Delhi Air Quality Index: दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में, आज सुबह ITO के आसपास 281 दर्ज किया गया AQI
#WATCH | Delhi | The Air Quality Index (AQI) around ITO recorded at 281 in the 'poor' category as per the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/x7IEYLoSSU
विज्ञापन— ANI (@ANI) November 5, 2025विज्ञापन
अक्तूबर में देश का छठा सबसे प्रदूषित शहर बना दिल्ली
राजधानी की हवा अक्तूबर में फिर खराब रही। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (सीआरईए) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में छठे स्थान पर रही। हरियाणा का धारूहेड़ा इस दौरान सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां हवा में पीएम 2.5 का औसत स्तर 123 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। रिपोर्ट में बताया गया कि अक्तूबर में दिल्ली का औसत पीएम 2.5 स्तर 107 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो सितंबर के मुकाबले लगभग तीन गुना ज्यादा है।
दिलचस्प बात यह है कि इस बढ़ते प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 6 प्रतिशत से भी कम रहा। इसका मतलब है कि प्रदूषण के पीछे सालभर चलने वाले स्थानीय स्रोत, जैसे वाहन, निर्माण कार्य और औद्योगिक उत्सर्जन, बड़ी वजह हैं। धारूहेड़ा के बाद रोहतक, गाजियाबाद, नोएडा, बल्लभगढ़ और फिर दिल्ली सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहे।
रिपोर्ट में बताया गया कि टॉप 10 प्रदूषित शहरों में उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चार-चार शहर शामिल हैं, जो सभी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आते हैं। देशभर में 249 शहरों में से 212 शहरों में पीएम 2.5 का स्तर भारत के राष्ट्रीय मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से कम रहा, लेकिन केवल छह शहर ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सुरक्षित स्तर 15 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर टिक पाए। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति बताती है कि प्रदूषण से निपटने के लिए केवल मौसमी उपाय नहीं, बल्कि पूरे साल के लिए ठोस और दीर्घकालिक योजनाएं बनानी होंगी।