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Noida News: चक्काजाम से बाजार सूने, थम गए ई-रिक्शा, ऑटो व विक्रम के पहिये
संवाद न्यूज एजेंसी, नोएडा
Updated Thu, 30 Oct 2025 02:04 AM IST
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इंद्रमणी बडोनी चौक पर इस तरह अपना सामान लेकर जाते लोग।संवाद
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परिवहन महासंघ के आह्वान पर बुलाए गए चक्काजाम से ऋषिकेश के बाजार सूने हो गए और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा, जिससे आम जनता, विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर में ई-रिक्शा, ऑटो, विक्रमों का संचालन ठप रहा। रोडवेज की बसों का संचालन होने से लोगों को कुछ राहत मिली।
ऋषिकेश एआरटीओ कार्यालय में वाहनों की मैन्युअल फिटनेस शुरू करने, एआरटीओ कार्यालय में बने ऑटोमेटिव वाहन फिटनेस सेंटर में मशीन लगवाने, ट्रांसपोर्टरों को आर्थिक सहायता देने, टैक्स कम करने, आपदा में अधिगृहित होने वाले वाहनों का किराया बढ़ाने आदि मांगों को लेकर परिवहन महासंघ के आह्वान पर एक दिन का चक्का जाम आयोजित किया गया था।
बुधवार सुबह सात बजे से ही ट्रांसपोर्टर इंद्रमणि बडोनी चौक पर खड़े होकर व्यावसायिक वाहनों को रोककर वापस भेज रहे थे।इस दौरान कई बार व्यावसायिक वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टरों के मध्य तीखी नोकझोंक हुई। पर्वतीय क्षेत्रों में बसों, टैक्सियों का संचालन ठप होने से कई लोगों ने अपने दोपहिया वाहनाें से आगे का सफर तय किया।
प्राइवेट कारों का संचालन होने से कुछ कार चालक सवारियां ढोते रहे, ऐसी कारों को रोककर वापस लौटाया गया। ई-रिक्शा, विक्रम, ऑटो का संचालन ठप होने से लोग पैदल ही आईएसबीटी की ओर जाते दिखे। शहर की सड़कों पर मोटरसाइकिल और कार ही दिख रही थी।
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टिहरी जा रही रोडवेज बस इंद्रमणि चौक से लौटी
टिहरी और उत्तरकाशी रूट की प्राइवेट बसों का संचालन बंद होने से रोडवेज बस अड्डे और इंद्रमणि बडोनी चौक पर चंबा, टिहरी, नरेंद्रनगर, उत्तरकाशी जाने वाले यात्रियाें की भीड़ एकत्रित हो गई। पुलिस और एआरटीओ ने रोडवेज प्रशासन से टिहरी, उत्तरकाशी रूट पर अतिरिक्त रोडवेज बस भेजने की मांग की। रोडवेज डिपो की ओर से देहरादून ऋषिकेश के मध्य संचालित होने वाली अनुबंधित रोडवेज बस टिहरी रूट पर भेजा गया। जैसे ही यह बस सवारी लेकर इंद्रमणि बडोनी चौक पर पहुंची तो ट्रांसपोर्टरों ने रोक दिया। ट्रांसपोर्टरों ने बस का टिहरी रूट का परमिट न होने का हवाला देकर काफी देर तक रोककर रखा। ज्यादा विरोध होता देख परिचालक ने रोडवेज अधिकारियों से बात की। उसके बाद सभी सवारियों को इंद्रमणि बडोनी चौक पर उतार बस वापस रोडवेज बस अड्डे पर आ गई।
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श्रीनगर की बस का इंतजार करते रहे यात्री
पर्वतीय क्षेत्रों में जाने वाली बसों, टैक्सियों का संचालन ठप होने से श्रीनगर, देवप्रयाग, पौड़ी जाने वाले यात्री रोडवेज बस अड्डे पर बसों का इंतजार करते रहे। जो भी बस श्रीनगर के लिए आती यात्री उसी बस के पीछे दौड़ रहे थे। सुबह से शाम तक यह सिलसिला जारी रहा।
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यात्री रहे परेशान
दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान से बदरीनाथ की यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों के वाहनों को रोकने पर कई तीर्थयात्री ट्रांसपोर्टरों के साथ बहस करते नजर आए। कुछ तीर्थयात्री अपने वाहनों को वापस देहरादून, हरिद्वार ले जाने में ही भलाई समझी। वहीं, कई यात्रियों ने अपने वाहन सड़क किनारे पार्क कर रोड खुलने इंतजार किया।
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पर्यटकाें की बसों को लौटाया
दमन द्वीप, राजस्थान के नंबर पर पंजीकृत बसों को लौटाया गया। बस चालकों ने कहा कि उन्हें ऋषिकेश और पर्वतीय जिलों में चक्काजाम की खबर नहीं थी। कई चालक मसूरी और चकराता से बदरीनाथ जा रहे जा रहे थे। पर्यटकों की टैक्सियों को भी रोक दिया गया।
