से भाग निकली और परिजनों को सूचना दी।
परिजनों ने पुलिस में अपने मकान मालिक नसीम (40) उसके दोस्त इरशाद (38) और नसीम के नाबालिग बेटे समेत छह लोगों के खिलाफ इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तीन को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी की तलाश की जा रही है।