UP Police Paper Leak: STF के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, यहां बैठकर 900 अभ्यर्थियों ने लीक पेपर किया था हल
UP Police Bharti Paper Leak: यूपी में पुलिस भर्ती का पर्चा लीक हुआ था। जिसे हल करने के लिए करीब 900 युवकों ने आईएमटी मानेसर थाना क्षेत्र में स्थित नेचर वैली रिजोर्ट में पहुंचे थे। इस मामले में मेरठ से आई 11 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को रिजोर्ट में बुलाकर उसके मालिक सतीश धनकड़ को गिरफ्तार किया है।
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जिस रिजोर्ट में बैठकर अभ्यर्थियों ने लीक पेपर हल किया था। उस रिजोर्ट के मालिक सतीश धनकड़ को एसटीएफ मेरठ की टीम ने गुरुवार की रात को गिरफ्तार किया है। उसके परिजनों ने एसटीएफ पर आरोप लगाया है कि जब रिजोर्ट उन्होंने चलाने के लिए करार के तहत मैनेजर को दे रखा है। तो उसे किस आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
यूपी में पुलिस भर्ती का पर्चा लीक हुआ था। जिसे हल करने के लिए करीब 900 युवकों ने आईएमटी मानेसर थाना क्षेत्र में स्थित नेचर वैली रिजोर्ट में पहुंचे थे। इस मामले में मेरठ से आई 11 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को रिजोर्ट में बुलाकर उसके मालिक सतीश धनकड़ को गिरफ्तार किया है। उसे ले जाने से पहले पुलिस टीम ने थाने में उसकी रवानगी दर्ज कराई है।
रिजोर्ट के संचालक की पत्नी सरोज का कहना है कि उनके पति सामाजिक हैं। वह डाना गांव के सरपंच रह चुके हैं। जिस मामले में उनको गिरफ्तार किया गया है। उससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। उनका गुनाह इतना है कि वह कागजों में रिजोर्ट के असली मालिक हैं। एसटीएफ उनको जानबूझ कर परेशान कर रही है।
इस मामले 70 लाख रुपये का घोटाला बताया जा रहा है। इतने बड़े घोटाले में चाय पानी का 90 हजार रुपये का भुगतान ऑनलाइन हुआ है। उनके पति इस मामले में लिप्त हैं ऐसा एक भी साक्ष्य एसटीएफ के पास नहीं है। एफआईआर में नाम होने के कारण उनको गिरफ्तार किया गया है। जबकि रिजोर्ट की देखभाल व उसे चलाने का 11 माह का करार उनके मैनेजर आदित्य पांडे के नाम पर है। करार का 9 माह पूरा भी हो चुका है। दो माह अब भी करार होने में बाकी है। उनको अदालत पर पूरा भरोसा है। वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे थे। जांच में जल्द ही उनकी संलिप्ता का खुलासा हो जाएगा।
15 की रात से आने लगे थे अभ्यर्थी
एसटीएफ की छानबीन में पता चला है कि पेपर लीक में शामिल अभ्यर्थियों से सात लाख रुपये लिए गए थे। वहां पर एकत्रित होने वालों की संख्या 900 से अधिक बताई जा रही है। आने वालों को पार्क में रोका जा रहा था। 16 की शाम तक सब चले गए थे। एसटीएफ नकल माफियाओं के 10 घोटाले को 70 लाख रुपये का घोटाला मान रही है। आरोपियों ने ऑनलाइन 90 हजार रुपये चाय का भुगतान किया है।
रिजोर्ट के बगल में संचालक का है खेत
एसटीएफ को छानबीन के दौरान पता चला है कि जिस रिजोर्ट को संचालक ने चलाने के लिए केयर टेकर को दिया है। उसी के बगल में उसका खेत है। अपने रिजोर्ट में वह खेत आते-जाते समय आता रहता है। जिस समय गिरफ्तारी हुई वह उस दौरान भी खेत में था। पुलिस उसे बुलाकर रिजोर्ट लाई । जहां से गिरफ्तार कर उसे यूपी के मेरठ ले गई।
एसटीएफ मेरठ की टीम पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच कर रही है। टीम ने गुरुवार की शाम को रिजोर्ट संचालक को साथ लेकर गई थी। जिसकी सूचना आईएमटी थाने में पुलिस में उनकी ओर से दर्ज कराया गया है। - सुरेन्द्र कुमार, एसीपी मोनसर, गुरुग्राम।
भीड़ के साथ कैमरे में कैद है संचालक
एसटीएफ की छानबीन में पता चला कि बच्चों की भीड़ में संचालक सतीश धनकड़ की फोटो कैमरे में कैद है।