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दिल्ली धमाके में खुलासा: एआई से बने वीडियो दिखाकर बरगलाते हैं हैंडलर, सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल पर बड़ा खुलासा
अमर उजाला नेटवर्क, दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Mon, 24 Nov 2025 03:02 AM IST
सार
सीमा पार से सक्रिय आतंक के आकाओं का नेटवर्क उन्हें सोशल मीडिया मंच के जरिये कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहा था।
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दिल्ली में धमाके का मुख्य आरोपी डॉ. उमर।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
दिल्ली धमाके की जांच में खुलासा हुआ है कि सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल में शामिल डॉक्टरों के दिमाग में जिहाद का जहर भरने का काम 2019 से ही चल रहा था। सीमा पार से सक्रिय आतंक के आकाओं का यह नेटवर्क उन्हें सोशल मीडिया मंच के जरिये कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहा था।
जांचकर्ताओं ने बताया कि पाकिस्तान और दुनिया के अन्य हिस्सों में बैठे आतंकी आका उच्च शिक्षित पेशेवरों को डिजिटल माध्यमों का सहारा लेकर आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि मॉड्यूल से जुड़े डॉ. मुजम्मिल गनई, डॉ. अदील राथर, डॉ. मुजफ्फर राथर और डॉ. उमर नबी से शुरू में सीमा पार के आकाओं ने फेसबुक और एक्स जैसे मंचों पर संपर्क साधा था। बाद में इन्हें टेलीग्राम पर निजी ग्रुप में जोड़ा और यहीं से उन्हें बरगलाना शुरू किया गया। इस मॉड्यूल के मुख्य हैंडलर उकासा, फैजान और हाशमी हैं। ये तीनों विदश से गतिविधियां चला रहे थे।
पुलिस का जांच अभियान जारी
हाई अलर्ट के बाद से ही फरीदाबाद में निरंतर कांबिंग अभियान जारी है। इसके अंतर्गत फरीदाबाद पुलिस द्वारा थाना स्तर पर धार्मिक स्थल, किरायेदार, पुरानी कार खरीदने बेचने वालों, होटल, साइबर कैफे, सिम खरीदने बेचने वालों आदि पर जांच की जा रही है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रविवार को थाना डबुआ, बीपीटीपी, खेड़ी पुल, थाना आदर्श नगर व एसडीएम नगर क्षेत्र के अंतर्गत स्थानीय पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की गई। इस दौरान थाना डबुआ की टीम ने अभिषेक कुमार निवासी गांव दिगवा दिगोली जिला भोपाल गंज हाल डबुआ कालोनी के पास अवैध 48 पव्वे देशी शराब व एक अन्य शेखर निवासी डबुआ कॉलोनी के पास 7 बोतल व 32 पव्वा अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
एआई से बने वीडियो दिखाकर बरगलाते हैं हैंडलर
वर्ष 2018 के बाद से आतंकी समूहों ने रणनीतिक स्तर पर बदलाव किया है। ये समूह डिजिटल मंचों के जरिये लोगों की भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, भर्ती के इच्छुक लोगों को टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप पर निजी ग्रुप में जोड़ा जाता है। फिर उन्हें एआई से बनी वीडियो सामग्री दिखाकर बरगलाया जाता है।
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जांचकर्ताओं ने बताया कि पाकिस्तान और दुनिया के अन्य हिस्सों में बैठे आतंकी आका उच्च शिक्षित पेशेवरों को डिजिटल माध्यमों का सहारा लेकर आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि मॉड्यूल से जुड़े डॉ. मुजम्मिल गनई, डॉ. अदील राथर, डॉ. मुजफ्फर राथर और डॉ. उमर नबी से शुरू में सीमा पार के आकाओं ने फेसबुक और एक्स जैसे मंचों पर संपर्क साधा था। बाद में इन्हें टेलीग्राम पर निजी ग्रुप में जोड़ा और यहीं से उन्हें बरगलाना शुरू किया गया। इस मॉड्यूल के मुख्य हैंडलर उकासा, फैजान और हाशमी हैं। ये तीनों विदश से गतिविधियां चला रहे थे।
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पुलिस का जांच अभियान जारी
हाई अलर्ट के बाद से ही फरीदाबाद में निरंतर कांबिंग अभियान जारी है। इसके अंतर्गत फरीदाबाद पुलिस द्वारा थाना स्तर पर धार्मिक स्थल, किरायेदार, पुरानी कार खरीदने बेचने वालों, होटल, साइबर कैफे, सिम खरीदने बेचने वालों आदि पर जांच की जा रही है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रविवार को थाना डबुआ, बीपीटीपी, खेड़ी पुल, थाना आदर्श नगर व एसडीएम नगर क्षेत्र के अंतर्गत स्थानीय पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की गई। इस दौरान थाना डबुआ की टीम ने अभिषेक कुमार निवासी गांव दिगवा दिगोली जिला भोपाल गंज हाल डबुआ कालोनी के पास अवैध 48 पव्वे देशी शराब व एक अन्य शेखर निवासी डबुआ कॉलोनी के पास 7 बोतल व 32 पव्वा अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
एआई से बने वीडियो दिखाकर बरगलाते हैं हैंडलर
वर्ष 2018 के बाद से आतंकी समूहों ने रणनीतिक स्तर पर बदलाव किया है। ये समूह डिजिटल मंचों के जरिये लोगों की भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, भर्ती के इच्छुक लोगों को टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप पर निजी ग्रुप में जोड़ा जाता है। फिर उन्हें एआई से बनी वीडियो सामग्री दिखाकर बरगलाया जाता है।