Eastern Periferal: ईस्टर्न पेरिफेरल के किनारे बनेगा रिंग रेलवे ट्रैक, बढ़ती आबादी को देखकर बनाई जा रही योजना
गाजियाबाद में यह ट्रैक मसूरी के पास से होकर गुजारने की योजना है। करीब 100 किलोमीटर लंबे ईपीई (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे) रिंग रोड के पास रिंग रेल ट्रैक बन जाने से इसके आसपास बसे शहरों में विकास की रफ्तार बढ़ेगी।
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ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पास रिंग रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा। यह ट्रैक पेरिफेरल से दो से ढाई किलोमीटर की दूरी पर समानांतर बनाया जाएगा। आने वाले 20 वर्षों में बढ़ने वाली आबादी को ध्यान में रखकर योजना का खाका खींचा गया है। नेशनल कैपिटल रीजन प्लानिंग बोर्ड ने मास्टर प्लान-2041 में ट्रैक निर्माण के प्रस्ताव को शामिल कर लिया है। अब सितंबर में होने वाली बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को रीजनल प्लान में शामिल किए जाने पर चर्चा होगी।
गाजियाबाद में यह ट्रैक मसूरी के पास से होकर गुजारने की योजना है। करीब 100 किलोमीटर लंबे ईपीई (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे) रिंग रोड के पास रिंग रेल ट्रैक बन जाने से इसके आसपास बसे शहरों में विकास की रफ्तार बढ़ेगी। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के रीजनल प्लान-2041 में अनुमान जताया गया है कि 20 साल में दिल्ली, एनसीआर की आबादी बढ़कर करीब 11 करोड़ हो जाएगी। आबादी के साथ ही यातायात, रोड, बिजली, आवास, उद्योग सभी को व्यवस्थित करने के लिए महायोजना 2041 पर काम किया जा रहा है।
एनसीआर प्लानिंग बोर्ड उत्तर प्रदेश की ओर से चीफ कोऑर्डिनेटर प्लानर सतीश चंद्र गौड़ का कहना है कि रिंग रेलवे ट्रैक और आर्बिटल रेल नेटवर्क को विकसित करने के प्रस्ताव को अब सब रीजनल प्लान में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है। जनवरी में बोर्ड की बैठक होनी थी जो किन्हीं कारणों से नहीं हो सकी। सितंबर के पहले सप्ताह में बोर्ड की बैठक होने की उम्मीद है। सब रीजनल प्लान में शामिल होने के बाद प्रोजेक्ट पर आगे की प्रक्रिया को अपनाया जाएगा।
प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद बनेगी डीपीआर
अधिकारी सिंतबर में बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पर मुहर लगने की उम्मीद जता रहे हैं। प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद नामित कंपनी की ओर से योजना पर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। इसी साल दिसंबर से प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाने की उम्मीद है।
इन जिलों के लोगों को होगा फायदा
आर्बिटल रेल नेटवर्क के तहत रिंग रेलवे ट्रैक फरीदाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, गाजियाबाद, बागपत की सीमा से ईपीए के किनारे बनेगा। इससे लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिल सकेगी।
दस हजार से अधिक आबादी पर स्टेशन बनाने की योजना
दिल्ली-एनसीआर में आर्बिटल रेल नेटवर्क तैयार करने के साथ स्टेशनों के निर्माण के लिए भी मानक तय किए गए हैं। दस हजार की आबादी वाले इलाके में रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। सभी जगहों पर ऑटोमेटिक क्रासिंग बनाई जाएगी।
ट्रैक किनारे होगी 30 मीटर की ग्रीन बेल्ट
रेलवे ट्रैक किनारे 30 मीटर की ग्रीन बेल्ट विकसित करने का भी प्रस्ताव किया गया है। ग्रीन बेल्ट में छायादार और सजावटी पौधे लगाए जाएंगे। पौधों की देखरेख रेलवे के जिम्मे रहेगी।