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Faridabad News: पॉक्सो व मानव तस्करी के मामले में आरोपी को दी राहत
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(अदालत से)
माई सिटी रिपोर्टर
ग्रेटर नोएडा। नाबालिग की खरीद–फरोख्त, मानव तस्करी और दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले में आरोपी गणेश उर्फ राजेश को न्यायालय ने राहत दी है। आरोपी पहले भी इसी प्रकरण में जमानत पर था। बीमारी के कारण कोर्ट में उपस्थित न हो पाने की स्थिति में उसके विरुद्ध जारी गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) के जारी होने पर उसे दोबारा जेल भेजा गया था।
वर्ष 2017 में वादिनी सीमा ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी चार नाबालिग बेटियों को पड़ोस में रहने वाले अरविन्द, पवन और उनके परिवार वालों ने बहला–फुसलाकर अपनी कस्टडी में ले लिया था। वादिनी किसी पारिवारिक कारण से गांव गयी थी और इसी दौरान उसकी बेटियों को आरोपियों ने शादी कराने का झांसा देकर गायब कर दिया। महिला के लौटने पर तीन बेटियां घर पर नहीं मिलीं थी। पड़ोसियों से पूछताछ और आरोपियों के बार–बार टालने से शक गहराया और बाद में मामला मानव तस्करी, अपहरण व यौन उत्पीड़न के रूप में सामने आया। तीन पीड़िताओं ने चौंकाने वाले खुलासे किए थे। एक पीड़िता ने कहा था कि उसे आरोपियों ने कार से हरियाणा ले जाकर आरोपी गणेश को 3 लाख 60 हजार रुपये में बेच दिया था। गणेश उसे पत्नी बनाकर रखता था और उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए थे। इस मामले में आरोपी को जेल भेजा गया था। वह जमानत पर बाद में बाहर आया था।
आरोपी को हाल ही में 6 नवंबर 2025 को एनबीडब्ल्यू के बाद गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। आरोपी के अधिवक्ता ने कहा कि आरोपी लंबे समय से बीमार था। उसे सीने में तेज दर्द रहता था। इसी कारण वह कोर्ट में निर्धारित तारीख पर पेश नहीं हो सका। बीमारी के चलते वह अपने वकील को भी सूचित नहीं कर पाया। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद जमानत दी है।
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माई सिटी रिपोर्टर
ग्रेटर नोएडा। नाबालिग की खरीद–फरोख्त, मानव तस्करी और दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले में आरोपी गणेश उर्फ राजेश को न्यायालय ने राहत दी है। आरोपी पहले भी इसी प्रकरण में जमानत पर था। बीमारी के कारण कोर्ट में उपस्थित न हो पाने की स्थिति में उसके विरुद्ध जारी गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) के जारी होने पर उसे दोबारा जेल भेजा गया था।
वर्ष 2017 में वादिनी सीमा ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी चार नाबालिग बेटियों को पड़ोस में रहने वाले अरविन्द, पवन और उनके परिवार वालों ने बहला–फुसलाकर अपनी कस्टडी में ले लिया था। वादिनी किसी पारिवारिक कारण से गांव गयी थी और इसी दौरान उसकी बेटियों को आरोपियों ने शादी कराने का झांसा देकर गायब कर दिया। महिला के लौटने पर तीन बेटियां घर पर नहीं मिलीं थी। पड़ोसियों से पूछताछ और आरोपियों के बार–बार टालने से शक गहराया और बाद में मामला मानव तस्करी, अपहरण व यौन उत्पीड़न के रूप में सामने आया। तीन पीड़िताओं ने चौंकाने वाले खुलासे किए थे। एक पीड़िता ने कहा था कि उसे आरोपियों ने कार से हरियाणा ले जाकर आरोपी गणेश को 3 लाख 60 हजार रुपये में बेच दिया था। गणेश उसे पत्नी बनाकर रखता था और उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए थे। इस मामले में आरोपी को जेल भेजा गया था। वह जमानत पर बाद में बाहर आया था।
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आरोपी को हाल ही में 6 नवंबर 2025 को एनबीडब्ल्यू के बाद गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। आरोपी के अधिवक्ता ने कहा कि आरोपी लंबे समय से बीमार था। उसे सीने में तेज दर्द रहता था। इसी कारण वह कोर्ट में निर्धारित तारीख पर पेश नहीं हो सका। बीमारी के चलते वह अपने वकील को भी सूचित नहीं कर पाया। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद जमानत दी है।