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Delhi Winter Action Plan: प्रदूषण पर सख्ती शुरू, दिल्ली में विंटर एक्शन प्लान लागू; ग्रैप 2 पर अमल के हालात
अमर उजाला नेटवर्क, दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Fri, 17 Oct 2025 01:43 AM IST
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सार
खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक के बीच दिवाली के बाद ग्रैप टू लागू होने की आशंका देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है।

दिल्ली प्रदूषण
- फोटो : पीटीआई
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विस्तार
राजधानी की सांसों पर लगी प्रदूषण की नजर से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने विंटर एक्शन प्लान 2025-26 लागू कर दिया है। खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक के बीच दिवाली के बाद ग्रैप टू लागू होने की आशंका देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। बृहस्पतिवार को पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि इस प्लान में 7 थीम, 25 एक्शन पॉइंट शामिल हैं, जिनपर 30 से अधिक सरकारी एजेंसियां मिलकर काम करेंगी। पूरे अभियान की रियल टाइम मॉनिटरिंग भी की जाएगी।

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सिरसा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी कदम तय समय-सीमा में पूरे हों और ग्रीन वॉर रूम के अलावा रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। मंत्री ने कहा कि इस सर्दी प्रदूषण नियंत्रण के नियमों के अनुपालन पर कोई समझौता नहीं होगा। चाहे धूल नियंत्रण हो, निर्माण स्थल के नियम हों, पीएनजी पर उद्योगों का संचालन या सख्त प्रवर्तन।
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हर विभाग को गति और फोकस के साथ काम करना होगा। सभी विभाग पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, एनडीएमसी, डीएसआईआईडीसी, डीपीसीसी और दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वे रोजाना समन्वय बनाकर काम करें। उन्होंने बताया कि आईआईटी कानपुर और आईएमडी के साथ कृत्रिम वर्षा का ट्रायल भी दीपावली के बाद कराने की तैयारी है।
विंटर एक्शन प्लान के मुख्य बिंदु:
सड़क धूल और निर्माण प्रबंधन
- 86 मैकेनिकल रोड स्वीपर, 300 स्प्रिंकलर और 362 एंटी-स्मॉग गन पहले से ही तैनात हैं। 70 और नए स्वीपर व उपकरण जोड़े जा रहे हैं।
- सभी बड़ी सड़कों की वैक्यूम क्लीनिंग होगी; रूट जीपीएस से ट्रैक किए जाएंगे।
- 500 वर्गमीटर से बड़े हर निर्माण प्रोजेक्ट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
- 3,000 वर्गमीटर से बड़े प्रोजेक्ट और जी+5 से अधिक इमारतों के लिए एंटी-स्मॉग गन लगाना ज़रूरी।
- 698 किलोमीटर सड़क किनारे पेविंग और 85 किलोमीटर मिड-वर्ज ग्रीनिंग का लक्ष्य तय।
वाहन उत्सर्जन नियंत्रण
- 578 प्रवर्तन टीमें सड़कों पर धुआं, पीयूसी और इंजन चालू रखे जाने के उल्लंघन पर निगरानी कर रही हैं।
- 953 पीयूसी केंद्र अब ट्रांसपोर्ट विभाग के डैशबोर्ड से लाइव जुड़े हैं।
- गंभीर प्रदूषण स्तर (ग्रेप III/IV) पर पार्किंग शुल्क दोगुना होगा ताकि निजी वाहनों का प्रयोग घटे।
- डीएमआरसी की ई-ऑटो फ्लीट बढ़कर 2,299 होगी, नए पंजीकरणों में ईवी का हिस्सा 12 फीसदी से ऊपर रहेगा।
- प्रदूषित ट्रकों की एंट्री पर सुप्रीम कोर्ट और सीएक्यूएम के निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
उद्योग और ऊर्जा
- सभी उद्योग अब पीएनजी (प्राकृतिक गैस) पर चल रहे हैं।
- प्रदूषण फैलाने वाले डीजल जेनरेटर पर सख्ती की जा रही है।
कचरा जलाना और प्रबंधन
- 443 टीमें 24x7 निगरानी कर रही हैं, ताकि कचरे को जलाने से रोका जा सके।
- पुराने कचरे की बायोमाइनिंग जारी है, बड़े लैंडफिल खत्म करने की योजना पर काम तेज।
पराली जलाना रोकने के उपाय
- दिल्ली के खेतों में 100 फीसदी पूसा डीकंपोजर का छिड़काव हो चुका है।
- मोबाइल टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।
दीपावली पर पटाखों का नियंत्रण
- दिल्ली में केवल ग्रीन पटाखे ही तय समय और स्थान पर चलाने की अनुमति होगी।
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सख्ती से पालन किया जाएगा।
निगरानी और नागरिक सहभागिता
- ग्रीन दिल्ली एप से अब तक 96,000 से अधिक शिकायतें हल की जा चुकी हैं।
- प्रदूषण की स्थिति पर नजर रखने के लिए 6 नए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन जल्द शुरू होंगे।
- आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर क्लाउड सीडिंग का पायलट प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित है।