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Noida News: शिक्षा के प्रति ट्रांसजेंडर भी हो रहे जागरूक, एनआईओएस में बढ़े दाखिले
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एनआईओएस में पिछले तीन साल में 10वीं और 12वीं में प्रवेश हुए तीन गुना
नेहा शर्मा
नोएडा। देशभर में ट्रांसजेंडर समुदाय की पढ़ाई में रुचि बढ़ रही है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) में पिछले तीन वर्षों में 10वीं और 12वीं में दाखिला लेने वाले ट्रांसजेंडर का आंकड़ा करीब तीन गुना बढ़ा है।
पहले जहां समुदाय में शिक्षा से दूरी बनाए रखने की प्रवृत्ति थी, वहीं अब आत्मनिर्भर बनने और समाज में अपनी पहचान मजबूत करने की चाह से ट्रांसजेंडर समुदाय में पढ़ाई की ओर रुझान तेजी से बढ़ा है। संस्थान का कहना है कि यह बदलाव नई सोच और सकारात्मक दिशा को दर्शाता है।
2022 से 2024 के बीच में ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों का शिक्षा के प्रति रुझान तेजी से बढ़ा है। 10वीं कक्षा में 2022 में 54 अभ्यर्थियों ने दाखिला लिया था। 2024 में यह संख्या बढ़कर 142 हो गई। यानी दो वर्षों में 10वीं में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है। 2022 में 76 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों ने 12वीं में दाखिला लिया था जबकि 2024 में 193। 10वीं की तुलना में 12वीं में ज्यादा दाखिले हुए।
ओपन स्कूल को दे रहे महत्व
ट्रांसजेंडर अभ्यर्थी स्कूल जाने में हिचकिचाते हैं क्योंकि उन्हें अक्सर भेदभाव और असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वे ओपन स्कूल का चुनाव कर रहे हैं।
जिले में 2 हजार से ज्यादा ट्रांसजेंडर
बसेरा सामाजिक संस्थान की सदस्य रामकली ने बताया कि जिले में दो हजार से ज्यादा ट्रांसजेंडर हैं। हम इन लोगों के दाखिले भी कराते हैं ताकि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। उनकी नौकरियां भी लगवाई गई हैं। अब वे आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़े हैं।
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आंकड़ा
10वीं में ट्रांसजेंडर
2022-54
2023-60
2024-142
12 वीं में ट्रांसजेंडर
2022-76
2023-147
2024-193
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ट्रांसजेंडर वर्ग में भी दाखिले बढ़े हैं। यह सकारात्मक है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान सभी के लिए शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराता है। यहां शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है जिससे कोई भी व्यक्ति चाहे वह वयस्क हो वरिष्ठ नागरिक, गृहिणी या श्रमिक अपनी अधूरी शिक्षा पूरी कर सकता है। -प्रोफेसर अखिलेश मिश्र, अध्यक्ष, एनआईओएस
नेहा शर्मा
नोएडा। देशभर में ट्रांसजेंडर समुदाय की पढ़ाई में रुचि बढ़ रही है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) में पिछले तीन वर्षों में 10वीं और 12वीं में दाखिला लेने वाले ट्रांसजेंडर का आंकड़ा करीब तीन गुना बढ़ा है।
पहले जहां समुदाय में शिक्षा से दूरी बनाए रखने की प्रवृत्ति थी, वहीं अब आत्मनिर्भर बनने और समाज में अपनी पहचान मजबूत करने की चाह से ट्रांसजेंडर समुदाय में पढ़ाई की ओर रुझान तेजी से बढ़ा है। संस्थान का कहना है कि यह बदलाव नई सोच और सकारात्मक दिशा को दर्शाता है।
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2022 से 2024 के बीच में ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों का शिक्षा के प्रति रुझान तेजी से बढ़ा है। 10वीं कक्षा में 2022 में 54 अभ्यर्थियों ने दाखिला लिया था। 2024 में यह संख्या बढ़कर 142 हो गई। यानी दो वर्षों में 10वीं में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है। 2022 में 76 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों ने 12वीं में दाखिला लिया था जबकि 2024 में 193। 10वीं की तुलना में 12वीं में ज्यादा दाखिले हुए।
ओपन स्कूल को दे रहे महत्व
ट्रांसजेंडर अभ्यर्थी स्कूल जाने में हिचकिचाते हैं क्योंकि उन्हें अक्सर भेदभाव और असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वे ओपन स्कूल का चुनाव कर रहे हैं।
जिले में 2 हजार से ज्यादा ट्रांसजेंडर
बसेरा सामाजिक संस्थान की सदस्य रामकली ने बताया कि जिले में दो हजार से ज्यादा ट्रांसजेंडर हैं। हम इन लोगों के दाखिले भी कराते हैं ताकि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। उनकी नौकरियां भी लगवाई गई हैं। अब वे आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़े हैं।
आंकड़ा
10वीं में ट्रांसजेंडर
2022-54
2023-60
2024-142
12 वीं में ट्रांसजेंडर
2022-76
2023-147
2024-193
ट्रांसजेंडर वर्ग में भी दाखिले बढ़े हैं। यह सकारात्मक है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान सभी के लिए शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराता है। यहां शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है जिससे कोई भी व्यक्ति चाहे वह वयस्क हो वरिष्ठ नागरिक, गृहिणी या श्रमिक अपनी अधूरी शिक्षा पूरी कर सकता है। -प्रोफेसर अखिलेश मिश्र, अध्यक्ष, एनआईओएस