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कोट-
परिवहन महासंघ के आह्वान पर आयोजित चक्काजाम सफल रहा। चक्काजाम को सफल बनाने के लिए सभी ट्रांसपोर्टरों ने सहयोग किया। सभी 35 से अधिक परिवहन कंपनियों ने भी साथ दिया। उम्मीद है कि परिवहन विभाग हमारी मांगे मानेगा। ऋषिकेश एआरटीओ कार्यालय में वाहनों की फिटनेस का काम शुरू होगा। - सुधीर राय रावत, अध्यक्ष परिवहन महासंघ
ऋषिकेश एआरटीओ कार्यालय में वाहनों की मैन्युअल फिटनेस शुरू करने, एआरटीओ कार्यालय में बने ऑटोमेटिव वाहन फिटनेस सेंटर में मशीन लगवाने, ट्रांसपोर्टरों को आर्थिक सहायता देने, टैक्स कम करने, आपदा में अधिगृहित होने वाले वाहनों का किराया बढ़ाने आदि मांगों को लेकर परिवहन महासंघ के आह्वान पर एक दिन का चक्का जाम आयोजित किया गया था।
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बुधवार सुबह सात बजे से ही ट्रांसपोर्टर इंद्रमणि बडोनी चौक पर खड़े होकर व्यावसायिक वाहनों को रोककर वापस भेज रहे थे।इस दौरान कई बार व्यावसायिक वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टरों के मध्य तीखी नोकझोंक हुई। पर्वतीय क्षेत्रों में बसों, टैक्सियों का संचालन ठप होने से कई लोगों ने अपने दोपहिया वाहनाें से आगे का सफर तय किया।
प्राइवेट कारों का संचालन होने से कुछ कार चालक सवारियां ढोते रहे, ऐसी कारों को रोककर वापस लौटाया गया। ई-रिक्शा, विक्रम, ऑटो का संचालन ठप होने से लोग पैदल ही आईएसबीटी की ओर जाते दिखे। शहर की सड़कों पर मोटरसाइकिल और कार ही दिख रही थी।
टिहरी जा रही रोडवेज बस इंद्रमणि चौक से लौटी
टिहरी और उत्तरकाशी रूट की प्राइवेट बसों का संचालन बंद होने से रोडवेज बस अड्डे और इंद्रमणि बडोनी चौक पर चंबा, टिहरी, नरेंद्रनगर, उत्तरकाशी जाने वाले यात्रियाें की भीड़ एकत्रित हो गई। पुलिस और एआरटीओ ने रोडवेज प्रशासन से टिहरी, उत्तरकाशी रूट पर अतिरिक्त रोडवेज बस भेजने की मांग की। रोडवेज डिपो की ओर से देहरादून ऋषिकेश के मध्य संचालित होने वाली अनुबंधित रोडवेज बस टिहरी रूट पर भेजा गया। जैसे ही यह बस सवारी लेकर इंद्रमणि बडोनी चौक पर पहुंची तो ट्रांसपोर्टरों ने रोक दिया। ट्रांसपोर्टरों ने बस का टिहरी रूट का परमिट न होने का हवाला देकर काफी देर तक रोककर रखा। ज्यादा विरोध होता देख परिचालक ने रोडवेज अधिकारियों से बात की। उसके बाद सभी सवारियों को इंद्रमणि बडोनी चौक पर उतार बस वापस रोडवेज बस अड्डे पर आ गई।
श्रीनगर की बस का इंतजार करते रहे यात्री
पर्वतीय क्षेत्रों में जाने वाली बसों, टैक्सियों का संचालन ठप होने से श्रीनगर, देवप्रयाग, पौड़ी जाने वाले यात्री रोडवेज बस अड्डे पर बसों का इंतजार करते रहे। जो भी बस श्रीनगर के लिए आती यात्री उसी बस के पीछे दौड़ रहे थे। सुबह से शाम तक यह सिलसिला जारी रहा।
यात्री रहे परेशान
दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान से बदरीनाथ की यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों के वाहनों को रोकने पर कई तीर्थयात्री ट्रांसपोर्टरों के साथ बहस करते नजर आए। कुछ तीर्थयात्री अपने वाहनों को वापस देहरादून, हरिद्वार ले जाने में ही भलाई समझी। वहीं, कई यात्रियों ने अपने वाहन सड़क किनारे पार्क कर रोड खुलने इंतजार किया।
पर्यटकाें की बसों को लौटाया
दमन द्वीप, राजस्थान के नंबर पर पंजीकृत बसों को लौटाया गया। बस चालकों ने कहा कि उन्हें ऋषिकेश और पर्वतीय जिलों में चक्काजाम की खबर नहीं थी। कई चालक मसूरी और चकराता से बदरीनाथ जा रहे जा रहे थे। पर्यटकों की टैक्सियों को भी रोक दिया गया।
कोट-
परिवहन महासंघ के आह्वान पर आयोजित चक्काजाम सफल रहा। चक्काजाम को सफल बनाने के लिए सभी ट्रांसपोर्टरों ने सहयोग किया। सभी 35 से अधिक परिवहन कंपनियों ने भी साथ दिया। उम्मीद है कि परिवहन विभाग हमारी मांगे मानेगा। ऋषिकेश एआरटीओ कार्यालय में वाहनों की फिटनेस का काम शुरू होगा। - सुधीर राय रावत, अध्यक्ष परिवहन महासंघ