{"_id":"693040acc095691e540d1838","slug":"world-disability-day-hi-tech-empowerment-initiative-launched-at-jims-noida-news-c-23-1-lko1064-82059-2025-12-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"विश्व दिव्यांग दिवस : जिम्स में हाईटेक सशक्तिकरण पहल शुरू","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
विश्व दिव्यांग दिवस : जिम्स में हाईटेक सशक्तिकरण पहल शुरू
विज्ञापन
विज्ञापन
नवप्रवर्तकों, स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं को एक मजबूत मंच प्रदान करना पहल का उद्देश्य
ग्रेटर नोएडा। कासना स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में बुधवार को दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण को नई दिशा देने वाली एक महत्वपूर्ण पहल का शुभारंभ किया गया। यह पहल जिम्स इंक्यूबेशन सेंटर और स्कूल ऑफ सोशल इम्पैक्ट एंड ह्यूमन डेवलपमेंट (एसएसआईएचडी)) के संयुक्त सहयोग से शुरू की गई है। इसका उद्देश्य है सुगम्यता और सहायक तकनीक के क्षेत्र में काम कर रहे नवप्रवर्तकों, स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं को एक मजबूत मंच प्रदान करना, ताकि वे तेजी से नए समाधान विकसित कर सकें और उन्हें देशभर के दिव्यांगजनों तक पहुंचाया जा सके।
जिम्स इंक्यूबेशन सेंटर के सीईओ डॉ. राहुल सिंह ने बताया, समाज में विभिन्न तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे दिव्यांगजन अक्सर तकनीक की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं। इस समस्या का समाधान के लिए इंजीनियरिंग कॉलेजों, मेडिकल कॉलेजों, डिजाइन संस्थानों, रिसर्च लैब, तकनीकी विशेषज्ञों और स्टार्टअप्स को एक ही मंच पर जोड़ने की योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि सोशल इंपैक्ट एंड ह्यूमन डेवलपमेंट पहल के माध्यम से दिव्यांगजनों को देशभर में उच्च तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें चलने, बोलने, सीखने, सुनने, देखने से जुड़ी समस्याओं के समाधान के साथ-साथ मानसिक दिव्यांगजनों के लिए भी उन्नत मेडिकल तकनीक विकसित की जाएगी, ताकि वे भी आमजन की तरह सम्मानपूर्वक और सहज जीवन जी सकें।
Trending Videos
ग्रेटर नोएडा। कासना स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में बुधवार को दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण को नई दिशा देने वाली एक महत्वपूर्ण पहल का शुभारंभ किया गया। यह पहल जिम्स इंक्यूबेशन सेंटर और स्कूल ऑफ सोशल इम्पैक्ट एंड ह्यूमन डेवलपमेंट (एसएसआईएचडी)) के संयुक्त सहयोग से शुरू की गई है। इसका उद्देश्य है सुगम्यता और सहायक तकनीक के क्षेत्र में काम कर रहे नवप्रवर्तकों, स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं को एक मजबूत मंच प्रदान करना, ताकि वे तेजी से नए समाधान विकसित कर सकें और उन्हें देशभर के दिव्यांगजनों तक पहुंचाया जा सके।
जिम्स इंक्यूबेशन सेंटर के सीईओ डॉ. राहुल सिंह ने बताया, समाज में विभिन्न तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे दिव्यांगजन अक्सर तकनीक की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं। इस समस्या का समाधान के लिए इंजीनियरिंग कॉलेजों, मेडिकल कॉलेजों, डिजाइन संस्थानों, रिसर्च लैब, तकनीकी विशेषज्ञों और स्टार्टअप्स को एक ही मंच पर जोड़ने की योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि सोशल इंपैक्ट एंड ह्यूमन डेवलपमेंट पहल के माध्यम से दिव्यांगजनों को देशभर में उच्च तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें चलने, बोलने, सीखने, सुनने, देखने से जुड़ी समस्याओं के समाधान के साथ-साथ मानसिक दिव्यांगजनों के लिए भी उन्नत मेडिकल तकनीक विकसित की जाएगी, ताकि वे भी आमजन की तरह सम्मानपूर्वक और सहज जीवन जी सकें।
विज्ञापन
विज्ञापन