दिल्ली: प्रियंका से अभद्रता के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, हिरासत में लिए गए कई कार्यकर्ता
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ शनिवार को लखनऊ में कथित अभद्रता के खिलाफ रविवार को यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए। विरोध दर्ज कराने यूपी भवन जा रहे 20 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने करीब 200 मीटर पहले रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता केंद्र और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतले को आग के हवाले करने लगे। पुतलों को पुलिस वर्दी और साड़ी पहनाकर विरोध दर्ज करा रहे प्रदर्शनकारी नहीं रुके तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर बसों में बैठाना शुरू कर दिया। साड़ी, चूड़ियां और पार्टी के झंडे लेकर प्रदर्शनकारियों ने यूपी पुलिस और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास सहित महिला युवा कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद सभी को बसों में बैठाकर मंदिर मार्ग और कनॉट प्लेस थाने ले जाया गया। वहां विरोध दर्ज कराते हुए प्रदर्शनकारी सड़क पर गिर गए, लेकिन उन्हें उठाकर बसों में बैठाया गया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए करीब साढ़े 12 बजे ही भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।
यूपी भवन के बाहर बैरिकेड लगाए गए थे और वहां धारा-144 लगी होने की हिदायत भी कांग्रेसियों को पहले ही दे दी गई थी, लेकिन विरोध तेज हुआ तो असम भवन के पास से ही कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर बसों में बैठाना शुरू कर दिया। हालांकि, इस दौरान आसपास घूम रहे आम लोग भी चपेट में आ गए।
सीएम के चित्र पर जूता-चप्पलों की माला
राष्ट्रीय युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चित्र पर जूते-चप्पलों की माला भी पहना रखी थी। पुलिस की वर्दी में यूपी के सीएम के पुतले को लेकर भी रोष जाहिर किया। नारेबाजी करते हुए कहा कि तानाशाही रवैया नहीं चलेगा। हिरासत में लिए जाने के बाद भी युवा कांग्रेसियों के विरोध के स्वर थमे नहीं।
शाहदरा जाते युवक को भी हिरासत में लिया
प्रदर्शन के दौरान एक युवक ऋतिक को भी पुलिस ने बस में बैठा लिया। उसे रोता हुआ देख जब रिपोर्टर ने कारण पूछा तो पुलिस कर्मियों ने उसे बस से बाहर निकाला। युवक ने बताया कि वह किसी काम से शाहदरा जा रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले लिया।