Sonam Wangchuk: गांधी जयंती पर आप ने की सोनम वांगचुक की रिहाई की प्रार्थना, राजघाट पर मौन रख किया विरोध
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि गांधी की समाधि पर फूल चढ़ाने वाले ही एक सच्चे गांधीवादी सोनम वांगचुक को देशद्रोह के झूठे मुकदमे में जेल में डाल दिया गया हैं। जबकि सोनम वांगचुक ने सत्य और अहिंसा की राह दिखाई है, इसलिए देशवासियों को गांधी जयंती पर प्रार्थना करनी चाहिए कि वे उसी राह पर मजबूती से चल सकें।

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महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर आम आदमी पार्टी ने राजघाट उनकी समाधि पर जाकर देश के सबसे बड़े गांधीवादी माने जाने वाले सोनम वांगचुक की जेल से रिहाई की प्रार्थना की। प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज के नेतृत्व में आप नेताओं ने गांधी समाधि पर पुष्प अर्पित किए और कुछ समय मौन रखकर प्रार्थना की।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि गांधी की समाधि पर फूल चढ़ाने वाले ही एक सच्चे गांधीवादी सोनम वांगचुक को देशद्रोह के झूठे मुकदमे में जेल में डाल दिया गया हैं। जबकि सोनम वांगचुक ने सत्य और अहिंसा की राह दिखाई है, इसलिए देशवासियों को गांधी जयंती पर प्रार्थना करनी चाहिए कि वे उसी राह पर मजबूती से चल सकें। सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनकी सोनम वांगचुक की पत्नी से बातचीत हुई है और पार्टी हर संभव मदद के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि गांधीवादी के लिए जेल में रहना बड़ी बात नहीं है, लेकिन असली प्रार्थना यह है कि देशवासी अहिंसा और सत्य की राह पर चलने की शक्ति पाएं।
पूरी दुनिया महात्मा गांधी जी के दिखाए रास्ते पर चल रही है लेकिन आज गांधी जी के ही देश में भारत सरकार ने गांधीवादी सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर रखा है।
मैं देशभर के लोगों से अपील करूंगा कि आज वह महान देशभक्त सोनम वांगचुक के लिए प्रार्थना करें।
-@Saurabh_MLAgk pic.twitter.com/9XX2I2ovF8— AAP (@AamAadmiParty) October 2, 2025
विधायक संजीव झा ने कहा कि गांधी के अनुयायी सोनम वांगचुक का जेल में बंद होने दुर्भाग्यशाली हैं और जिन्होंने उन्हें बंद किया, वे भी बापू की समाधि पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देशवासियों को आज गांधी से प्रेरणा लेते हुए सोनम वांगचुक का समर्थन करना चाहिए।
आप नेता आदिल अहमद खान ने कहा कि सोनम वांगचुक की लड़ाई सिर्फ लद्दाख की नहीं है, बल्कि पूरे देश के अस्तित्व और गांधी की विचारधारा को बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि गांधीवादी वैज्ञानिक और समाज सुधारक वांगचुक जेल से डरने वाले नहीं हैं, लेकिन देशवासियों का कर्तव्य है कि वे उनका हौसला बढ़ाएं।