Delhi: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में खेलों के लिए बनेंगे आधुनिक मैदान, ग्रामीण इलाकों को मिलेगी प्राथमिकता
Delhi: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को सभी सरकारी स्कूलों में खेलों के लिए आधुनिक मैदान बनाने की घोषणा की। यह पहल दिल्ली के सरकारी स्कूलों को खेल प्रतिभाओं की नर्सरी बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
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Delhi: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को सभी सरकारी स्कूलों में खेलों के लिए आधुनिक मैदान बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधीन आने वाले 799 स्कूल भवनों या कैंपस का सर्वे कराया जाएगा ताकि यह तय किया जा सके कि किन स्कूलों में आधुनिक मैदान और बहुउद्देश्यीय ऑडिटोरियम विकसित किए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पर्याप्त स्थान है, वहां अत्याधुनिक मैदान बनेंगे जबकि सीमित जगह वाले स्कूलों में मिनी स्पोर्ट्स एरिना या ऑडिटोरियम विकसित होंगे। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सचिवालय में शिक्षा विभाग और खेल अधिकारियों के साथ बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि इस योजना को जल्द शुरू करें और किसी भी स्तर पर बजट की कमी आड़े न आने दें। यह पहल दिल्ली के सरकारी स्कूलों को खेल प्रतिभाओं की नर्सरी बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
ग्रामीण स्कूलों को दी जाएगी प्राथमिकता
इस योजना में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि वहां की खेल प्रतिभाओं को भी समान अवसर मिल सकें। कुछ चुनिंदा स्कूलों में स्विमिंग पूल बनाने की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है ताकि बच्चों को शुरुआती स्तर से ही विभिन्न खेलों की बुनियादी ट्रेनिंग दी जा सके।
सरकार करेगी खेल अकादमियों से साझेदारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार खेल अकादमियों के साथ साझेदारी कर रही है ताकि बच्चों को क्रिकेट, फुटबॉल, तैराकी, बॉक्सिंग व ताइक्वांडो जैसे खेलों में विशेषज्ञ कोचिंग दी जा सके।
दिल्ली सरकार चाहती है कि आने वाले वर्षों में उसके स्कूलों से ऐसे खिलाड़ी निकलें जो भारत को ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय खेलों में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएं। दिल्ली के हर बच्चे को खेल के मैदान तक पहुंच मिले यही सरकार की जिम्मेदारी है। सरकारी स्कूल खेल प्रतिभाओं की प्रयोगशाला बनें जहां से भविष्य के चैंपियन तैयार हों।
स्कूलों में खेल बनेगा शिक्षा का अभिन्न हिस्सा
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में ग्रामीण इलाकों को प्राथमिकता दी जाएगी। खेल शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बनेगा। यह बच्चों में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता को विकसित करेगा। दिल्ली सरकार का लक्ष्य केवल खेल मैदान बनाना नहीं बल्कि एक मजबूत खेल संस्कृति तैयार करना है जहां हर बच्चा खेलों के माध्यम से आत्मविश्वास और स्वस्थ जीवन की दिशा में आगे बढ़ सकेगा।